पैदल चलना कम करता है डायबिटीज का खतरा, अमेरिकी यूनिवर्सिटी की स्टडी में दावा; और भी होते है कई फायदे

अनियमित खानपान और कम शारीरिक श्रम से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज (Diabetes) एक आजीवन रहने वाली बीमारी है। डायबिटीज में हमारे पैनक्रियाज काम करना बंद कर देते हैं। पैंक्रियाज में बीटा सेल्स होती हैं। ये सेल इंसुलिन जेनरेट करने का काम करते हैं। जब हम खाना खाते हैं तो उससे ग्लूकोज (शुगर) बनता है। ये इंसुलिन उसी शुगर को कंट्रोल करने का काम करती है। यदि शरीर में इंसुलिन मौजूद नहीं होता है तो वे अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाती हैं और ब्लड से कोशिकाओं को ग्लूकोज नहीं पहुंचा पाती हैं। जिसके कारण ग्लूकोज ब्लड में ही इकट्ठा हो जाता है और ब्लड में अतिरिक्त ग्लूकोज नुकसानदायक साबित हो सकता है।

ऐसे में कैलिफोर्निया सैन डिएगो यूनिवर्सिटी (California San Diego University) के रिसर्चर्स द्वारा की गई एक स्टडी में सामने आया है कि 70 से 80 साल के बुजुर्गों के नियमित पैदल चलने से उनमें टाइप-2 डायबिटीज (मधुमेह) होने का खतरा कम हो जाता है। इस स्टडी में बताया गया है कि हर दिन 1000 कदम चलने से इस आयु वर्ग के लोगों (70 से 80 साल के बुजुर्गों) में डायबिटीज होने का खतरा 6% तक कम हो जाता है। यह शोध 65 साल और उससे अधिक आयु की 4838 महिलाओं पर किया गया था।

डायबिटीज़ के लक्षण

- बहुत अधिक प्यास लगना
- बार-बार पेशाब आना
- भूख बहुत अधिक लगना
- अचानक से शरीर का वजह कम हो जाना या बढ़ जाना
- थकान
- चिड़चिड़ापन
- आंखों के आगे धुंधलापन
- घाव भरने में बहुत अधिक समय लगना
- स्किन इंफेक्शन
- ओरल इंफेक्शन्स
- वजाइनल इंफेक्शन्स

डायबिटीज़ से बचने के उपाय

- मीठा कम खाएं। शक्कर से भरी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन करने से बचें।
- एक्टिव रहें, एक्सरसाइज करें, सुबह-शाम टहलने जाएं।
- पानी ज़्यादा पीएं।
- मीठे शर्बत और सोडा वाले ड्रिंक्स पीने से बचें।
- आइसक्रीम, कैंडीज़ खाने से भी परहेज करें।
- वजन घटाएं और नियंत्रण में रखें।
- स्मोकिंग और अल्कोहल लेने से परहेज करें।
- हाई फाइबर डायट खाएं, प्रोटीन का सेवन भी अधिक मात्रा में करें।
- विटामिन डी की कमी ना होने दें। क्योंकि, विटामिन डी की कमी से डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ता है।

पैदल चलने के और फायदे

- पैदल चलना शुरुआती डिमेंशिया को रोकता है, अल्जाइमर रोग के जोखिम को कम करता है और समग्र मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- पैदल चलना हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। पैदल चलना हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करके हृदय संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद करती है।
- पैदल चलना रक्त प्रवाह में ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों और कचरे को खत्म करने के साथ ही फेफड़ों को प्रशिक्षित करने में भी मदद करता है।
- रोजाना नियमित रूप से पैदल चलना भविष्य में पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है, बल्कि पाचन और कब्ज में भी सुधार कर सकता है। जिससे शरीर को मल त्याग को विनियमित करने में मदद मिलती है।
- पैदल चलना जोडों में अधिक गतिशीलता प्रदान करता है, यह हड्डियों के नुकसान को रोकने में मदद करता है। साथ ही फ्रैक्चर के जोखिम को भी कम कर सकता है।