नींद सभी को प्यारी होती है, विशेष तौर से रात की नींद से बढ़िया कुछ नहीं होता। पूरा दिन थक-हारकर जब हम रात को पलंग पर जाते हैं तो एक गहरी एवं आनंदमयी नींद का ख़्वाब देखते हैं। लेकिन उस ख़्वाब में डूबने के सफर में यदि किसी के खर्राटे हमें तंग करे तो मुश्किल हो जाती हैं। खर्राटे (snoring) एक सामान्य रोग है। जिसमे हमारे स्वास नाली में किसी प्रकार से रुकावट के कारण जब स्वांस लेने में तकलीफ होती है तो खर्राटे निकलते है। खर्राटें लेने की आदत बेहद ख़राब होती है, क्योंकी इससे दुसरे लोगो को भी परेशानियां उठानी पड़ती है। रात में लोग खर्राटें की आवाज से ठीक से सो नहीं पाते है। वैसे तो यह आम बात है परन्तु अगर लम्बे समय तक इसका अनदेखी करने से इसका परिणाम भयंकर भी हो सकते है। आज हम आपको बताने जा रहे है कैसे इन खर्राटों को कंट्रोल किया जा सकता हैं।
# अपने सोने की तरीको को बदले : अगर आप को एक ही मुद्रा में सोने की आदत है तो ये आपको खर्राटें जैसी समस्याओ से ग्रसित कर सकती है। आप सोने के समय करवट बदल के सोने की प्रयास करे।
# सोने का एक समय निर्धारित करें : खर्राटे रोकने के लिए यह आवश्यक है कि आपके सोने का कोई निश्चित समय हो। सही समय पर सोने जाएं तथा इस समय को ना बदलें, क्योंकि इससे आपको काफी परेशानी होगी। रोज़ाना के समय का पालन करें। इससे आपको अवश्य लाभ मिलेगा।
# अच्छी नींद लाने तथा खर्राटे बंद करने के लिए रात को गाय का घी हलका–सा गरम करके १ से ४ बुंद दोनों नथुनों में डाले।
# वातावरण को नम बनाएं : यह काफी आवश्यक है कि बैडरूम का वातावरण नम रहे। खर्राटे रोकने के उपाय, इसके लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करें। हवा सूखी होने से नाक के मेम्ब्रेन में परेशानी हो सकती है। इस प्रक्रिया में गले में भी खुजली तथा परेशानी होती है। चीज़ों को सामान्य रखने के लिए यह आवश्यक है कि आप बैडरूम का वातावरण नम रखें जिससे कि गले और नाक पर सूखेपन का हमला ना हो सके।
# जिन्हें रात को सोते समय खर्राटे लेने की आदत पड़ गई हो उसे खर्राटे से बचने के लिए रात को सोते समय मन को शांत व मस्तिष्क को बाहरी विचारों से मुक्त रखकर सोना चाहिए।
# नाक की हड्डी में समस्या हो या फिर मांस बढ़ा हो तो डॉक्टर से समय रहते मिलें। रात के समय हल्का खाना खाएं। गले की रेग्युलर एक्सरसाइज करें।