
गर्मियों का मौसम शुरू होते ही खीरे की मांग तेजी से बढ़ जाती है। यह एक ऐसा फल है जो ना सिर्फ ठंडक पहुंचाता है बल्कि शरीर को हाइड्रेट भी रखता है। सलाद की प्लेट से लेकर लस्सी तक, खीरा हर घर की रसोई में अपनी जगह बना लेता है। लेकिन एक सवाल जो अकसर लोगों के मन में आता है, वह यह है कि खीरे को छीलकर खाना सही है या बिना छीले? अगर आप भी इस उलझन में हैं, तो आइए जानते हैं इसका सही तरीका, ताकि आपको खीरे से संपूर्ण पोषण और सेहत का पूरा लाभ मिल सके।
खीरे के छिलके में छुपा है पोषण का खजानाअक्सर खीरे का छिलका कड़वा या सख्त लग सकता है, लेकिन यही हिस्सा कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। खीरे के छिलके में फाइबर, विटामिन K, सिलिका और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। फाइबर पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज से राहत देता है। विटामिन K हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है, जबकि एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। वहीं सिलिका त्वचा को चमक देने और बालों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है।
फिर लोग खीरे को छीलते क्यों हैं?अधिकतर लोग खीरे को इसलिए छील देते हैं क्योंकि उसका छिलका कई बार कड़वा या रेशेदार होता है। दूसरा बड़ा कारण है खेती में इस्तेमाल होने वाले कीटनाशकों का डर। चूंकि ये रसायन फलों और सब्जियों की ऊपरी सतह पर रह सकते हैं, इसलिए लोग छिलका हटाकर उसे सुरक्षित मानते हैं। लेकिन अच्छी तरह धोने से इस समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है। खीरे को ठंडे पानी में भिगोकर, नमक या बेकिंग सोडा रगड़कर धोने से उस पर मौजूद हानिकारक रसायन काफी हद तक हट सकते हैं और छिलका खाने के लिए सुरक्षित हो जाता है।
छिलका हटाने से क्या नुकसान होता है?जब आप खीरे का छिलका हटा देते हैं, तो उसके कई जरूरी पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं। केवल अंदरूनी हिस्सा खाने से आपको सिर्फ पानी और थोड़ा सा फाइबर ही मिल पाता है, जबकि फाइटोन्यूट्रिएंट्स, सिलिका और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स से आप वंचित रह जाते हैं। इसका सीधा असर आपकी पाचन क्रिया, त्वचा और इम्यून सिस्टम पर पड़ सकता है।
खीरा खाने का सही तरीका क्या है?अगर आप ऑर्गेनिक खीरा ले रहे हैं या फिर उसे अच्छे से धो पा रहे हैं, तो बिना छीले खीरा खाना ही सबसे बेहतर तरीका है। इससे आपको अधिक पोषण मिलेगा और साथ ही पाचन तंत्र व त्वचा को लाभ होगा। यदि खीरे का छिलका बहुत कड़वा लग रहा हो या आप उसकी सफाई को लेकर पूरी तरह निश्चिंत नहीं हैं, तो आप उसे जिग-जैग तरीके से हल्का-सा छील सकते हैं। इससे थोड़ा छिलका बचा रहता है और स्वाद में भी संतुलन बना रहता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए कैसे दें खीरा?अगर आपके घर में छोटे बच्चे या बुजुर्ग हैं, जिनके दांत कमजोर हैं या जिन्हें छिलका चबाने में परेशानी होती है, तो उनके लिए खीरे को हल्का-सा छीलकर या बारीक काटकर देना बेहतर रहता है। इसके अलावा आप खीरे का रायता या स्मूदी बनाकर भी उन्हें दे सकते हैं, जिससे पोषण भी मिलेगा और पचाने में आसानी भी होगी।
कुछ अतिरिक्त सुझावखीरे को खाने से पहले 15-20 मिनट तक पानी में भिगोकर रखना चाहिए। इससे उस पर मौजूद रसायनों की मात्रा और गंदगी कम हो जाती है। कोशिश करें कि ताजे, हरे और चमकदार खीरे का ही सेवन करें जिन पर ज्यादा दाग-धब्बे या सिकुड़न न हो। छिलका तभी पूरी तरह हटाएं जब आपको इसकी सफाई को लेकर संदेह हो।