आपको दिल का रोगी बना सकती हैं ये 10 गलत आदतें, जानें और सुधारे अपनी लाइफस्टाइल

वर्तमान समय में दिल के रोगियों की संख्या में गजब का इजाफा देखने को मिल रहा हैं और हार्ट अटैक के मामले भी बढ़ने लगे हैं। दिल से जुड़ी इन बीमारियों के पैदा होने का मुख्य कारण बनता हैं आपकी गलत लाइफस्टाइल। जी हां, अक्सर युवा अवस्था में लोग अपनी दिनचर्या में कुछ ऐसी गलत आदतों को शामिल कर लेते हैं जो भविष्य में उनके लिए घातक साबित होती हैं। यह बुरी आदतें 50 वर्ष की उम्र के बाद आपको दिल की बीमारियां दे सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको ऐसी आदतों और गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी वजह से आप हार्ट पेसेंट बन सकते हैं। इन आदतों को जानकर आपको अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाने की जरूरत हैं। आइये जानते हैं इन आदतों के बारे में...

मोटापा है सबसे बड़ा दुश्मन

अगर आपको ऐसा लगता है कि आपका बढ़ा हुआ वेट, दिल की बमारियों से ताल्लुक नहीं रखता तो आप गलत हैं। आपके दिल की बीमारी का पहला बड़ा कारण आपका वेट बनता है। मोटे लोगों में हार्ट अटैक की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए क्योंकि मोटापा के कारण ब्लड कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड, ब्लड प्रेशर और मधुमेह का खतरा बढ़ता है और ये सभी हार्ट अटैक की वजह हैं।

मसूड़ों से संबंधित दिक्कत

वैसे ये सुनने में अजीब लग रहा है, पर आपको बता दें कि इसका संबंध दिल की बीमारी से है। विशेषज्ञों के मुताबिक मसूड़ों में बनने वाला बैक्टीरिया ब्लड वेसल को प्रभावित करता है। ये बैक्टीरिया ब्लड वेसल में सूजन पैदा कर देता है और इस कारण हार्ट अटैक के आसार बन जाते हैं। अगर आपको भी मसूड़ों से जुड़ी परेशानियां हैं, तो इसे नजरअंदाज करने की भूल न करें।

स्मोकिंग

यदि आप धूम्रपान के आदी हैं तो आपको दिल से संबंधित बहुत सी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जिन व्यक्तियों को धूम्रपान की वजह से हार्ट अटैक हुआ था, उन्हें धूम्रपान से हर हाल में बचना चाहिए। कई अध्ययन में इस बात का पता चला है कि हार्ट अटैक पड़ने के बाद जो व्यक्ति दोबारा धूम्रपान करने लगते हैं, उन्हें जान का खतरा अधिक रहता है।

ब्रेकफास्ट मिस करना

बिजी शेड्यूल या फिर अन्य कारणों की वजह से आप अगर ब्रेकफास्ट मिस करते हैं, तो कारण हार्ट अटैक की आशंका को बढ़ा सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर लगातार ब्रेकफास्ट मिस होता रहे, तो ऐसे में डायबिटीज होने का खतरा भी बना रहता है। ऐसे लोग सुबह का नाश्ता नहीं करते हैं और वे दोपहर या रात में जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं। इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल दिल के लिए किसी खतरे से कम नहीं होता।

रेगुलर एक्टिविटी न करना

ऐसे कई कारण हैं, जिस वजह से व्यक्ति उतना एक्टिव नहीं रह पाता , जितना उसे होना चाहिए। हालांकि दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप दिनभर एक्टिव रहें। शुरूआत वॉकिंग से करें। केवल 20 मिनट के लिए चलना, दौड़ना या कोई खेल खेलने जैसी एक्टिविटी हृदय स्वस्थ्य बनाए रखने में बहुत मदद करती है।

कम पानी पीना

कम पानी पीने के कारण भी हार्ट से जुड़ी समस्याएं बन जाती हैं। इतना ही नहीं पानी कम पीने की वजह से हार्ट ही नहीं स्वास्थ्य संबंधी अन्य दिक्कतें भी परेशान करती हैं। कम पानी पीने की वजह से स्किन को भी खासा नुकसान पहुंचता है। विशेषज्ञों के मुताबिक रोजाना कम से कम 2.5 से 3 लीटर पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।

ऑयली और जंक फूड्स का ज्यादा सेवन करना

ऑयल फूड खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा होता है। यह नरम मोम जैसा पदार्थ होता है, जो शरीर की हर कोशिका में मौजूद होता है। इसका लेवल बढ़ने से दिल से संबंधित बीमारियां होने का खतरा अधिक रहता है। अनहेल्दी और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से भी आपका दिल खतरे में पड़ सकता है। यह एक हानिकारक आदत है, जो ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल जैसे जोखिम कारक को सीधे तौर पर प्रभावित करती है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि भोजन के पोषण की जानकारी के लिए अपने मैन्यू पर ध्यान दें और केवल वही खाएं, जो आपको लगे कि पोषण और स्वाद के मामले में संतुलित है।

शिफ्ट वर्क

ऑफिस में काम ज्यादा होने से ज्यादातर लोगों को अलग-अलग शिफ्ट में वर्क करना पड़ रहा है। किसी भी शिफ्ट में काम करने से उनका लाइफस्टाइल तो बिगड़ा ही हुआ है, साथ ही इस कारण उनके शरीर की सर्काडियन रिदम पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। अगर ये रिदम प्रभावित होती है, तो इससे दिल की हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। कोशिश करें कि एक ही शिफ्ट में काम किया जाए।

ज्यादा स्ट्रेस

युवा अवस्था में लोग अक्सर अपने भविष्य को लेकर या अन्य कई चीजों को लेकर चिंतित रहते हैं। लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि लंबे समय तक तनाव में रहने से आप डिप्रेशन से तो ग्रसित होते ही हैं साथ ही हार्ट अटैक के भी शिकार हो सकते हैं। तनाव में गुस्सा आना स्वाभाविक है, जिससे आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। कोर्टिसोल का हाई लेवल आपके कोलेस्ट्रोल के स्तर के साथ ही आपके रक्तचाप को भी बढ़ाता है, जिससे शरीर में दिल संबंधी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।

नियमित रूप से शराब पीना

शराब लोगों के जीवन का जरूरी हिस्सा बन गई है। लेकिन ये उन मुख्य कारकों में से एक है, जो लोगों में हार्ट अटैक का कारण बनती है। यह शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स लेवल को ट्रिगर करती है। इसमें मौजूद फैट कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। धमनी में ब्लॉकेज और वजन बढऩा ज्यादा शराब पीने के बुरे परिणाम हैं। इसे मॉडरेशन में पीना बहुत जरूरी है और इसके नुकसान से बचने के लिए व्यायाम करना एक बेहतर उपाय है।