पथरी के दौरान आहार में शामिल करें ये चीजें, सेहत बनी रहेगी अच्छी

आज के समय में पथरी एक आम समस्या बन गई है। एक बड़ी आबादी पथरी के दर्द का सामना कर रही हैं। एक रिसर्च के अनुसार अधिक वजन होने से आपको पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है। पथरी मिनरल्स और साल्ट से बना एक तरह का कठोर सब्सटेंस है, जिसके कारण तेज दर्द, घबराहट, अधिक पसीना आना और मूत्र करने में दर्द जैसी समस्याएं महसूस होती हैं। पथरी की इस समस्या के दौरान अपनी सेहत को अच्छी बनाए रखने के खानपान पर खास ध्यान रखने की जरूरत होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनी डाइट में जरूर शामिल किया जाना चाहिए।

फूलगोभी

भारतीय फूलगोभी का इस्तेमा कई तरह का खाना और व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है। हालांकि यह पथरी की समस्या में भी फायदेमंद साबित हो सकती है। पोषक तत्वों से भरपूर फूलगोभी में पोटैशियम, प्रोटीन और कैल्शियम की कम मात्रा होती है, लेकिन इसमें फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो किडनी को डिटॉक्सिफाई कर विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही फूलगोभी में मौजूद विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, जो शरीर में सूजन को कम करता है। ऐसे में फूलगोभी पथरी के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

खीरा

खीरा भी पथरी में लाभदायक साबित हो सकता है। खीरे में विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी6, विटामिन सी, विटामिन डी और आयरन की काफी मात्रा होती है। खीरे में 95 प्रतिशत तक पानी मौजूद होता है, जो खून में मौजूद टॉक्सिन पदार्थों को बाहर निकालने में किडनी की मदद करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि नियमित तौर पर खीरे का सेवन करने से गुर्दे में मौजूद छोटी पथरी भी घुल सकती है। ऐसे में पथरी के मरीज अपनी डाइट में खीरे को शामिल कर सकते हैं।

करेला

करेले के जरिए भी पथरी की समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। करेले में कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए, कैल्शियम, आयरन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, फोलिक एसिड और पोटेशियम की प्रचुर मात्रा होती है। करेला नेचुरल तरीके से पथरी के टुकड़े करने और शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं, साथ ही यह शरीर में हाई यूरिक एसिड की मात्रा को भी कम करता है, जिसके कारण पथरी की समस्या होती है।

कद्दू

थाईलैंड में हुई एक रिसर्च के मुताबिक, कद्दू के बीज किडनी में होने वाली पथरी की संभावना को कम कर सकते हैं। जिन लोगों के यूरिन सैंपल में कैल्शियम ऑक्सलेट के कण पाए जाते हैं, उन्हें अपने खाने में कद्दू को शामिल करना चाहिए। कद्दू में कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, फाइबर, सोडियम और फोलेट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

सहजन

सहजन को मोरिंगा और ड्रमस्टिक ट्री के नाम से भी जाना जाता है। यह कैल्शियम, पोटेशियम, जिंक, आयरन और कॉपर समेत कई तरह के मिनरल्स से समृद्ध होने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। पथरी की समस्या में सहजन लाभदायक साबित हो सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो गुर्दे और मूत्राशय की पथरी में सहजन की सब्जी खाने से फायदा मिल सकता है।

अधिक कैल्शियम वाले आहार खाएं

कैल्शियम सुनने में ऐसा लगता है कि कैल्शियम स्टोन को बढ़ाता होगा, जबकि ऐसा नहीं है। सही मात्रा में कैल्शियम लेने से, यह पाचन मार्ग में ऐसे पदार्थों को रोकता है, जिनकी वजह से पथरी होती है। आप अपने डॉक्टर से पूछें कि कैल्शियम की कितनी मात्रा आपको खाना चाहिए। इसके अलावा ऐसे खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए, जिनमें ऑक्सालेट की मात्रा कम हो। प्लांट बेस्ड या पौधे आधारित खाद्य पदार्थ जैसे अनाज, ब्रेड, सब्जियां और बीन्स खाएं।

कच्चा नारियल, आड़ू और संतरे का मिश्रित जूस

नारियल में गुर्दे की पथरी को मूत्र मार्ग से बाहर निकलने की क्षमता होती हैं। संतरे का जूस गुर्दे में होने वाली बीमारी और गुर्दे की पथरी की दिक्कतों से निजात दिलाता है। आड़ू में पाया जाने वाला पोटैशियम गुर्दे के लिए बहुत फायदेमंद है। यह आपके यूरिनरी ब्लैडर के लिए एक क्लीजिंग एजेंट की तरह काम करता है। जिससे किडनी से जुड़ी बीमारियों से दूर रहने में मदद मिलती है।