अचानक पड़ जाए मिर्गी का दौरा तो आजमाएं ये 7 उपाय, मरीज को मिलेगी राहत

मिर्गी एक ऐसी बीमारी हैं जो नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती हैं। यह दिमाग में अचानक इलेक्ट्रिसिटी एक्टिविटीज में गड़बड़ होने के कारण पनपती हैं। ज्यादातर यह बच्चों और बुजुर्गों में होती हैं क्योंकि दोनों की ही इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है। महिलाओं की तुलना में यह पुरुषों में थोड़ा अधिक होता है। तेज बुखार, सिर में चोट, ब्लड शुगर कम होना आदि मिर्गी के दौरे का कारण बन सकते हैं। इसके दौरे में ऐंठन और मांसपेशियों में गड़बड़ होने लगती हैं। यह कुछ सेकंड से लेकर कई मिनट तक रह सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो मरीज को मिर्गी के इस दौरे से आराम दिलाने में मदद करेंगे। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...

तुलसी

तुलसी में काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो मस्तिष्क में फ्री रेडिकल्स को ठीक रखने में मदद करते हैं। मिर्गी से छुटकारा पाने के लिए रोगी को रोजाना 20 तुलसी के पत्ते खाने को दें। मिर्गी का दौरा पड़ने पर तुलसी का रस और सेंधा नमक मिलाकर रोगी के नाक में डालें।

अंगूर का रस

जिन्हें मिर्गी के दौरे अक्सर आते रहते है उन्हें अंगूर का सेवन करना चाहिए और यह बहुत फायदेमंद होता है। ऐसे लोगों को रोजाना नाश्ते में अंगूर खाने चाहिए। अंगूर में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो दिमाग को शांत रखने में सहायक हैं।

नींबू

मिर्गी की बीमारी से राहत पाने के लिए एक नींबू पर थोड़ा-सा हींग का पाउडर छिड़ककर इसे चूसें। नीबू में हींग पाउडर या गोरखमुंडी मिलाकर रोजाना चूसने से कुछ ही दिनों में मिर्गी के दौरे आने बंद हो जाएंगे।

गांजा

यूं तो गांजा देशभर में पूरी तरह बैन है। लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट के दौरान इसका उपयोग किया जा सकता है। आपको बता दें कि इसके जरिए मिर्गी के मरीजों में बहुत तेजी से सुधार हो सकता है। मिर्गी से पीड़ित रोगियों को सीमित मात्रा में ही इसकी खुराक दी जानी चाहिए। वहीं बच्चों पर इसका उपयोग बहुत ही सीमित होना चाहिए।

बकरी का दूध

ऐसा माना जाता है कि मिर्गी के दौरे में बकरी का दूध बहुत फायदेमंद होता है। लगभग 50 ग्राम मेहंदी के पत्तों का पेस्ट बनाकर इसमें बकरी के दूध में मिलाएं और इसका सेवन करे। इस मिश्रण से आराम मिल सकता है।

पेठा या कद्दू

पेठे या कद्दू में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिससे मस्तिष्क के नाडी-रसायन संतुलित हो जाते हैं। इसके लिए आप रोगी को इसकी सब्जी बना कर भी खिला सकते हैं। इसका जूस बना कर पिलाने से रोगी को ज्यादा फायदा मिलेगा। अगर इसका टेस्ट अच्छा न लगे तो इसमें चीनी और मुलहटी का पाउडर मिक्स करके भी रोगी को दिया जा सकता है।

प्याज का रस

पुराने समय में मिर्गी की समस्या होने पर सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाने वाले नुस्खे में प्याज भी है। जिन्हें लगातार मिर्गी आती है उसे रोजाना दो चम्मच प्याज का रस दे। इसके बाद दो चम्मच जीरे को पीसकर उसका पाउडर दे। इन दोनों चीजो के लगातार सेवन से आपको मिर्गी की समस्या में आराम मिल सकता है।