पानी पीने की क्रेविंग्स को ना लें हलके में, हो सकता हैं इन 8 बीमारियों का संकेत

शरीर को सबसे ज्यादा पानी की जरूरत होती है। स्वस्थ रहने के लिए सभी लोगों को रोजाना कम से कम 3-4 लीटर की मात्रा में पानी पीते रहने की सलाह दी जाती है। गर्मियों के दिनों में तो पानी लगातार पीते रहना चाहिए। हर दूसरे-तीसरे घंटे में बोतल उठाकर पानी पी लेना बेहद आम है लेकिन अगर हर आधे-एक घंटे में प्यास लगने लगे और पानी पीने की इच्छा होने लगे तो उसे चिंता का विषय कहा जा सकता है। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो फौरन सचेत हो जाएं, क्योंकि इस स्थिति के पीछे कई स्वास्थ्य समस्याएं जिम्मेदार हो सकती हैं। यानी कि अगर आप खूब पानी पीते हैं फिर भी अक्सर प्यास लगी रहती है तो संभव है यह किसी बीमारी के कारण हो सकता है। तो चलिए हम बताते हैं आपको उन स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में जिनमें बार-बार पानी पीने की क्रेविंग्स होती हैं।

ड्राई माउथ

अधिक प्याल लगने का एक कारण है ड्राई माउथ। जी हां अगर आपको बार-बार प्यास लग रही है त इसके पीछे की वजह ड्राई माउथ हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आपका सलाइवा ग्लैंड पर्याप्त मात्रा में उत्पादन नहीं कर पाता है तो इससे आपका मुंह सही से गीला नहीं हो पाता है। जिसकी वजह से जीभ और मुंह रूखी हो जीती है। इसलिए अगर आपका मुंह बार-बार सूख रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें।

डायबिटीज

बार-बार प्यास लगने का एक कारण डायबिटीज भी हो सकता है। डायबिटीज के कारण जरूरत से ज्यादा प्यास लगने लगती है। डायबिटीज के ऐसे 2 से 3 प्रकार हैं जिनमें शरीर फ्लुइड्स को ठीक तरह से रेगुलेट नहीं कर पाता और शरीर में पानी की कमी होने लगती है। इसकी जांच पर आपको किस तरह की डायबिटीज हुई है उसका पता लग जाएगा।

अपच

अधिक प्यास लगने की वजह पाचन तंत्र में कुछ दिकक्त भी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कभी-कभी ज्यादा मसालेदार खाना खाने से पचने में दिक्कत पैदा करता है। जिसकी वजह से आपको अधिक प्याल लगती है। इसलिए अगर आपको भी बार-बार प्यास लग रही है तो इसे नजरअंदाज न करें।

हाइपरकैल्सीमिया

जब आपके खून में आवश्यकता से अधिक कैल्शियम की मात्रा मौजूद होती है, तो उस स्थिति को हम हाइपरकैल्सीमिया के नाम से जानते हैं। इस स्थिति के लिए ओवर एक्टिव पाराथायराइड ग्लैंड, ट्यूबरक्लोसिस, कुछ प्रकार के कैंसर जैसे कि लंग्स, ब्रेस्ट, किडनी आदि जिम्मेदार होते हैं। यदि आपको बार-बार प्यास लग रहा है या पानी पीने की क्रेविंग्स हो रही है तो हो सकता है आप हाइपरकैल्सीमिया की शिकार हो चुकी हैं।

डिहाइड्रेशन

इसे रोग की तरह ना सही लेकिन स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत के रूप में देखा जा सकता है। अगर आपके शरीर में पानी या लिक्विड की कमी होगी तो आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है। डिहाइड्रेशन होने पर चक्कर आना, उल्टी होना, सिर में दर्द और दस्त लगने जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

पॉलीडिप्सिया

पॉलीडिप्सिया अत्यधिक प्यास की भावना है। पॉलीडिप्सिया अक्सर मूत्र संबंधी स्थितियों से जुड़ा होता है जिसके कारण आपको बहुत अधिक पेशाब आता है। बार-बार पेशाब के कारण शरीर में तरल पदार्थों की कमी को पूरा करने के लिए आपको अधिक प्यास लगने लगती है। यह शारीरिक प्रक्रियाओं के कारण भी हो सकता है जिसमें आप बहुत अधिक मात्रा में तरल पदार्थ खो देते हैं।

एंग्जायटी

सामान्य अर्थ में धड़कन का बढ़ जाना, बेचैनी और घबराहट का महसूस होना ही मेडिकल की भाषा में एंग्जायटी कहलाता है। ऐसी स्थिति में मुंह भी सूखने लगता है, जिस कारण व्यक्ति अधिक पानी पीता है। ऐसी स्थिति में कुछ एंजाइम मुंह में बनने वाली लार की मात्रा में भी कमी ला देते है, जिस कारण भी अधिक प्यास लग सकती है।

एनीमिया

एनीमिया की स्थिति में आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में हिमोग्लोबिन यानी कि हेल्दी रेड ब्लड सेल्स नहीं बनते हैं। कुछ लोग जन्म से ही इस समस्या से पीड़ित होते हैं और कुछ बढ़ती उम्र के साथ इसके शिकार हो जाते हैं। वहीं कई स्वास्थ्य स्थितियां जैसे कि डायबिटीज, गलत खान-पान, हैवी ब्लीडिंग आदि एनीमिया का कारण बन सकती हैं। एनीमिया के शुरुआत और मध्य में आपको प्यास नहीं लगता परंतु जैसे-जैसे परेशानी बढ़ती जाती है, वैसे वैसे आपको अधिक प्यास महसूस होता है और आपको बार-बार पानी पीने की क्रेविंग होती है।