मूली को मामूली समझने की नहीं करें भूल! इन बीमारियों को दिखाती है बाहर का रास्ता

सर्दियों में मूली के पराठे, मूली की सब्जी, मूली का अचार और सलाद हर घर के भोजन का अहम हिस्सा है। हालांकि ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो मूली की शक्ल देखकर ही मुंह बनाने लगते हैं। अगर आप भी ऐसे ही लोगों में शामिल हैं तो आपके लिए मूली के फायदों को जानना बेहद जरूरी है। जी हां, मूली भले ही आपको मामूली सब्जी लगे, लेकिन यह औषधीय गुणों से भरपूर है। अगर आप रोजाना इसे अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो कैंसर, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर समेत कई बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे और आपकी लाइफस्टाइल हो जाएगी बेहद हेल्दी।


हृदय स्वास्थ्य के लिए मूली के फायदे

हृदय शरीर का अहम भाग होता है, जिसके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। यहां मूली के फायदे देखे जा सकते हैं। नाइट्रेट जैसे तत्व से युक्त मूली एथेरोस्क्लेरोसिस के खतरे को कम कर सकती है । एथेरोस्क्लेरोसिस एक गंभीर समस्या है, जिसमें आर्टरी वॉल यानी धमनियों के अंदर फैट व कोलेस्ट्रॉल जमने लगता है, जिसे प्लाक कहते हैं। बाद में यह हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है इसके अलावा, मूली फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है, जो स्वस्थ हृदय के लिए जरूरी है ।


मधुमेह के लिए मूली खाने के फायदे

दरअसल, डायबिटीज की समस्या में भी मूली खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। मूली एंटी डायबिटिक के रूप में काम कर सकती है। ऐसा इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एनर्जी मेटाबॉलिज्म को बेहतर करने, फ्री रेडिकल्स से बचाव करने, ग्लूकोज को नियंत्रित करने और आंत में ग्लूकोज अवशोषण को कम करने की क्षमता के कारण हो सकता है।

मधुमेह के लिए सिर्फ मूली ही नहीं, बल्कि उसके पत्ते और मूली के बीज के फायदे भी हो सकते हैं। इसके अलावा, जैसा कि हमने ऊपर बताया कि मूली विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है और विटामिन-सी मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है विटामिन-सी इंसुलिन की बाधा पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है। हरी सब्जी के तौर पर मूली का सेवन करना उपयोगी हो सकता है।


पाचक का काम करती है मूली

पेट के लिए मूली बहुत फायदेमंद होती है। मूली एक पाचक की तरह काम करती है। पेट की कई बीमारियों में मूली का रस बहुत फायदेमंद होता है। अगर पेट में भारीपन महसूस हो रहा हो तो मूली के रस को नमक में मिलाकर पीने से आराम मिलता है। ताजी मूली खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा, मूली पित्त उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। पित्त पाचन के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक है। इससे आपकी पाचन क्रिया सही रहती है। पेट संबंधी रोगों में अगर मूली के रस में अदरक का रस और नींबू मिलाकर पिएं तो भूख बढ़ती है।


दाद-खाज-खुजली में मूली के औषधीय गुण से लाभ

दाद-खाज-खुजली के इलाज के लिए मूली के बीजों को नींबू के रस में पीस लें। इसे बीमार अंग पर लगाएं। इससे दाद-खाज-खुजली ठीक होती है।

मूली के सेवन से सूजन का इलाज

मूली खाने के फायदे सूजन की समस्या में भी मिलते हैं। सूजन के इलाज के लिए 5 ग्राम तिल के साथ मूली के 1-2 ग्राम बीजों का सेवन करें। ऐसा दिन में दो-तीन बार करने से सूजन ठीक होती है।

आंखों के रोग में मूली का औषधीय गुण फायदेमंद

आंखों की कई तरह की बीमारियों में मूली के इस्तेमाल से लाभ मिलता है। मूली के रस को काजल की तरह आंखों में लगाएं। इससे आंखों की बीमारी ठीक होती है।