मां बनना जिंदगी के बेहतरीन अनुभवों में से एक है। पर मातृत्व की यह राह इतनी मुश्किल भी नहीं है। हर उम्र में गर्भावस्था के दौरान कुछ खास परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किन्तु आजकल महिलाओं में गर्भ धारण संबंधी अनेक समस्यायें सामने आ रही है। किसी को बांझपन होता है तो कोई अनेक प्रयास करने के बाद भी माँ नही बन पाती। इसका कारण आधुनिक युग का खानपान और जीवन शैली भी हो सकता है। ऐसे कई रास्ते हैं जिससे की किसी महिला के प्रेगनेन्ट होने के अवसरों को बढाया जा सकता है। अगर कोई महिला इन टिप्स को अपनाकर जल्द से जल्द गर्भ धारण कर सकती हैं। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।
* एक चम्मच असगंधा का चूर्ण, एक चम्मच देशी घी के साथ मिलाकर मिश्री मिले हुए दूध के साथ मासिक धर्म के छठे दिन से पुरे माह पीने से बंध्यापन दूर होकर गर्भधारण होता है। यह प्रयोग सुबह खाली पेट प्रयोग करना चाहिए और जब तक लाभ ना हो तब तक दोहराते रहना चाहिए।
* शीघ्र गर्भधारण करने के लिए आप 3 ग्राम गोरोचन, 10 ग्राम अश्वगंधा और 10 ग्राम गजपिपरी लें और उन्हें सुखाकर पिस लें। आप इस चूर्ण को मासिक धर्म के चौथे दिन से लगातार 5 दिन तक दूध के साथ सेवन करें। जल्द ही आपको गर्भधारण का आभास होगा।
* गर्भवती होने के लिए सिर्फ सहवास करना जरुरी नहीं होता बल्कि सही समय पर सहवास करना जरुरी होता है। महिला का शरीर ऐसा नहीं होता जो कभी भी गर्भवती हो सके। उसका एक निश्चित समय होता है, एक छोटी सी अवधि होती है। आप उस अवधि को पहचानें और उस समय सहवास करें।
* नीलकमल का चूर्ण और धाय (धातकी) के पुष्पों का चूर्ण समभाग मिलाकर ऋतुकाल प्रारम्भ होने के दिन से 4 दिनों तक नियमित रूप से एक चम्मच चूर्ण शहद के साथ सेवन करने से गर्भधारण होता है।
* मासिक धर्म के खत्म होने के बाद आप सेमर की जड़ को 250 ग्राम पानी में मिलाकर पकायें और फिर इसे छानकर इक्कठा कर लें। इस उपाय को आप 4 दिन तक अपनायें।
* पीपल के सूखे फलों का चूर्ण आधे चम्मच की मात्रा में कच्चे दूध के साथ मासिक धर्म शुरू होने के पांचवें दिन से दो हफ्ते तक सुबह शाम प्रयोग करने से गर्भधारण होता है। लाभ नहीं होने से अगले महीने भी इसको जारी रखें।
* अपने गर्भाशय की शुद्धि के लिए आप 4 ग्राम त्रिफलाधृत को रोज सुबह शाम ग्रहण करें। इससे महिला का गर्भाशय गर्भधारण के लिए तैयार होता है।
* अगर कोई स्त्री बांझपन के कारण माँ नही बन पा रही है तो उन्हें 40 ग्राम गुलकंद के साथ 20 ग्राम सौंफ मिलकर चबानी चाहियें। आप इसे चबाने के बाद एक गिलास दूध भी जरुर पियें। इससे न सिर्फ आपको बांझपन से मुक्ति मिलेगी बल्कि जल्द ही आप गर्भ को भी धारण करोगी।