जब भी कभी सेहत बिगड़ती हैं और कोई गंभीर बीमारी होती हैं तो इसके लक्षण पहले ही शरीर में दिखाई देने लगते हैं। इन लक्षणों का सबसे प्रमुख जरिया होती हैं आपकी आंखें जिन्हें देखकर रोगों के बारे में पता लगाया जा सकता हैं। आपने देखा होगा कि जब भी कभी आप किसी डॉक्टर के पास जाते हैं तो सबसे पहले वह आपकी आंखें ही देखता हैं जो कि शरीर में होने वाले बदलावों को स्पष्ट रूप से बयां करती हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको कुछ गंभीर बीमारियों और उनके आंखों में दिखाई देने वाले लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं ताकि किसी बीमारी के होने पर आंखें देखकर ही आप उसके बारे में पता लगा सकें। तो आइये जानते हैं इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में...
किडनी रोग या ब्लैडर का काम न करनाआंखों के नीचे लिक्विड या फिर म्यूकस का जमा होना किडनी रोग का संकेत हो सकता है। इसके अलावा आई बैग बनना भी इस बात का संकेत हो सकता है कि किडनी और ब्लैडर ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। अगर आंखों के नीचे बन रहे आई बैग पर काले निशान, स्पॉट या पिंपल आ जाएं तो यह किडनी फेल होने का संकेत है। कई बार यह समस्या न्यूट्रिशन डेफिशिएंसी की वजह से भी होती है लेकिन फिर भी एक बार चेकअप जरूर करवा लें।
डायबिटीजधुंधला दिखाई देना आंखों से जुड़ी एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन इसका संबंध Type 2 डायबिटीज से भी हो सकता है। बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ ब्लड शुगर नसों पर दबाव डालता है। इसकी वजह से आंखों के पिछले हिस्से में खून के धब्बे से दिखाई देते हैं। इन खून के धब्बों का मतलब है कि आपका ब्लड शुगर लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है और आपको इस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। अगर ब्लड शुगर के इस स्तर पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो इससे आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है।
कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर का भी लक्षण आपकी आंखों में नजर आ सकता है। जब कैंसर कोशिकाएं शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने लगती हैं, तो इसका असर आंखों पर पड़ने लगता है। यूविया (आंखों के बीच की परत) ये संकेत देती है कि कैंसर कोशिकाएं आपकी आंखों में फैल चुकी हैं। अगर आपको धुंधली नजर, आंखों में दर्द, या फ्लैश जैसी समस्याएं महसूस होती हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
ओवरी के रोगओवरी, यूटरस या प्रोस्टेट की प्रॉब्लम होने पर भी आंखों के नीचे आई बैग बन जाते हैं। इसके अलावा ओवरी में सिस्ट, यूटरस में गांठ और कैंसर होने पर भी आई बैग बन सकते हैं। इसलिए अगर आपको यह समस्या लंबे समय तक है तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
हाई कोलेस्ट्रॉलखून में बढ़ा कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे आंखों में जमा होने लगता है। इसका सबसे साफ संकेत ये है कि आपकी आंखों की पुतली के चारों ओर एक सफेद या नीले रंग का रिंग बनने लगता है। हालांकि कई मामलों में ये बढ़ती उम्र की भी निशानी है लेकिन इसका एक अन्य कारण हाई कोलेस्ट्रॉल भी है। आगर आपको कोई ऐसा लक्षण नजर आता है तो अपने कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर कराएं। ये दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है।
खराब रेटिनारेटिना के आसपास छोटे-छोटे धब्बे जैसे निशान को आई फ्लोटर्स कहते हैं। ये बहुत सामान्य है और हर कोई इसे महसूस कर सकता है लेकिन इन फ्लोटर्स की बढ़ती संख्या रेटिनल टियर यानी इसके अलग होने का संकेत देती है। इस संकेत को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि एक समय के बाद ये आपकी आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इंफेक्शनकॉर्निया पर दिखाई देने वाला सफेद धब्बा कॉर्नियल इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। यह ज्यादातर उन लोगों में देखा जाता है जो चश्मे के बजाय कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं। लेंस में बैक्टीरिया आसानी से लग जाते हैं और इनकी वजह से इंफेक्शन फैल जाता है। इसकी वजहे से कॉर्नियल स्कारिंग और दर्द हो सकता है।
थाइराइड सूजी हुई आंखें थाइराइड का संकेत हो सकती हैं। आंखों में सूजन होने का मतलब है कि कोई चीज आंखों में तनाव पैदा कर रही है या फिर आंखों में कोई एलर्जी हो गई हो या पानी भर गया हो। लेकिन कभी कभी थाइराइड की वजह से भी ऐसा होता है।
पीलियाआंखों का सफेद भाग पीला हो जाए तो ये पीलिया का संकेत हो सकता है। पीलिया एक ऐसी स्थिति है जो खून में बहुत अधिक बिलीरुबिन (लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने से बनने वाला पीला पदार्थ) के कारण होती है। खूब में इसकी मात्रा तब बढ़ जाती है जब आपका लीवर इसे ठीक से फिल्टर नहीं कर पाता है। ऐसी स्थित में यूरीन और स्किन भी पीली होने लगती है।
ब्लडप्रेशर ब्लडप्रेशर के काफी बढ़ जाने पर भी आंखों का रंग लाल हो जाता है। ऐसे में रक्त वाहिकाओं में फैलाव के कारण आंखों में सूजन भी हो जाती है। इसलिए लंबे समय तक आंखों की सूजन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।