Omicron के मरीजों में सबसे ज्यादा दिख रहे हैं ये 2 लक्षण, हलके में न लें

कोविड-19 (COVID-19) का ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) भले ही डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है लेकिन राहत की बात यह है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु का जोखिम काफी कम है। ओमिक्रॉन के लक्षण सर्दी के लक्षणों से मिलते जुलते हैं। शुरुआती स्टडी से पता चला है कि यह नया वैरिएंट काफी हल्का है, लेकिन हल्का बुखार, गले में खराश, शरीर में अत्यधिक दर्द, रात को पसीना, उल्टी और भूख न लगना जैसे लक्षण शरीर में ओमिक्रॉन की उपस्थिति का संकेत हो सकते हैं।

स्टडी और रिसर्च के आधार पर ओमिक्रॉन के नए-नए लक्षण सामने आ रहे हैं। विभिन्न अध्ययनों के निष्कर्ष के आधार पर 2 ऐसे लक्षण सामने आए हैं, जो अधिकतर लोगों में नजर आ रहे हैं। ओमिक्रॉन के 2 लक्षणों में बहती नाक और सिरदर्द भी शामिल है, जो कि सबसे अधिक देखा जा रहा है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में महामारी विज्ञान और स्वास्थ्य सूचना विज्ञान के प्रोफेसर आइरीन पीटरसन के मुताबिक, बहती नाक और सिरदर्द कई अन्य संक्रमणों के लक्षण हैं, लेकिन ये COVID-19 या Omicron के लक्षण भी हो सकते हैं। अगर किसी को ये दो लक्षण नजर आते हैं, तो उसे अपना कोविड टेस्ट जरुर कराना चाहिए।

ओमिक्रॉन के 20 लक्षण

UK की ZOE कोविड स्टडी में ओमिक्रॉन के सभी 20 लक्षणों के बारे में जानकारी दी गई है। साथ ही ये भी बताया गया है कि शरीर में ये लक्षण कम से शुरू होकर कब तक बने रहते हैं। ओमिक्रॉन के ज्यादातर मरीजों में इनमें से अधिकांश लक्षण देखने को मिल रहे हैं।

- सिरदर्द
- नाक बहना
- थकान
- छींक आना
- गले में खराश
- लगातार खांसी
- कर्कश आवाज
- ठंड लगना या कंपकंपी
- बुखार
- चक्कर आना
- ब्रेन फॉग- आंखों में दर्द
- मांसपेशियों में तेज दर्द
- भूख ना लगना- सुगंध बदल जाना
- सुगंध महसूस ना होना
- छाती में दर्द
- ग्रंथियों मे सूजन
- कमजोरी
- स्किन रैशेज

लक्षण दिखने पर क्या करें

ओमिक्रॉन के इन 20 लक्षणों में से आप किसी भी लक्षण को महसूस करते है तो तुरंत कोरोना की जांच करवाएं और रिपोर्ट आने तक घर के लोगों से अलग रहें और अपने आपको क्वारंटाइन करें। लक्षणों पर भी ध्यान देते रहें, हर समय घर में भी मास्क पहने रखें, दूसरों के संपर्क में आने से बचें, ताकि दूसरे लोगों में इंफेक्शन का खतरा न रहे।

कितने दिनों तक रहते हैं ये लक्षण

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के लक्षण डेल्टा की तुलना में तेज गति से दिखाई देते है और इनका इनक्यूबेशन पीरियड भी कम होता है। ओमिक्रॉन के मरीजों में संक्रमित होने के 2-5 दिनों के बाद लक्षण नजर आते हैं।

ब्रिटिश एपिडेमोलॉजिस्ट टिम स्पेक्टर के अनुसार आमतौर पर जुकाम जैसे लक्षण ओमिक्रॉन के ही होते हैं जो औसतन 5 दिनों तक रहते हैं। हालांकि पाबंदियों, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने का बहुत असर पड़ता है और इसकी वजह से फ्लू के मामले भी घटे हैं।

टिम स्पेक्टर का कहना है कि डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन के लक्षण कम दिनों तक रहते हैं । लोगों में लक्षण बहुत कम समय के लिए दिखाई देते हैं, खासतौर से पहले सप्ताह में। अगर लोग 5 दिनों के बाद टेस्ट में नेगेटिव आते हैं तो इसका मतलब है कि इन 5 दिनों में ये लक्षण आ कर चले गए। यानी ये जितनी तेजी से दिखाई देते है, उतनी ही तेजी से चले जाते हैं। ज्यादातर लोगों में ओमिक्रॉन के लक्षण 3-5 दिनों तक रहते हैं। वैक्सीनेटेड लोगों में इसके लक्षण हल्के हैं। ओमिक्रॉन उन लोगों के लिए ज्यादा घातक है जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है।