ओमिक्रॉन के लक्षण दिखने पर भरपूर पोषण के लिए खाएं ये फूड, मिलेंगे कई फायदे

भारत इस समय कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर रहा है। देश में शुक्रवार को 1 लाख 37 हजार 24 केस सामने आए हैं और 344 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को साथ ही 39,580 लोग ठीक भी हुए हैं। इससे पहले गुरुवार को भी 1,17,100 नए मामले दर्ज किए गए थे। एक्टिव केस का आंकड़ा 4 लाख 62 हजार 613 हो गया है। वहीं, ओमिक्रॉन से संक्रमितों की संख्या भी 3 हजार के पार पहुंच गई है। कोरोना से बचने के लिए वैक्सीनेशन ही एक मात्र उपाय है लेकिन देखा जा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों को भी चपेट में ले रहा है। हालाकि, जिन लोगों ने टीका लगवा लिया है उनमें लक्षण कुछ हद तक हल्के हो सकते हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट के सामने आने के बाद इसके नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं। छींक, सिर दर्द, नाक बहना, स्वाद और गंध का जाना, सर्दी, बुखार और गले में खराश ओमिक्रॉन के लक्षण बताए गए है वहीं, एक और लक्षण है भूख न लगना। सेंट जोसेफ हेल्थ में इंस्टीट्यूट फॉर ऑटोइम्यून एंड रूमेटिक डिजीज की डायरेक्टर और इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग बुक की राइटर डॉ रॉबर्ट जी लाहिता जिन्हें डॉ बॉब नाम से भी जाना जाता है उनके मुताबिक, 'जो लोग ओमिक्रॉन, डेल्टा या इन्फ्लुएंजा से संक्रमित होते हैं, उन लोगों में भूख की कमी हो जाती है। ओमिक्रॉन होने पर गले में बहुत दर्द होता है, ऐसा लगता है जैसे गला खराब हो गया है और उसमें कुछ चुभ रहा है। यहां तक कि कोई तरल पदार्थ पीने पर भी गले में दर्द होता है।'

ऐसे में खराब गला और भूख न लगने के कारण कुछ खाने का मन नहीं करता लेकिन संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर को पूरा न्यूट्रिशन देना बेहद जरूरी है, ताकि जल्द से जल्द ठीक हो सके। ऐसे में ओमिक्रॉन से संक्रमित होने पर निम्न खाद्य पदार्थ का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता हैं।

दही

दही में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन पाया जाता है। दूध के मुकाबले दही सेहत के लिए ज्यादा फायदा करता है। दही में दूध की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में कैल्शियम होता है। इसके अलावा दही में प्रोटीन, लैक्टोज, आयरन, फास्फोरस पाया जाता है। ओमिक्रॉन से संक्रमित होने पर दही का सेवन सबसे अच्छा रहेगा। दही खाने में काफी नरम और ठंडा रहता है, जिससे गले में अच्छा महसूस होगा। डॉ। बॉब के मुताबिक, ओमिक्रॉन के लक्षण दिखने पर दही का सेवन करने के लिए उस में कुछ ग्रेनोला मिलाएं और फिर उसका सेवन करें। अगर चाहें तो पोटेशियम के लिए एक केला भी काटकर डाल सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें केले के टुकड़े छोटे हों, ताकि निगलने में कोई परेशानी न हो।

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सूप या शोरबा

गले को आराम देने और पोषण लेने के लिए एक और जो आसान मील है वो है सूप या शोरबा। इसे नियमित लेने से शरीर में मजबूती आती है। सूप के अंदर बहुत से पोषक तत्व और खनिज पदार्थ मौजूद होते हैं, जो आपको सेहतमंद रहने में मदद करते हैं। डॉ। बॉब के मुताबिक सूप या शोरबा में काफी सारे इलेक्ट्रोलाइट होते हैं, जिसका सेवन करना अच्छा रहेगा। यदि आपको अधिक भूख लगी है तो सूप में सब्जियां डाल सकते हैं, जिससे शरीर को अधिक पोषक तत्व मिलेंगे जो संक्रमण से लड़ने में मदद करेंगे।

