हेल्थ टिप्स : दीवाली पर चांदी के वर्क लगी हुई मिठाई लाती है घर में बीमारियाँ

दीवाली का मौका हो और मिठाई की बात न हो ऐसा कैसे हो सकता है। दिवाली में नाते-रिश्तेदार को जब तरह-तरह की मिठाईयां देते हैं अथवा उनसे उहर स्वरुप लेते है तो सभी का मन ललचा जाता है। मिठाई पर अगर चांदी का वर्क लगा हो तो मिठाई की सुन्दरता देख कर मुँह में पानी आ जाता है। ये चांदी का वर्क लगी हुई चमचमाती सुंदर रंग वाली मिठाई देखने देखने में तो अच्छा लगती है लेकिन क्या ये हमारी सेहत के लिए लाभकारी होती है? देश के कुछ जानेमाने डॉक्टर्स के अनुसार चांदी के वर्क लगी हुई मिठाई खाना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है विशेषकर त्योहारों के समय, आइये जानते है क्यों....

चांदी का वर्क सदियों से आयुर्वेद में औषधि के रूप में इसका इस्तेमाल हुआ है और बाद में चांदी के वर्क को खाने पीने की चीजो में इस्तेमाल किया जाने लगा। चांदी का वर्क इस्तेमाल करने से व्यंजन या मिठाई में एक अलग ही शानदार सौन्दर्य आता है, इसमें एन्टीमाइक्रोबायल गुण होने के कारण बैक्टिरीया पनपने नहीं पाता है जो वास्तु को विषाक्त होने से बचाता है, चांदी का वर्क लगा होने खाने को बहुत दिनों तक ठीक रखा जा सकता है।

इतनी अच्छाई होने के बावजूद क्यों चांदी का वर्क लगी हुई मिठाई खाना हमारी सेहत के लिए सही नहीं होती है। दरसल आंखो को सुंदर लगने वाली चांदी के वर्क सिर्फ चांदी का नहीं बना होता है इसमें कुछ टॉक्सिक मेटल भी होता है। त्योहार के समय मिठाई में मिलावट आम होता है। कई जगह पर फूड रिगुलेटर ने जांच के दौरान ये पाया कि चांदी के वर्क में चांदी के विकल्प के अलावा अल्युमिनियम या खराब क्वालिटी का चांदी भी होता है (यानि 99.9% शुद्ध चांदी नहीं होता) है। इसके अलावा जहां मिठाई बनाई जाती है वहां की गंदगी और ये अशुद्धि दोनों मिलकर सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। इससे पेट की बीमारी भी हो सकती है। इसके अलावा इसमें निकेल, लेड, कैडमियम भी पाया जाता है। जो की शारीर और सेहत दोनों के लिए बहुत नुकसानदायक होते है।