स्वस्थ शरीर के लिए सबसे जरूरी होता हैं स्वस्थ पाचन प्रणाली जिसे मजबूत करने के लिए शरीर के विभिन्न अंगों की क्रियाविधि अच्छी होनी जरूरी हैं। इन्हीं अंगों में से एक हैं आंत जिसकी परत पर प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाने वाली 70 फीसदी कोशिकाएं होती हैं। पाचन स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए आंतों को साफ रखना बहुत आवश्यक होता है। आंतों की सफाईका मतलब उसमें मौजूद विषाक्त पदार्थों और परजीवियों को हटाना है। इसके लिए आपको अपने आहार में ऐसी चीजों को शामिल करने की जरूरत होती हैं जो आंत की साफ़-सफाई में प्राकृतिक रूप से सहयोग प्रदान करें। तो आइये जानते हैं ऐसे आहार के बारे में।
दहीदही एक प्रोबायोटिक (फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले जीवित सूक्ष्मजीव) खाद्य पदार्थ है। इंटरनेशनल जरनल ऑफ़ कैंसर में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक बहुत सारी मात्रा में दही खाने से कोलोरेक्टल कैंसर होने की आशंका में 38 फीसदी तक कमी आती है। इसके साथ ही प्रोबायोटिक्स होने की वजह से इसमें स्वस्थ बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो बीन्स या सब्जी खाने की वजह से होने वाली गैस की समस्या को कम करता है। अगर आप दुग्ध पदार्थ पसंद करते हैं तो अपनी डाइट में दही जरूर शामिल करें।
अखरोटअखरोट के प्रत्येक तीस ग्राम में कुछ ग्राम फाइबर मिलता है। लेकिन इसमें एल्फा-लिनोलेनिक एसिड के फाॅर्म में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। इस वजह से यह आंत की सफाई के लिए उपयोगी आहार में शामिल है। कुछ शोध से पता चलता है कि अखरोट खाने से आंत मजबूत होती है और ऐसा ट्यूमर जिसके कैंसर बनने की आशंका हो, उसके जोखिम में भी कमी आती है।
ब्रोकलीब्रोकली को आप अपनी डाइट में किसी भी रूप में शामिल कर सकते हैं। आप चाहें तो इसे फ्राई करके खा सकते हैं या फिर चिकन के साथ इसको भूनकर खा सकते हैं। आप ब्रोकली और फूलगोभी को मिक्स करके सब्जी बनाकर भी इसका मजा ले सकते हैं। ब्रोकली आंत को साफ करके आपको स्वस्थ रखती है।
बीन्स बीन्स और दालें भी फाइबर से भरपूर होती हैं। नियमित फाइबर युक्त आहार का सेवन करने वालों को फाइबर युक्त आहार न खाने वालों की तुलना में कोलोन पाॅलिप (आंतों की ऊपरी परत पर बनने वाला कोशिकाओं का एक छोटा गुच्छा होता है) होने की आशंका 35 फीसदी तक कम होती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि बीन्स और दाल में कैंसर रोधी फाइटोकेमिकल्स होते हैं। अतः बीन्स और दाल नियमित खाएं और अपने आंतों को साफ रखें।
चिया बीजअगर कहा जाए कि चिया बीज आपके आंतों की सफाई के लिए बेहतरीन विकल्प है तो गलत न होगा। पानी में भिगोए रखने की वजह से चिया बीज जेली जैसे नजर आते हैं। यह पेट को साफ करने में और कब्ज से छुटकारा दिलाने में भी उपयोगी है। इसके अलावा चिया बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो कि शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। आप चिया बीज को पानी में मिलाकर या दूध में डालकर खा सकते हैं। स्वाद बढ़ाने के लिए दूध के साथ-साथ कोको भी शामिल किया जा सकता है। स्मूदी के रूप में या सलाद के तौर पर भी इसका सेवन किया जा सकता है।
लाल मिर्चआमतौर पर लाल मिर्च भोजन का तीखापन बढ़ाता है। लेकिन लाल मिर्च सिर्फ स्वाद को बदलने के लिए ही उपयोगी नहीं है अपितु यह शारीरिक समस्याओं के लिए भी उपयोगी है। यह शरीर में बने बलगम (श्लेष्मा) की समस्या को कम करता है। बलगम और पेट के एसिड का प्रयोग कर पेट पाचन को आसान करता है एवं उसे बढ़ाता है। लाल मिर्च भी अपच के लक्षणों से लड़ने में मदद करती है।
इसबगोलइसबगोलभी तमाम उपयोगी बीजों की तरह आपके पेट के लिए फायदेमंद है। इसे आप चिया बीज के साथ पानी में घोलकर सूप की तरह पी सकते हैं। शुरुआती दिनों में इसबगोल को कम मात्रा में पिया जाना चाहिए। इससे यह पता चलता है कि इसबगोल आपके शरीर में किस तरह प्रतिक्रिया करेगा। इसके अलावा इसबगोल पीने के बाद अपने आंत को साफ करने के लिए खूब पानी पिएं।