सर्दियों के दिनों में पाना चाहते हैं खांसी-जुकाम से राहत, इम्यूनिटी को इन 8 तरीकों से करें मजबूत

सर्दियों के दिनों में बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता हैं जिसकी वजह से खांसी-जुकाम, बुखार जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि शरीर को इम्यूनिटी प्रदान की जाए ताकि ऐसी बिमारियों से निजात पाई जा सके। इसका सबसे बड़ा और आसान जरिया होता हैं आहार जिसकी मदद से इम्यूनिटी व पाचन तंत्र को मजबूत किया जा सकें। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही तरीके बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से खांसी-जुकाम से राहत पी जा सकेगी। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

अदरक

अदरक एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी कैंसर आदि गुणों से भरपूर होता है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट होती है। ऐसे में सर्दी, खांसी, जुकाम, गले की खराश आदि से राहत मिलती है। आप इसका सेवन सब्जी में मिलाने के अलावा शहद के साथ या चाय बनाकर कर सकते हैं।

शहद

शहद पोषक तत्वों, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-माइक्रोबियल आदि गुणों से भरपूर होता है। इसका सेवन करने से गले व सांस संबंधी समस्याएं दूर रहती है। शहद बॉडी को हाइड्रेट रखने के साथ इम्यूनिटी तेज करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से इंफेक्शन होने का खतरा कम रहता है। आप रोजाना सुबह गर्म पानी में शहद व नींबू मिलाकर पी सकते हैं। इससे सर्दी से आराम मिलने के साथ आपका वजन भी कंट्रोल रहेगा।

लहसुन

लहसुन में पोषक तत्व, एंटी-ऑक्सीडेंट व औषधीय गुण होते हैं। इसका सेवन करने से इंफेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया से छुटकारा मिलता है। इससे इम्यूनिटी व पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। ऐसे में सर्दी, खांसी, जुकाम से बचाव रहता है। आप रोजाना सुबह 2-3 लहसुन की कच्ची कलियां खा सकते हैं। इसके अलावा इसे पानी में उबालकर भी पिया जा सकता है।

पालक

पालक में फॉलेट नामक ऐसा तत्व पाया जाता है जो शरीर में नई कोशिकाएं बनाने के साथ कोशिकाओं में मौजूद डीएनए की मरम्मत का भी काम करता है। फाइबर, आयरन, विटमिन-सी शरीर को हर तरह से स्वस्थ बनाए रखता है।

दही

दही कैल्शियम, विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, व प्रोबायोटिक प्रॉपर्टीज से भरपूर होता है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट होती है। इसके साथ पाचन तंत्र भी मजबूत होत है। ऐसे में पेट संबंधी समस्याएं व कॉमन कोल्ड का खतरा भी कम होता है। मगर सर्दियों में इसका थोड़ा सावधानी से सेवन करना चाहिए। जिन लोगों को पहले से छाती पर बलगम जमने की शिकायत हो उन्हें दही खाने से बचना चाहिए। नहीं तो उन्हें यह समस्या बढ़ सकती है।

गिलोई का रस या काढ़ा

करीब चार इंच लंबाई में गिलोई का तना लें। उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर, मिक्सी में पीस कर पेस्ट बना लें। फिर चार कप पानी में एक चौथाई चम्मच हल्दी के साथ उस पेस्ट को उबाल लें। यह ध्यान रखें कि ढक कर नहीं उबालना है। जब उबलते हुए एक कप बच जाए तो उसमें एक चुटकी काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट पीना है।

चिकन सूप

नॉन वेजिटेरियन लोग सर्दियों में अपनी डेली डाइट में चिकन सूप का सेवन कर सकते हैं। यह खाने में टेस्टी होने के साथ पचाने में आसान होता है। इसमें सभी जरूरी मिनरल्स, विटामिन्स, प्रोटीन, कैलोरी व एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसके साथ ही चिकन सूप इलेक्ट्रोलाइट्स और फ्लूड्स का भी अच्छा स्रोत है। इसके सेवन से बुखार व छाती में बलगम जमने की समस्या से आराम मिलता है।

केला

केले में पानी में घुलनशील फाइबर मौजूद होता है। इसका सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। एक्सपर्ट अनुसार केले में कोल्ड से लड़ने वाले तमाम न्यूट्रिएंट्स और कैलोरीज होते हैं। मगर कई लोगों का मानना है कि इसका सेवन करने से जुकाम की समस्या बढ़ सकती है।