मॉनसून के दौरान आसपास का गीला वातावरण, हवा और अन्य वस्तुओं में बहुत ज़्यादा नमी तथा गंदा पानी जमा होने की वजह से सामान्य रूप से स्वच्छता में गिरावट आती है और आंखों से संबंधित समस्याओं जैसे कन्जंगक्टवाइटिस (आंख के किसी भी भाग में किसी भी तरह की चोट जैसे नज़र आना या दर्द होना), ड्राय आइज़ और पलकों पर फूंसी हो जाती हैं।
अगर घर पर किसी सदस्य को कंजंगक्टवाइटिस हो गया है, तो उसे आंखों में दवाई डालने के बाद हाथ धोने चाहिए, क्योंकि इससे इंफेक्शन फैलने का खतरा रहता है। आंखों के लाल होने पर, बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के आंखों में दवाई न डालें, क्योंकि इनमें कैमिकल होते हैं, जो कि नुकसानदेह हो सकते हैं। साथ ही, इस दौरान आंखों में लैंस लगाने से भी परहेज करें। सफर के दौरान चश्मा लगाना मददगार साबित होगा।
डॉ. दत्ता ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि आंखों को बैक्टीरिया से बचाने के लिए हमेशा बाहर से आने पर हाथ धोएं। बच्चों को गंदगी और जगह-जगह भरे पानी से दूर रखें। बच्चों को इस तरह की जगहों पर खेलना और इनके ईर्द-गिर्द रहना पसंद होता है, लेकिन इन ही जगहों पर सबसे ज़्यादा बैक्टीरिया होते हैं।
नो शेयरिंग
भले ही शेयरिंग बहुत अच्छी बात होती है, लेकिन
मॉनसून के दौरान तौलिया और अन्य व्यक्तिगत चीज़ें बिल्कुल भी शेयर नहीं
करें, क्योंकि बारिश में इंफ़ेक्शन ज़्यादातर हाथों, कपड़ों और आम तौर पर
सभी के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं से फैलता है। अपनी आंखों को
गंदे हाथों से बिल्कुल ना छुएं और हाथ धोते रहें।
प्रॉपर हाइज़ीन मेंटेन करें
बारिश
में भीगना भले ही बहुत अच्छा लगता हो, लेकिन इस दौरान स्वच्छता का भी
ध्यान रखें। भीगने के बाद आंखों को साफ़ पानी से ज़रूर धोएं। एक मुलायम और
सूखे तौलिए से आंखों के किनारों को धीरे-धीरे पोंछें। आप बिना बारिश में
भीगे भी इस आदत को रूटीन में शामिल कर सकते हैं, जिससे किसी भी तरह के
बैक्टीरियल बिल्ड-अप की संभावना कम हो जाएगी, जो बाद में इंफ़ेक्शन का रूप
ले सकते हैं।
आंखों को मले नहीं
अगर आंखों में खुजली
हो रही है, तो अपनी आंखों को रगड़ने से बचें। इसके बजाय आंखों को साफ़ पानी
से छीटें मारकर धो लें। यदि लगातार खुजली हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह
लें।
लेंस लगाते समय ध्यान दें
आंखें लाल हैं,
ओवर-द-काउंटर आई ड्रॉप्स (ऐसी दवाएं, जिन्हें आप किसी डॉक्टर की पर्ची के
बिना भी ख़रीद सकते हैं) से बचें और डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज करें। इसके
अलावा अगर आप कॉन्टेक्ट लेंस लगाते हैं, तो मॉनसून के दौरान पहनने से बचें
और यदि लगा ही रहे हैं, तो उन्हें लगाने से पहले और बाद में साफ़ करना ना
भूलें। कॉन्टेक्ट लेंस लगी आंखों को तेज़ हवा, बारिश और पानी के छीटों से
बचाएं।
आंखों की आम देखभाल
बारिश के दिनों में आंखों
को साफ़ करने के लिए रूमाल या तौलिए के बजाय, डिस्पोजेबल टिशू का इस्तेमाल
करें, यह अधिक बेहतर ऑप्शन होता है। अगर तौलिए का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो
आप उसे पहले डिसइंफ़ेक्ट और सैनिटाइज़ करके ही उनका इस्तेमाल करें।