महामारी घोषित हुआ कोरोना वायरस दुनिया भर के 114 देशों में फैल चुका है। इस वायरस की वजह से अब तक दुनिया भर में 4400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को रोकने की अभी तक कोई दवाई नहीं बनी है। इस वायरस से बचने के लिए लोगों से साफ-सफाई पर ध्यान रखने के लिए कहा जा रहा है साथ ही लोगों को साबुन या सैनिटाइजर से हाथ धोने की सलाह दी जा रही है। हालांकि एक नई बहस इस पर भी शुरू हो चुकी है कि वायरस से लड़ने के लिए साबुन या सैनिटाइजर में से क्या ज्यादा बेहतर है।
सैनिटाइजर से ज्यादा साबुन फायदेमंदयूनिवर्सिटी ऑफ साउथ वेल्स के प्रोफेसर पॉल थॉर्डर्सन ने कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन को ज्यादा बेहतर विकल्प बताया है। साबुन वायरस में मौजूद लिपिड का आसानी से खात्मा कर सकता है। दरअसल साबुन में फैटी एसिड और सॉल्ट जैसे तत्व होते हैं जिन्हें एम्फिफाइल्स कहा जाता है। साबुन में छिपे ये तत्व वायरस की बाहरी परत को निष्क्रिय कर देते हैं।
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करीब 20 सेकंड तक हाथ धोने से वो चिपचिपा पदार्थ नष्ट हो जाता है जो वायरस को एकसाथ जोड़कर रखने का काम करता है। आपने कई बार महसूस किया होगा कि साबुन से हाथ धोने के बाद स्किन थोड़ी ड्राइ हो जाती है और उसमें कुछ झुर्रियां पड़ने लगती हैं। दरअसल ऐसा इसलिए होता है क्योंकि साबुन काफी गहराई में जाकर कीटाणुओं को मारता है।
भगवान को भी सताने लगा कोरोना वायरस का डर! पहनाया मास्कवहीं अगर सैनिटाइजर की बात करे तो जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के एक शोध के मुताबिक जेल, लिक्विड या क्रीम के रूप में मौजूद सैनिटाइजर कोरोना वायरस से लड़ने में साबुन जितना बेहतर नहीं है। कोरोना वायरस का सामना सिर्फ वही सैनिटाइजर कर सकेगा जिसमें एल्कोहल की मात्रा 70% अधिक होगी। सामान्य तौर इस्तेमाल होने वाला साबुन इसके लिए ज्यादा बेहतर विकल्प है।
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बता दे, कोरोना वायरस से उन लोगों को ज्यादा खतरा है जिनका इम्यून सिस्टम काफी खराब है। कोरोना वायरस से मरने वालों में ज्यादातर बुजुर्ग लोग इस बात का सबूत हैं।
कोरोना वायरस के लक्षण कुछ इस तरीके के होते हैं
- बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं
- इस वायरस में लगातार खांसी आती रहती है
- इसमें अचानक बुखार, नाक बहना, सांस लेने में तकलीफ और गले में खराश जैसी परेशानियां दिखती हैं
- इसके लक्षण शुरूआत में सामान्य फ्लू की तरह ही होते हैं
- सिर में तेज दर्द,निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस और गले में खराश
- संक्रमण गंभीर होने पर निमोनिया और गुर्दे से जुड़ी बीमारियां होने लगती हैं
- यदि लक्षण आम सर्दी से ज्यादा महसूस हों तो किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए
कोरोना वायरस: संक्रमित 5 में से 4 लोग अपने आप ठीक हो जाते हैं, घबराने की जरुरत नहीं इससे बचने के लिए ये करना चाहिए
- अपने आसपास के लोगों के साथ कम से कम 3 फीट की दूरी बनाए रखना बेहतर होगा ताकि इंफेक्शन से आप बचे रहें
- नियमित तौर पर हाथ धोएं, यानि दिन में कई बार हाथों को कम से कम 20-30 सेकेंड तक कायदे से धोएं
- हाथों से बैक्टीरिया साफ करने के लिए एक अच्छे सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है
- जिन लोगों को खांसी या जुकाम हो उनसे भी खासी दूरी बनाए रखना बेहतर होगा
- हाथों से आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं
- इस बीमारी से बचने के लिए कच्चा या अधपका मांस खाने से परहेज करें
- खांसते और छींकते समय अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह से ढक कर रखें
- सांस की तकलीफ से पीड़िता मरीज के पास जाने से बचने की कोशिश करें
- छींकते या खांसते वक्त नाक और मुंह को टिशू से ढंके और बाद में इस टिशू को डस्टबिन में फेंक दें
- अच्छे मास्क और दस्ताने को प्रयोग में लाएं, ताकि इंफेक्शन से बचे रहें
- खांसी बुखार के वक्त यात्रा करने से परहेज करें
- स्मार्टफोन की स्क्रीन को भी हफ्ते में एक बार जरूर साफ करें
- बुखार,खांसी और जुकाम के लक्षण होते ही अच्छे डॉक्टर को दिखाएं