भूलकर भी इन बिमारियों को ना करें नजरअंदाज, करती हैं साइलेंट किलर का काम

स्वस्थ जीवन के लिए सबसे जरूरी हैं आपकी स्वस्थ जीवनशैली और संतुलित आहार का होना। अगर आपकी लाइफस्टाइल व्यवस्थित होगी तो बीमारियां आपके आसपास भी नहीं भटकेगी। आजकल देखा जा रहा हैं कि बिमारियों की वजह से लोग अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा अस्पताल में व्यतीत कर रहे हैं। कई बीमारियां ऐसी भी हैं जो आपके शरीर में अंदर ही पनपती रहती हैं और साइलेंट किलर के रूप में अचानक मौत का कारण बनती हैं। ऐसी बिमारियों को नजरअंदाज करना मतलब अपनी जिन्दगी से खिलवाड़ करने जैसा हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी ही बिमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो शरीर को गंभीर नुकसान दे सकती हैं। इन्हें जान अपनी लाइफस्टाइल को इसके अनुरूप व्यवस्थित करें।

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या

हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन सबसे खतरनाक स्वास्थ्य स्थितियों में से एक है जो दुनियाभर के करोड़ों लोगों को प्रभावित करती है। हाई बीपी को साइलेंट किलर माना जाता है, इसका कारण यह है कि इसमें कोई खास लक्षण नजर नहीं आते हैं। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या न केवल हृदय और धमनियों को प्रभावित करती है, साथ ही गंभीर स्थितियों में यह हृदय रोगों जैसे दिल का दौरा पड़ने, हृदय गति रुकने या स्ट्रोक तक का कारण बन सकती है।

डायबिटीज है खतरनाक

डायबिटीज के दो प्रकार टाइप1 और टाइप 2 के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। इन दोनों ही स्थितियों में शरीर में इंसुलिन का स्तर प्रभावित हो जाता है। डायबिटीज की गंभीर स्थिति शरीर के कई अन्य अंगों को क्षति पहुंचा सकती है। डायबिटीज के रोगियों को किडनी, हृदय, आंखों की रोशनी जाने जैसी तमाम तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इसका प्रबंधन बहुत आवश्यक माना जाता है।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज

दिल की कई बीमारियां जानलेवा होती हैं। कोरोनरी आर्टरी डिजीज इनमें से एक है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें दिल को ब्लड और ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कोरोनरी आर्टरी सिकुड़ जाती हैं, जिससे सीने में दर्द के साथ दिल का दौरा भी पड़ सकता है। सही जांच और सही जीवनशैली को अपनाए बिना इस बीमारी को रोकना लगभग असंभव है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल है, तो नियमित रूप से जांच कराके इसे मैनेज करें। इसके साथ ही अपनी जीवनशैली में कुछ परिवर्तन जैसे स्वस्थ भोजन करना और नियमित व्यायाम करना बेहद जरूरी है।

​फैटी लीवर डिजीज

शरीर में फैटी लीवर रोग धीरे-धीरे बढ़ता है, इसलिए इसे साइलेंट किलर कहते हैं। फैटी लीवर रोग दो तरह के होते हैं । अल्कोहॉलिक और नॉन- अल्कोहॉलिक। जहां तक फैटी लीवर का सवाल है इसमें आपका आहार मुख्य भूमिका निभाता है। इससे बचने के लिए हेल्दी प्लांट बेस डाइट का चयन करें और कुछ भी अनहेल्दी फैट से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाने से बचें। डॉक्टर्स की सलाह है कि फैटी लीवर डिसीज के लक्षण बहुत जल्दी दिखाई नहीं देते , लेकिन संदेह होने पर ब्लड टेस्ट या अल्ट्रासाउंड की मदद से इस बीमारी का शुरूआती स्टेज में पता लगाया जा सकता है।

ऑस्टियोपोरोसिस को न करें अनदेखा

ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों से संबंधित बीमारी है, जिसमें प्रभावित व्यक्ति अक्सर अपनी स्थिति से अनजान होता है। ऑस्टियोपोरोसिस में अक्सर लक्षण नजर नहीं आते हैं। ऑस्टियोपोरोसिस के कारण बार-बार फ्रैक्चर होने या हड्डियों से संबंधित अन्य प्रकार की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। हड्डियों के किसी भी प्रकार के रोगों से बचने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है।

स्लीप एपनिया है नुकसानदायक

स्लीप एपनिया एक गंभीर नींद संबंधी विकार है जहां लोग सोते समय जोर से सांस लेते हैं। गंभीर स्लीप एपनिया वाले मरीजों में नींद के दौरान अचानक मौत और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है, जो इसे साइलेंट किलर बनाती है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सबसे आम प्रकार है, जहां आपका वायुमार्ग नींद के दौरान पूरी तरह या आंशिक रूप से अवरुद्ध हो सकता है, जिससे सांस रुक सकती है।