नए प्रकार के योग! एनर्जी बढ़ाने के साथ आपको फिट एंड फाइन बनाने के आते हैं काम

योग आज पूरी दुनिया में मशहूर हैं। यहां तक कि योग दिवस भी मनाया जाने लगा है। परंपरागत योग के फायदे तो अधिकतर लोग जान चुके हैं। आज हम आपको इन दिनों प्रचलित कुछ नए प्रकार के योग के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके अंदर जबरदस्त ऊर्जा तो भरेंगे ही साथ ही आपको चुस्त-दुरस्त भी बनाएंगे।


ऐक्वा योग

पानी से प्यार करने वालों को स्विमिंग पूल में किया जाने वाला यह योग बेहद पसंद आएगा। पानी जोड़ों पर पड़ने वाले दबाव को कम करता है और आपको अधिक लचीला बनाता है। आर्थ्राइटिस, सख़्त जोड़ों और पीठ की समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए यह बेहतरीन साबित हो सकता है। पानी में स्ट्रेचिंग करना आपके फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और शरीर पर शांतिदायक प्रभाव डालता है।


ऐंटी-ग्रैविटी योग

ऐंटी-ग्रैविटी या एरियल योग में पिलाटे, डांस योग और जिमनैस्टिक्स सभी का समन्वय है। झूले पर किए जाने वाले इस योग से पूरे शरीर का वर्कआउट होता है। आपका पूरे सेशन के दौरान गुरुत्वाकर्षण से मुक़ाबला है, जो संतुलन और लचीलेपन को बढ़ाने में सहायता करता है। ऐंटी-ग्रैविटी योग पीठ को लचीला और मज़बूत बनाने में सहायक होता है और सिर से लेकर पांव तक शरीर को एक सीध में बनाए रखता है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी हिस्सों में पर्याप्त खिंचाव आए। एरियल योग पारंपरिक योग अभ्यास में नयापन, आनंद और मुश्क़िलों का नया स्तर और तीव्रता लाता है।


स्टैंड अप पैडल (एसयूपी)

हालांकि यह योग भारत में लोकप्रिय नहीं हो पाया है, जिसका कारण यहां का मौसम और स्वच्छ बीचेस की कमी है, लेकिन विदेशों में यह काफ़ी चर्चित है। स्टैंड अप पैडल योग सर्फ़िंग और योग का मेल है। इस योग में एक सर्फ़बोर्ड पर खड़े होकर क्रमबद्ध आसन करने होते हैं। एक अस्थिर सतह पर व्यायाम करके आप अपने कोर व मांसपेशियों को मज़बूत बनाते हैं, जैसा कि सामान्य योग क्लास में नहीं हो पाता। यह संतुलन, एकाग्रता, मज़बूती और लचीलेपन को बेहतर बनाता है।


बैले योग

जब आप बैले के बारे में सोचती हैं तो पहली चीज़ जो दिमाग़ में आती है वह है लालित्य, लचीलापन और पॉश्चर। बैले डांसर्स अपने सुडौल, छरहरे शरीर के लिए जाने जाते हैं। योग का यह रूप बैले और योग इन दोनों विधाओं का समन्वय है, जो आपकी मांसपेशियों में लचीलापन लाता है। बैले और योग के मिलन से शरीर को मज़बूती और सुडौल बनने में सहायता मिलती है।


ऐक्रो योग

पार्टनर आधारित इस वर्कआउट में योग के साथ ऐक्रोबैटिक्स और थाई मसाज के कुछ तत्व शामिल होते हैं। ऐक्रो योग संतुलन, लचीलापन और ताक़त बढ़ाने के लिए गुरुत्वाकर्षण और शरीर के भार का इस्तेमाल करता है। दंपतियों द्वारा किए जाने पर यह भावनात्मक रूप से उन्हें और क़रीब लाता है।


हिप हॉप योग

योग के इस मज़ेदार तरीक़े को अपनाकर आप अपने रूटीन में एक अच्छी आदत शामिल करें। ये उन लोगों के लिए है, जो अपनी क्लास में कुछ मज़ेदार शामिल करना चाहते हैं। इसके सेशन्स में संगीत का बोलबाला होता है और यह ऊर्जा से भरपूर होता है। कोरियोग्राफ़ी काफ़ी गतिशील और प्रेरक होती है। ये युवाओं के बीच काफ़ी लोकप्रिय है और यह वास्तव में शरीर में खिंचाव लाता है। हिप हॉप योग समुदाय की भावना को प्रबल करता है, क्योंकि यह एक के पीछे एक क्रमबद्ध तरीक़े से या समूह में किया जाता है, जो ख़ूबसूरत सामूहिक ऊर्जा का निर्माण करता है। हिप हॉप योग में योग और हिप हॉप दोनों ही विधाओं की ख़ासियतें शामिल हैं, जैसे-संपूर्ण शरीर का वर्कआउट और दिमाग़ी शांति व उत्साह में बढ़ोतरी।