कैंसर एक जानलेवा बीमारी है जिससे आबादी का एक बड़ा हिस्सा ग्रसित हैं। कैंसर की बीमारी विभिन्न स्टेज की होती हैं जिसका इलाज भी विभिन्न चरणों में किया जाता हैं। कैंसर का सफल ट्रीटमेंट कर इस परेशानी को दूर किया जा सकता हैं लेकिन इस दौरान कई सावधानियां रखने की जरूरत होती हैं क्योंकि इलाज के दौरान भी दोबारा कैंसर होने का खतरा बना रहता है। शरीर की जो कोशिकाएं पूरी तरह से कंट्रोल के बाहर हो जाती हैं और उन पर शरीर का कोई नियंत्रण नहीं रहता उनमें कैंसर की कोशिकाएं दोबारा बन सकती हैं। ऐसे में इस दौरान कुछ बातों को ध्यान रख खुद को सुरक्षित रखा जा सकता हैं।
दोबारा कैंसर होने के खतरे से बचने के लिए जांच करवाते रहें अगर आपको एक बार कैंसर हो चुका है तो आप इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि शरीर के अंगों में कैंसर बहुत जल्दी फैल जाता है। अगर आपको एक बार कैंसर हो चुका है तो आप जांच प्रक्रिया को बेहतर तरीके से समझते ही होंगे। आपको समय-समय पर कोलोनोस्कोपी व डॉक्टर की सलाह पर एमआरआई या सीटी स्कैन करवाते रहना चाहिए। महिलाओं को 40 उम्र के बाद मेमोग्राम और पैपस्मीयर टेस्ट समय-समय पर करवाते रहना चाहिए। वहीं ब्लड की बायोकैमेस्ट्री जांच भी करवानी चाहिए।
योग और फिजिकल वर्कआउट
कैंसर सरवाइवर्स को अपने रूटीन में योग को शामिल करना चाहिए। कैंसर के ट्रीटमेंट से लोगों को ज्यादा थकान महसूस होने लगती है जिसके चलते उन्हें इंटेंस वर्कआउट करने की सलाह नहीं दी जा सकती। आपका कैंसर का इलाज हो चुका है तो ऐसा नहीं है कि आप कैंसर के खतरे से बाहर हैं, कैंसर से बचाव के लिए आपको अपने रूटीन में हल्के व्यायाम, वॉकिंग और योग को शामिल करना चाहिए। आप अपने रूटीन के हिसाब से मेडिटेशन भी कर सकते हैं। इससे आपका स्ट्रेस लेवल बढ़ेगा नहीं। कैंसर के इलाज के बाद मानसिक और शारीरिक तौर पर शरीर कमजोर हो जाता है जिसे फिर नई ताकत देने के लिए योग करना चाहिए।
प्लेट के 60 प्रतिशत हिस्से में रखें फल और सब्जियां
आपको कैंसर से बचने के लिए अपनी डाइट में जरूरी बदलाव करने चाहिए। हर दिन फल और ताजी सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें। आपको मोटे अनाज को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। वहीं एल्कोहल व धूम्रपान का सेवन कैंसर सैल्स को बढ़ावा दे सकती है इसलिए भूलकर भी इन चीजों का सेवन न करें। अपना एक डाइट चार्ट बनाएं और प्लेट में 60 प्रतिशत हिस्सा फल और सब्जियों को दें। आपको तेल, मसालेदार भोजन से परहेज करना चाहिए और रूटीन के मुताबिक खाने के समय फिक्स कर लेना चाहिए।
कैंसर के इलाज के बाद हेल्दी वेट मेनटेन करें
कैंसर के इलाज के बाद मरीज का वजन तेजी से घट सकता है या बढ़ सकता है। हालांकि महिलाओं में वजन बढ़ने के लक्षण ज्यादा देखे जाते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए आपको हल्का भोजन लेना चाहिए। अपनी डाइट में डॉक्टर से सलाह लेकर प्रोटीन एड करें, कैंसर के इलाज के बाद आपको बॉडी को डिहाइड्रेट नहीं होने देना है क्योंकि आपके शरीर पर पहले से ही दवा का असर होगा अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन नहीं करेंगे तो शरीर में थकान के लक्षण नजर आएंगे। बॉडी वेट मेनटेन करने के लिए आप कॉर्डियो वर्कआउट भी चुन सकते हैं।
घरेलू नुस्खों से बचें
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, आप अपनी मर्जी से किसी देसी दवा या इलाज को न अपनाएं, कौनसी चीज आपके शरीर पर कैसे रिएक्ट करेगी इसकी जानकारी केवल डॉक्टर दे सकते हैं। कैंसर के इलाज के बाद डॉक्टर आपकी डाइट और रूटीन का चार्ट आपको देंगे उसके मुताबिक ही आप सामान्य जीवनशैली में लौटें, आपको इलाज के बाद और भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कैंसर सैल्स किसी छोटी गलती के कारण भी दोबारा पैदा हो सकते हैं इसलिए अपनी दवा समय पर लें, घरेलू नुस्खों से बचें, हेल्दी डाइट का पालन करें।