अजीब लहजे में बात करने से 'तारक मेहता...' की दयाबेन को हुआ गले का कैंसर!, जानें क्या कहते है एक्सपर्ट्स

भारत के सबसे मशहूर टीवी शो में से एक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की दिशा वकानी (Disha Vakani) उर्फ दयाबेन (Dayaben) की सेहत से जुड़ी एक बड़ी खबर इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं। खबरों में कहा जा रह कि दिशा वकानी कोगले का कैंसर (Throat cancer) हो गया है। कहा जा रहा है उन्हें गले का कैंसर उनके ‘दया बेन’ वाले किरदार की वजह से हुआ है। दिशा शो में अजीब लहजे में बात करती थीं जिसकी वजह से उन्हें गले का कैंसर हुआ है। ऐसी खबरें हैं कि गले के कैंसर की वजह से उन्होंने लंबे समय से चले आ रहे हैं टीवी शो से ब्रेक लिया है।

शो में दयाबेन की भाई बने सुंदर उर्फ मयूर वकानी ने ईटाइम्स को बताया, 'मीडिया में आ रही इस तरह की सभी खबरें झूठी हैं और इस तरह का कोई भी दावा सच नहीं है। वह (दिशा) स्वस्थ हैं। हर दिन हमें उनके बारे में निराधार अफवाह सुनने को मिलती हैं लेकिन प्रशंसकों को इनमें से किसी पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए।'

वहीं, दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान दिशा के भाई मयूर ने कहा कि ये पूरी तरह से अफवाह है और मैं उनके फैंस से रिक्वेस्ट करता हूं कि वो इस तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और इससे बिल्कुल न घबराएं। मैं दिशा के संपर्क में हूं और अगर इस कैंसर की खबर में कोई सच्चाई होती, तो मैं इसे जानने वाला पहला इंसान होता। दिशा पूरी तरह से ठीक हैं और सच कहूं तो उन्हें पता है कि अफवाहों से कैसे डिल करना है।

वहीं, तारक मेहता का उल्टा चश्मा के जेठालाल यानी दिलीप जोशी ने aajtak.in से बात करते हुए कहा कि हर बार कुछ न कुछ उटपटांग न्यूज आ जाती है। मुझे लगता है इसको बढ़ावा देने की जरुरत नहीं है। मैं बस इतना कहूंगा कि यह सब अफवाह है। इनपर ध्यान न दें।

आपको बता दे, दयाबेन उर्फ दिशा ने एक बार साल 2010 में अपनी अजीब आवाज के कारण इस समस्या के बारे में बात की थी। दिशा ने स्वीकार किया कि हर बार एक ही आवाज को बनाए रखना बेहद मुश्किल था, लेकिन उन्होंने भगवान का शुक्रिया अदा किया कि इससे उनकी आवाज पर कभी असर नहीं पड़ा या गले में कोई समस्या नहीं हुई। वह 11 से 12 घंटे लगातार शूटिंग करती थी।

क्या गले का कैंसर आवाज बदलने से जुड़ा?

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, गले का कैंसर तब होता है, जब वोकल कॉर्ड में कैंसर बढ़ता है। इस प्रकार का कैंसर तंबाकू के सेवन, अत्यधिक शराब के सेवन, वायरल संक्रमण और यहां तक कि कभी-कभी गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग के कारण भी होता है। आवाज में जानबूझकर परिवर्तन के साथ इसका सीधा संबंध अज्ञात है और इसका पता नहीं लगाया जा सकता है, स्वर में बदलाव कैंसर के इस रूप का एक प्रारंभिक संकेत है। इसके अलावा गले के कैंसर के अन्य लक्षण निगलने के दौरान दर्द, गर्दन में गांठ, लंबे समय तक खांसी, सांस फूलना, लगातार गले में खराश, कान में दर्द, सांस लेते समय घरघराहट और अत्यधिक थकान है।

राज कुमार पीड़ित थे गले के कैंसर से

अपनी कर्कश और भारी आवाज के लिए जाने जाने वाले गुजरे जमाने के सुपरस्टार राज कुमार भी गले के कैंसर से पीड़ित थे। राजकुमार ने सौदागर, तिरंगा और पाकीजा जैसी फिल्मों में काम किया था जो दर्शकों द्वारा काफी पसंद की गई थी।