यदि आप अपनी सेहत को सुधारने की सोच रहे हैं तो सबसे जरूरी है आप अपनी दिनचर्या में बदलाव लाइए। आपकी सेहत तब तक नहीं सुधर सकती और आप तब तक फिट नहीं हो सकते जब तक अपकी पाचन शक्ति ठीक नहीं होगी। भले ही आप कितने पौष्टिक आहार का सेवन कर लें, यदि पेट में कब्ज रहेगा तो इसका फायदा शरीर को नहीं मिलेगा। पाचन क्रिया कमजोर हो जाने पर खाया पिया अछे से पचता नहीं और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिलते। खराब पाचन से शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है जिस कारण बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। अनहेल्थी लाइफस्टाइल और खाने पीने की बुरी आदतों का बुरा प्रभाव हमारे डाइजेशन पर पड़ता है। पाचन शक्ति मजबूत ना होने पर पेट में गैस, क़ब्ज़,अल्सर, मोटापा, दुबलापन, बदहज़मी, पेट और लिवर की बीमारियां होने का खतरा अधिक होता है, आइए हम आपको पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स दे रहे हैं।
* खाना सही तरीके से खाए : भोजन के बाद अपच की परेशनी से बचने के लिए खाना खाने का सही तरीका अपनाये। खाना खाने से पहले फल खाए उसके बाद जटिल भोजन करे इस तरह से आप ज्यादा खा पाएंगे और पाचन समस्याओं से बचे रहेगें।
* फास्ट फ़ूड को कहे अलविदा : स्वाद हर कोई लेना चाहता है। इस स्वाद के चक्कर में हम लोग फास्ट फ़ूड खाने लगते है। किसी को यह कम पसंद होता है तो किसी को ज्यादा। जिसको यह ज्यादा पसंद होता है वह ख़राब पाचन तन्त्र का शिकार बन जाता है। महीने में कभी – कभी तो फ़ास्ट फ़ूड चल सकता है।
* पाचनतंत्र के लिए योग : इस बात में कोई शक नहीं कि पाचनतंत्र पर ही पूरे शरीर का स्वास्थ्य निर्भर होता है। इसलिए इसका ठीक रहना बेहद जरूरी होता है। पाचनतंत्र को मजबूत बनाने के कुछ योगासन हैं जिन्हें हर दिन नियमित रूप से करने पर पाचनतंत्र दुरुस्त बन जाता है। और कमाल की बात तो ये कि इसके लिए आपको प्रत्येक आसन के लिए मुश्किल से केवल 5 मिनट का समय निकालना होता है।
* गरम पानी पियें : पानी शरीर के लिए बहुत जरूरी है और यह हमारे शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। लेकिन शायद आपको यह नहीं पता कि सामान्य पानी की तुलना में गरम पानी पीने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। इसलिए पानी को पीने से पहले हल्का गरम कीजिए। रोज 8 से 10 गिलास पानी का सेवन करना चाहिए। नींबू पानी पीने से भी पाचन शक्ति मजबूत होती है।
* फाइबर से भरपूर आहार : फाइबर से भरपूर आहार जैसे साबुत अनाज, सब्जियां, फलियां और फल पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते है। रेशेदार खाद्य पदार्थ पचाने में आसान और कब्ज को रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा, उच्च फाइबर आहार विभिन प्रकार की पाचन संबंधी समस्याएं जैसे डिवैर्टिकुलोसिस, हेमोर्रोइड्स और इर्रिटेबल बॉउल सिंड्रोम को कम करता है। फाइबर के कुछ बेहतरीन स्रोत गेहूं की भूसी, सब्जियों, जई, नट, बीज और फलियां हैं।