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पत्तेदार सब्जियां

हरी सब्जियों के अंदर भारी मात्रा में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। डॉ। बॉब के मुताबिक, पत्तेदार या क्रूस वाली सब्जियों का सेवन करना ओमिक्रॉन के संक्रमितों का काफी फायदा पहुंचा सकता है। इसके लिए पालक, सरसों, पत्तागोभी, फूल गोभी (मैश करके), मैथी की भाजी आदि का सेवन कर सकते हैं। इनसे काफी सारे पोषण मिलेंगे जो कि इस संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। अगर आप हरी सब्जियों का सेवन करते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी स्थिति में सब्जी को ज्यादा ना पकाएं। इससे ना केवल सब्जी का स्वाद खराब हो जाता है। बल्कि ज्यादा पकाने की वजह से उसके अंदर मौजूद जरूरी पोषक तत्व और मिनरल्स का असर कम होने लगता है। हरी सब्जियों को तो आप केवल उबालकर या कच्चा ही खाने की आदत डालें।

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प्रोटीन शेक

प्रोटीन शेक पीने से शरीर में एनर्जी बनी रहती है। होममेड प्रोटीन शेक पीने से शरीर की थकावट दूर हो जाती है। डॉ बॉब के मुताबिक, ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों को हमेशा हल्का खाना खाने के लिए कहा जाता हैं। इसलिए वे चाहें तो प्रोटीन शेक का सेवन कर सकते हैं। प्रोटीन शेक स्मूदी की तुलना में काफी हल्का होता है और इसके सेवन से गले पर दबाव भी नहीं आता। इसलिए अपने पसंदीदा प्रोटीन पाउडर को दूध या पानी में मिलाकर पी सकते हैं।

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इलेक्ट्रोलाइट्स वाली ड्रिंक

डॉ बॉब के मुताबिक, ओमिक्रॉन संक्रमितों को लिक्विड पदार्थ का सेवन करना काफी जरूरी है। इसलिए ऐसी ड्रिंक पिएं जिसमें इलेक्ट्रोलाइट्स हैं, खासकर दस्त और उल्टी की समस्या हो तब। इलेक्ट्रोलाइट वॉटर को मिनरल वॉटर या अल्कलाइन वॉटर के नाम से भी जानते हैं। इसकी मदद से ही शरीर के अंग ठीक से काम कर पाते हैं। दरअसल, इलेक्ट्रोलाइट्स ऐसे मिनरल हैं, जो पानी में घुलने पर बिजली बनाते हैं। ये आपके शरीर में तरल पदार्थ के रूप में पूरे शरीर में फैलते हैं और शरीर के कार्यों के लिए इलेक्ट्रिकल एनर्जी का उपयोग करते हैं। इलेक्ट्रोलाइट्स ड्रिंक के रूप में इलेक्ट्रल पाउडर (Electral Powder) का सेवन कर सकते हैं, जो कि किसी भी दवाई शॉप पर मिल जाएगा।

साइट्रस वाले फल खाएं या नहीं?

डॉ बॉब के मुताबिक, 'साइट्रस वाले फलों में विटामिन सी काफी मात्रा में पाया जाता है, जो कि इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं। लेकिन ओमिक्रॉन के मामले की बात करें तो साइट्रस वाले फल नहीं खाना चाहिए। इसका कारण है कि ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें साइट्रस होता है उनमें थोड़ा सा टार्ट होता है, जिस कारण उन्हें निगलना मुश्किल हो सकता है।'

डॉ बॉब के मुताबिक, 'ओमिक्रॉन के मामले में मरीजों को गले में खराश का अनुभव होता है, तो शायद ऐसे में खट्टे फलों का सेवन करने से गले की समस्या और बढ़ सकती है।'