Prostate Cancer: नई स्टडी में खुलासा- पुरुषों के यूरीन में मिला ये बैक्टीरिया प्रोस्टेट कैंसर से जुड़ा!, बीमारी के इलाज और बचाव में आएगा काम

प्रोस्टेट कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो प्रोस्टेट ग्रंथि मे होता है। प्रोस्टेट कैंसर मुख्यतौर पर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को शिकार बनाता है। प्रोस्टेट कैंसर तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट ग्रंथि में कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं। प्रोस्टेट एक ग्रंथि है जो केवल पुरुषों में पाई जाती है। यह कुछ तरल पदार्थ का उत्पादन करता है जो वीर्य को बनाने मे मदद करता है।प्रोस्टेट कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है। हालांकि, कई प्रोस्टेट कैंसर अधिक आक्रामक होते हैं और प्रोस्टेट ग्रंथि के बाहर फैल सकते हैं, जो की घातक हो सकता है। धूम्रपान और मोटापे से इसका जोखिम ज्यादा बढ़ता है। हालांकि वैज्ञानिक प्रोस्टेट कैंसर के खतरे और नए लक्षणों को समझने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। एक हालिया स्टडी में इस बीमारी से जुड़े कुछ नए संकेत सामने आए हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंगलिया (University of East Anglia) द्वारा हाल ही में की गई एक शोध में पुरुषों के यूरीन में एक ऐसे बैक्टीरिया की पहचान की गई है जिसका कनेक्शन प्रोस्टेट कैंसर से हो सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वैज्ञानिकों की ये खोज बीमारी के इलाज और बचाव में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। आइए इसके बारे में हम विस्तार से समझते हैं...

शोध के मुताबिक, यूरीन में जिस बैक्टीरिया की पहचान की गई है, वो एडवांस प्रोस्टट कैंसर से पीड़ित पुरुषों में बहुत आम है। जबकि सामान्य पुरुषों के यूरीन में यह बैक्टीरिया नहीं देखा गया है। वैज्ञानिकों ने प्रोस्टेट कैंसर पीड़ितों के यूरीन और टिशू सैम्पल में ऐसे कुल 5 बैक्टीरिया की पहचान की है, जिसमें से 2 बिल्कुल नई प्रजाति के हैं। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि ये बैक्टीरिया ही प्रोस्टेट कैंसर का कारण है।

रिसर्च टीम का हिस्सा रहीं डॉ रकेल हर्स्ट का कहना है कि हम अभी तक ये पता नहीं लगा सके हैं कि आखिर लोग इस बैक्टीरिया के संपर्क में आते कैसे हैं। क्या ये कैंसर की वजह है? या इंसान का कमजोर इम्यून सिस्टम इसे शरीर में विकसित होने की अनुमति देता है, इसे बारे में फिलहाल स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन हमें उम्मीद है कि भविष्य में हमारे आंकड़े नए इलाज का विकल्प बन सकते हैं, जो बीमारी की गंभीरता को कम करने से लेकर बचाव के नए रास्ते तैयार करेंगे।'

UEA के नॉर्विच मेडिकल स्कूल के डॉ जेरेमी क्लार्क कहते हैं कि कुछ पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के ज्यादा आक्रामक होने की वजहों के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। ये एक पहेली की तरह है। आमतौर पर प्रोस्टेट कैंसर तब तक लक्षण पैदा नहीं करता जब तक कि कैंसर यूरेथ्रा (मूत्रमार्ग) पर दबाव डालने के लिए पर्याप्त बड़ा न हो जाए। NHS ने प्रोस्टेट के कुछ सामान्य लक्षण बताए हैं।

- पेशाब करने मे मुश्किल या जलन होना
- बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना, खासकर रात में
- मूत्र या वीर्य में खून आना
- मूत्र करने मे दर्द होना
- कुछ मामलों में, स्खलन पर दर्द
- इरेक्शन करने या बनाए रखने में कठिनाई
- बैठने पर दर्द या बेचैनी, अगर प्रोस्टेट बढ़ गया है
- हड्डी मे दर्द होना
- पैरों में सूजन
- सांस लेने में तकलीफ
- अचानक वजन का घटना

आपको बता दे, प्रोस्टेट पुरुषों में अखरोट के आकार की ग्रंथि है, जो ब्लेडर के ठीक नीचे और मलाशय (रेक्टम) के सामने, मूत्रमार्ग (यूरेथ्रा) के आसपास स्थित होती है - वह नली जो ब्लेडर से युरिन को बाहर निकालती है।एक आदमी की उम्र के अनुसार प्रोस्टेट का आकार बदल सकता है। छोटे पुरुषों में, यह अखरोट के आकार होगा, लेकिन वृद्ध पुरुषों में यह बहुत बड़ा हो सकता है।