शरीर में ये 10 लक्षण दिखते ही हो जाएं सतर्क, खराब होने लगी हैं आपकी किडनी!

मानव शरीर में किडनी बहुत महत्वपूर्ण अंग है, शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए किडनी का बहुत बड़ा योगदान रहता है। हेल्दी रहने के लिए किडनी का हेल्दी रहना बहुत जरूरी होता है। दरअसल, शरीर के गंदगी को शरीर से बाहर निकालने का काम किडनी ही करती है। इसलिए एक तरह से किडनी को शरीर की छलनी का कहा जा सकता है। किडनी में किसी प्रकार की समस्या होने पर शरीर से विषैले पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते जिससे कई रोग पैदा हो सकते है। किडनी खराब होने के लक्षण इतने हल्के होते हैं कि ज्यादातर लोगों को बीमारी के बढऩे तक कोई अतंर महसूस नहीं होता। किडनी से जुड़ी बीमारियों की अगर समय रहते पहचान नहीं की गई तो यह जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जो किडनी में खराबी का इशारा करते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

पेशाब करने की आवृत्ति में परिवर्तन

किसी को अपने मूत्र उत्पादन पर बहुत सावधानी से ध्यान रखना पड़ता है। उदाहरण के लिए, रोगी के मूत्र उत्पादन में कमी हो सकती है या उसे अधिक बार पेशाब करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है, विशेष रूप से रात में। यह एक चेतावनी का संकेत हो सकता है और यह संकेत दे सकता है कि गुर्दे की फ़िल्टरिंग इकाइयाँ क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं या क्षतिग्रस्त होने की प्रक्रिया में हैं। कभी-कभी यह पुरुषों में कुछ मूत्र पथ के संक्रमण या बढ़े हुए प्रोस्टेट का संकेत भी हो सकता है।

अस्पष्टीकृत थकान

ईपीओ, एरिथ्रोपोइटिन बनाने के लिए गुर्दे जिम्मेदार होते हैं, जो शरीर को आरबीसी (लाल रक्त कोशिकाओं) बनाने का निर्देश देते हैं। जब गुर्दे प्रभावित होते हैं, तो वे कम ईपीओ बनाते हैं जिससे शरीर में आरबीसी में कमी आती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा प्रभावित होती है और व्यक्ति बहुत जल्दी थकान महसूस करता है।

भूख में कमी आना

शरीर में विषाक्त पदार्थों और वेस्ट का संचय भी आपकी भूख को कम कर सकता है, जिससे वजन घटने लगता है। कम भूख का एक अन्य कारण सुबह जल्दी मतली और उल्टी भी हो सकती है। इस कारण व्यक्ति को हर समय पेट भरा हुआ महसूस होता है और कुछ खाने का मन नहीं करता। यह किडनी खराब होने का खतरनाक संकेत है, जिस पर किसी का ध्यान नहीं जाता।

ड्राई व खुजली वाली त्वचा

किडनी हमारे शरीर में अवांछित प्रद्धार्थों को बाहर निकालने के अलावा लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने में सहायक होती है। जिससे हड्डियां मजबूत होती है और इससे हमारे खून में मिनरत्स की मात्रा को सहीं बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन यदि किडनी ठीक से काम नहीं करता है तो इसका संतुलन बिगड़ सकता है जिसका प्रभाव हमारे शरीर की त्वचा का ड्राई होना और खुजली होने जैसी समस्या उत्पन्न करती है।

पीठ में दर्द

किडनी खराब होने पर पीठ में दर्द होने की शिकायत भी हो जाती है। दरअसल, जब किडनी शरीर के अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में असमर्थ रहती है, तो इससे पीठ में दर्द की समस्या हो जाती है। ऐसे में यदि आपको भी लंबे समय से पीठ में दर्द की शिकायत हो रही है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता है।

शरीर में सूजन आना

जब किडनियों की कार्यप्रणाली में कोई दिक्कत आती है तो शरीर से बाहर न निकलने वाली गंदगी और तरल पदार्थ समस्याएं उत्पन्न करते हैं। जिनसे शरीर में सूजन आ जाती है। यह सूजन हाथों, पैरों, जोड़ों, चेहरे और आंखों के नीचे हो सकती है। अगर आप अपनी त्वचा को उंगली से दबाएं और डिम्पल थोड़ी देर तक बने रहें तो डॉक्टर के पास जाने में देर न करें।

मूत्र में झाग या रक्त का होना

पेशाब में अत्यधिक झाग मूत्र में प्रोटीन की उपस्थिति को इंगित करता है। जब गुर्दे का फ़िल्टरिंग तंत्र क्षतिग्रस्त हो जाता है या क्षतिग्रस्त हो रहा होता है, तो प्रोटीन, रक्त कोशिकाएं मूत्र से रिसने लगती हैं। गुर्दे की बीमारी का संकेत देने के अलावा, मूत्र में रक्त ट्यूमर, गुर्दे की पथरी या किसी भी तरह के संक्रमण का संकेत दे सकता है। साथ ही, बुखार या ठंड लगने के साथ पेशाब से निकलने वाला मवाद गंभीर हो सकता है और फिर से गंभीर मूत्र पथ के संक्रमण का संकेत हो सकता है। इस प्रकार मूत्र के रंग, स्थिरता या प्रकृति में परिवर्तन को गुर्दे के विशेषज्ञ को जल्द से जल्द सूचित किया जाना चाहिए।

मसल्स क्रैम्पस होना

अक्सर हम उठते या बैठते समय लगता है कि हमारे मसल्स में क्रैम्पस आ गया है या पैर या पीठ में जकड़न के साथ तेज दर्द महसूस होता है। कभी-कभी ऐसा हुआ तो परेशानी नहीं है लेकिन यह आपको नियमित रूप से होता है तो यह किडनी संबंधी बीमारी की वजह हो सकता है।

पेट के निचले हिस्से में दर्द

यदि आपके पेट के निचले हिस्से में दर्द हो रहा है, तो ये भी किडनी के खराब होने का एक संकेत हो सकता है। दरअसल, मूत्र मार्ग में दर्द होना और पेट के निचले हिस्से में दर्द होना ये किडनी की इंफेक्सन का लक्षण हो सकता है। ऐसे में यदि आपको भी इस समस्या से जूझना पड़ रहा है, तो आपकी किडनी खराब हो सकती है।

उल्टियां आना

किडनी से जुड़ी समस्याओं के परिणामस्वरूप उल्टी आने जैसे लक्षण आम बात हो जाते हैं। इसके अलावा गैस से जुड़ी समस्याएं हर सुबह सामने आती हैं। अगर आप उल्टी के दवाईयां लेने के बाद भी समस्या को जस की तस पाएं तो फौरन डॉक्टर से पूरा चेकअप करवाएं।