Lung cancer के जोखिम को कम करते है ये 5 सुपरफूड, फेफड़ों में भरी गंदगी-कफ को निकाल फेंकते है बाहर

फेफड़े हमारे सरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग होते है इसके बिना जीवन संभव नही है। फेफड़े स्पंजी, हवा से भरे अंगों की एक जोड़ी है, जो छाती के दोनों ओर स्थित होते हैं। जीवित रहने के लिए सांस लेना बहुत हो जरूरी होता है और सांस लेने के लिए हमारे फेफड़ों का स्वस्थ होना बहुत ही जरूरी है। लेकिन दूषित वातावरण के साथ-साथ दूषित खाना भी हमारे फेफड़ों का दुश्मन बना हुआ है। वैसे को फेफड़े शरीर के उन अंगों में से हैं जो खुद ही टॉक्सिक चीजों का सफाया कर लेते हैं, लेकिन समय के साथ और बीमारियों की वजह से इनकी कार्य प्रणाली कमजोर हो जाती है। इसलिए स्वस्थ भोजन का सेवन करके फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखना बेहद जरुरी है। तो चलिए जानते है इन चीजों के बारे में...

लहसुन

लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एक एंटी-फंगल गुण पाएं जाते हैं, जो इसे जड़ी बूटी का दर्जा भी देते हैं। एनसीबीआई के अनुसार, आहार में कच्चे लहसुन का उपयोग फेफड़ों के कैंसर के विकास की संभावना को 44% तक कम कर सकता है। लहसुन का सेवन फेफड़ों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ हृदय, रक्तचाप, संक्रमण और हड्डियों के लिए भी फायदेमंद साबित होता है।

अदरक

अदरक एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है। एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर होने के कारण यह फेफड़ों को स्वस्थ रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह फेफड़ों से वायु प्रदूषकों और तंबाकू के धुएं को खत्म करने के लिए भी जाना जाता है। इसके साथ ही यह फेफड़ों में कफ भर जाने, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी कई क्रॉनिक फेफड़ों की बीमारियों में भी कारगर साबित होता है।

सेब

क्वेरसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सेब फेफड़ों को कई प्रकार के प्रदूषकों और जलन से बचाने का एक शानदार तरीका है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, क्वेरसेटिन फेफड़ों के कैंसर की रोकथाम में भी अत्यधिक उपयोगी है।

अनार

खनिजों और विटामिनों से भरपूर, अनार एक फल है जो एंटीऑक्सिडेंट और एंथोसायनिन का शक्तिशाली स्रोत है। कैंसर रोगियों में अनार के सेवन को अक्सर 'वैकल्पिक कैंसर उपचार' के रूप में जाना जाता है। अनार फेफड़ों के कैंसर के अलावा प्रोस्टेट, ब्रेस्ट, कोलन और स्किन कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए भी मददगार है।

हल्दी

हल्दी दुनिया भर में अपने औषधीय जीवाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है। हल्दी उन लोगों के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है, जिन्हें फेफड़ों के कैंसर और फेफड़ों की क्रॉनिक बीमारियों का खतरा है। सदियों से हल्दी का इस्तेमाल दवाई के तौर पर किया जाता रहा है। इसके अलावा, स्किन, लिवर और पांचन तंत्र के लिए भी हल्दी का सेवन फायदेमंद रहता है।