फिट रहने का सस्ता तरीका हैं रस्सी कूदना, जानें सेहत को इससे मिलने वाले फायदे

आपने अपने बचपन में रस्सी कूदने वाला खेल अर्थात स्किपिंग तो खेला ही होगा, जो कि आजकल के बच्चों के लिए सिर्फ एक एक्सरसाइज बनकर रह गया है। बचपन में खेला गया यह खेल मजेदार होने के साथ ही सेहत भी बनाने का काम करता था। यह एक लाजवाब एक्सरसाइज है जिसके लिए यह कहा जाए कि यह फिट रहने का सस्ता तरीका हैं, तो गलत नहीं होगा। रस्सी कूदने से शरीर का रक्त संचार बेहतर होता है। साथ ही वजन घटाने में भी मदद मिल सकती है। ऐसे ही कई फायदे हैं जो रस्सी कूदने से सेहत को मिलते हैं। यहां हम आपको इन्हीं फायदों की जानकारी देने जा रहे हैं। इन फायदों को जान आप भी अपनी दिनचर्या में रस्सी कूदना शामिल कर लेंगे।

हृदय स्वास्थ्य में सुधार

रस्सी कूदने से हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है। दरअसल, रस्सी कूदने से हृदय की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। रस्सी कूदने से कार्डियो सर्कुलेशन यानी ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो ब्लड को पंप करने के लिए जरूरी होता है। हृदय के स्वस्थ रहने से हार्ट स्ट्रोक और हृदय से जुड़े अन्य जोखिम से बचा जा सकता है। यही वजह है कि रस्सी कूदना को कार्डियो एक्सरसाइज की लिस्ट में जगह दी गई है।

हड्डियों को मजबूत करता है

35 वर्ष की आयु के बाद बोन मास कम हो जाता है, और मेनोपॉज के बाद महिलाओं में बोन लॉस अधिक तेजी से होता है। इसलिए रस्सी कूदना फायदेमंद हो सकता है। इससे हड्डियों की ताकत बढ़ती है। रस्सी कूदने से हड्डियों के जोड़ एक्शन में होते हैं जिससे इनमें पर्याप्त लुब्रिकेशन होता है। इससे ये काम करते रहते हैं और एक जगह जमते नहीं।

एकाग्रता बढ़ती है

हर कार्डियो एक्सरसाइज आपको अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगी और स्किपिंग उनमें से एक है। रस्सी कूदना आपके शरीर को शांत कर सकता है और आपकी एकाग्रता को बढ़ा सकता है।

पेट की चर्बी होती है कम

इसे करने से आपके पेट की चर्बी तेजी से कम होती है। जी हां, वजन कम करते समय यह मुख्य बाधाओं में से एक है। लेकिन रस्सी कूदना इसमें आपकी मदद कर सकता है। हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग एक्सरसाइज बिना डाइट के पेट की चर्बी कम करने और आपके पेट की मसल्स को मजबूत करने में मदद करती है।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

शारीरिक गतिविधि का मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। एनसीबीआई द्वारा पब्लिश एक अध्ययन के मुतबिक, जो लोग ज्यादा शारीरिक गतिविधि नहीं करते हैं, उनमें डिप्रेशन के लक्षण नजर आ सकते हैं। वहीं, रस्सी कूद जैसे अधिक श्रम वाले व्यायाम करने वालों में अवसाद के लक्षण कम होते पाए गए हैं। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि शारीरिक गतिविधि के लिए रस्सी कूदना एक बेहतर उपाय साबित हो सकता है।

थकान से छुटकारा मिलता है

लगातार काम करने से आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं। स्किपिंग आपको अपनी सहनशक्ति में सुधार करने में मदद कर सकता है। जितना अधिक आप नियमित रूप से स्किपिंग करते हैं, उतना ही आपकी सहनशक्ति बढ़ती है। लगातार स्किपिंग रेंज का अभ्यास थकान से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है।

जोड़ों के लिए लाभदायक

रस्सी कूदने के फायदे जोड़ों के लिए भी हो सकते हैं। नियमित रूप से रस्सी कूदने पर टखने, घुटने, कूल्हे और कंधों के जोड़ों की गतिविधि में तेजी आती है। इसका सकारात्मक असर जोड़ों पर दिखाई दे सकता है और उनमें सुधार हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में और शोध की आवश्यकता है।

बढ़ता है शरीर का लचीलापन

रस्सी कूदने से आपका शरीर शांत और लचीला बनता है। कूदने से मांसपेशियों को बहुत ताकत मिलती है और उन्हें आराम मिलता है। इसलिए इसे एक एथलीट के वर्कआउट रिजीम में शामिल किया जाता है।