समुद्री नमक : यहां जानें इसके प्रकार, दूर करता है कई शारीरिक और मानसिक बीमारियां, देखें...

भोजन में नमक न हो, तो खाने का स्वाद नहीं आता। प्रतिदिन संतुलित मात्रा में लिया गया नमक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इसलिए, देखा जाए, तो नमक की हमारे जीवन में अहम जगह है। फिर चाहे बात हो काले नमक की या फिर सफेद नमक की। इसके लिए अलावा भी नमक के कई प्रकार हैं, जिनमें से समुद्री नमक सबसे खास है। समुद्री नमक के इस्तेमाल से कई तरह की शारीरिक और मानसिक बीमारियों को दूर किया जा सकता है।

समुद्री नमक के प्रकार

1. हिमालयन समुद्री नमक :
जब शुद्ध समुद्री नमक की बात होती है, तो सबसे पहले हिमालयन समुद्री नमक का जिक्र होता है। इस नमक का उपयोग पौराणिक काल से किया जा रहा है। इस नमक का रंग गुलाबी होता है। इस नमक का उपयोग आपके लिए लाभदायक हो सकता है।

2. सेल्टिक समुद्री नमक : सेल्टिक समुद्री नमक को सेल्टिक सागर से निकाला जाता है। यह समुद्री नमक ग्रे रंग का होता है, जिसे लंबे समय तक संग्रहीत करने के बाद भी स्पर्श करने पर नम महसूस होता है। सेल्टिक समुद्री नमक मस्तिष्क और रक्तचाप को संतुलित करने में फायदेमंद हो सकता है।

3. परतदार समुद्री नमक : यह अन्य नमक के मुकाबले पतला और क्रिस्टल के रूप में होता है। यह आसानी से घुल जाता है। इस नमक में खनिज सामग्री अन्य प्रकार के समुद्री नमक की तुलना में अपेक्षाकृत कम होती है।


4. फ्लेर डे सेल समुद्री नमक : इस समुद्री नमक को फ्रेंच और पुर्तगाली भाषा में नमक का फूल कहा जाता है, क्योंकि इसका आकार फूल की तरह होता है। इस नमक को पहले लैक्सेटिव और नमकीन के लिए इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन आजकल इसे खाना बनाने में भी उपयोग किया जाने लगा है।

5. हवाई समुद्री नमक : इस समुद्री नमक को पेसिफिक यूनाइटेड स्टेट के हवाई (Hawaii) देश के ज्वालामुखी आइलैंड से निकाला जाता है। यही कारण है कि इसे हवाई समुद्री नमक के नाम से जाना जाता है। यह नमक काले और लाल रंग का होता है। यह नमक महंगा होता है और हवाई शहर के बाहर मुश्किल से मिलता है।


समुद्री नमक के फायदे

हडि्डयों को करे मजबूत

समुद्री नमक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि पीड़ित लोगों के लिए दर्द और सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कई शोधों में पाया गया है कि आहार में समुद्री नमक का सेवन करने व इसे पानी में डालकर नहाने से गठिया और ऑस्टियोआर्थराइटिस के दौरान होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिलती है.


बढ़ाए इम्यूनिटी

इम्यूनिटी यानी प्रतिरक्षा किसी भी प्रकार के सूक्ष्मजीवों से शरीर को लड़ने की क्षमता देती है। समुद्री नमक के क्षारीय गुण बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण दूर रखने में मदद करते हैं। साथ ही जिंक, आयरन, फास्फोरस, मैंगनीज, मैग्नीशियम, पोटेशियम और आयोडीन जैसे आवश्यक खनिजों की उपस्थिति शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। समुद्री नमक में पोषक तत्वों और खनिज की उचित मात्रा एलर्जी, बुखार, सर्दी और फ्लू के लिए बेहद फायदेमंद है।


हृदय के कार्यों में करे सुधार

समुद्री नमक सोडियम और पोटेशियम का एक शानदार स्रोत है जो धड़कन को सामान्य बनाए रखने और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण घटक है। सामान्य नमक के विपरीत, समुद्री नमक ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ाता है। कई शोध यह कहते हैं कि नियमित आहार में सामान्य नमक के बजाय समुद्री नमक की एक चुटकी हाई ब्लड प्रेशर को कम करती है और यही वजह है कि यह हृदय रोग के जोखिम को कम करने में असरदार है।


पाचन शक्ति में असरदार

समुद्री नमक पाचन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हाइड्रोक्लोरिक एसिड के उचित स्त्राव की कमी से अपच, पेट फूलना, पेट में ऐंठन, पेट में जलन, सूजन आदि सहित पेट की कई बीमारियां हो सकती हैं। समुद्री नमक का यहां बहुत महत्व है क्योंकि यह हाइड्रोक्लोराइड एसिड का उत्पादन करने के लिए पेट को उत्तेजित करता है जो बदले में भोजन को तोड़ने में मदद करता है और इस तरह पाचन में सुधार होता है।


त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

समुद्री नमक की मदद से त्वचा को चमकदार और खूबसूरत रखा जा सकता है। यह शरीर के सभी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल सकता है, जिससे त्वचा नरम और स्वस्थ रहती है। त्वचा के अलावा, बालों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। रूसी से छुटकारा पाने के लिए भी यह नमक बड़े काम का है।