कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ना एक गंभीर समस्या बन गया है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर जैसी बीमारियों का खतरा अधिक बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल एक लिपिड है, जिसकी हमारे शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए जरूरत होती है। यह एक फैट जैसा पदार्थ है, जो ब्लड आर्टरीज के जरिए शरीर में घूमता रहता है। पानी में नहीं घुलने के कारण कोलेस्ट्रॉल को लिपोप्रोटीन नामक एक कण के माध्यम से शरीर के विभिन्न भागों में पहुंचाया जाता है, जिसकी सतह पर एक प्रकार का प्रोटीन होता है। जब कोलेस्ट्रॉल हाई फैट और कम प्रोटीन सामग्री वाले लिपोप्रोटीन के साथ मिलकर एलडीएल बनाता है, तो यह शरीर के लिए हानिकारक होता है। अगर आप सोच रहे हैं कि सिर्फ सर्दियों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा बना रहता है तो आप गलत हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ दवाएं, हैं जो आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकती हैं। लेकिन हर बार दवाओं पर निर्भर रहना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिनके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। गर्मियों के मौसम में इन चीजों का सेवन करना जरूरी है...
ऑलिव या ऑलिव ऑयल
ऑलिव या ऑलिव ऑयल अनसैच्यूरेटेड फैट से समृद्ध होता है, जो अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाकर खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के उच्च स्तर को रोकने और कम करने में मदद कर सकते हैं। आप सलाद, ऐपेटाइजर, पिज्जा और अन्य चीजों में इसे मिलाकर खा सकते हैं। जैतून का तेल पॉलिफेनॉल्स (polyphenols) से समृद्ध होते हैं, जो एचडीएल-कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाकर लिपिड प्रोफाइल में सुधार कर सकता है। साथ ही हृदय रोग के जोखिम को भी कम कर सकता है। कुकिंग के लिए वर्जिन ऑलिव ऑयल और सैलेड ड्रेसिंग के लिए एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी होती है, अगर ऐसी समस्या हो तो इसके बजाय फलेक्स सीड या राइस ब्रैन ऑयल का सेवन किया जा सकता है।
ओट्सओट्स कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने वाले पोषक तत्वों में से एक फाइबर है। ओट्स में घुलनशील फाइबर होते हैं जो जैल बनाते हैं और कोलन में बैक्टीरिया द्वारा आसानी से पच जाते हैं। ओट्स जठरांत्र संबंधी मार्ग में पित्त एसिड के साथ बंध कर कोलेस्ट्रॉल कम करते हैं और इस प्रकार खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके हृदय रोग से बचाने में सहायक है।
एवोकाडोकोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखने के लिए आप डाइट में एवोकाडो को भी शामिल कर सकते है। इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। एक शोध में सामने आया है कि रोजाना एक एवोकाडो के सेवन को हानिकारक कोलेस्ट्रॉल , एलडीएल-पी और नॉन एचडीएल-सी को कम करने में उपयोगी पाया गया, जिससे हृदय स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
अलसी के बीजअलसी के बीज आपके बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं। अलसी के बीज में फाइबर के अलावा लिग्नान की मात्रा अधिक होती है। ये जटिल कार्बोहाइड्रेट हैं जो शरीर में एस्ट्रोजन की तरह काम करते हैं और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं। आप अलसी को रोटी, दही, और सलाद के साथ ले सकते हैं।
नट्स और बीजकई शोधों में सामने आया है कि नट्स और बीज में एंटीऑक्सिडेंट गुण और फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं। इनके यह गुण कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद कर सकते हैं। नट्स और बीज में बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज, सरसों के बीज आदि शामिल हैं। ऐसे में माना जा सकता है कि सीमित मात्रा में इनका सेवन करना कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में लाभकारी साबित हो सकता है।
शतावरीइस हाई फाइबर सब्जी में सैपोनिन नामक यौगिक भी होते हैं, जिन्हें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी कैंसर के रूप में जाना जाता है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर और बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।
खुबानीयह फल फाइबर का बेहतर स्रोत है। खुबानी की है बीता कैरोटीन सामग्री एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को धमनियों को ऑक्सीकरण और बंद करने से रोकने में मदद करती है। अगर आपको ताजा खुबानी नहीं मिल रहा है, तो आप सूखे खुबानी भी खा सकते हैं।
नीबूनीबू सहित सभी खट्टे फलों में कुछ ऐसे घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो स्टमक (खाने की थैली) में ही बैड कोलेस्ट्रॉल को रक्त प्रवाह में जाने से रोक देते हैं। खट्टे फलों में ऐसे एंजाइम्स पाए जाते हैं, जो मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया तेज करके कोलेस्ट्रॉल घटाने में सहायक होते हैं।