ज्यादा सोना बन सकता हैं आपकी मौत का कारण, बढ़ता है हार्ट स्ट्रोक का खतरा

अक्सर आपने डॉक्टर को कहते हुए सुना होगा कि व्यक्ति को अपनी नींद पूरी लेनी चाहिए क्योंकि नींद की कमी आपके लिए कई परेशानियां ला सकती हैं। लेकिन किसी भी चीज की अती भी खराब होती है फिर चाहे वह नींद ही क्यों ना हो। जी हां, हाल ही में हुई एक रिसर्च में खुलासा हुआ हैं कि 9 घंटे से ज्यदा सोने वाले लोगों में 23 प्रतिशत तक हार्ट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। यह उन लोगों के लिए जो दिन हो या रात, हर वक्त घोड़े बेचकर सोने में यकीन रखते हैं।

अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ खानपान के साथ-साथ अच्छी नींद लेना भी जरूरी है। नींद को इंसान की कई बीमारियों के इलाज के लिए सबसे अच्छी दवा के रूप में भी माना जाता है। इन दिनों लोगों के बीच कम नींद लेने की समस्या भी काफी देखी जा रही है और इस वजह से बेहतर नींद कैसे पाएं इसको लेकर भी कई तरह के शोध और उपाय समय-समय पर सामने आते रहते हैं। लेकिन मेडिकल जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी से पता चला है कि जरूरत से ज्यादा सोना सेहत के लिए सिर्फ नुकसानदेह नहीं बल्कि जानलेवा भी हो सकता क्योंकि ज्यादा सोने से बढ़ता है हार्ट स्ट्रोक का खतरा।

जी हां, इस नई स्टडी के अनुसार, जो लोग हर रात 9 घंटे या उससे अधिक समय तक सोते हैं, उनमें 7 घंटे से कम सोने वाले लोगों की तुलना में हार्ट स्ट्रोक का खतरा 23 प्रतिशत अधिक होता है। स्टडी में पाया गया कि कम सोने वालों की तुलना में लंबे समय तक सोने वाले लोग और दिन के समय लंबी झपकी लेने वाले दोनों में 85 प्रतिशत लोगों को हार्ट स्ट्रोक की आशंका रहती है।

शोधकर्ताओं के अनुसार इस स्टडी से यह भी पता चला कि दिन के समय में देर तक सोने या झपकी लेने वालों में कलेस्ट्रॉल का लेवल प्रतिकूल रूप से बढ़ता है और उनकी कमर भी बढ़ जाती है और ये दोनों ही कारक हार्ट स्ट्रोक के सबसे बड़े जोखिम कारक हैं। स्टडी में कहा गया कि लंबी झपकी लेना और सोना एक संपूर्ण निष्क्रिय जीवनशैली की ओर इशारा करता है, जो स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम से भी संबंधित है।

इस स्टडी में चीन के 31 हजार 750 लोगों को शामिल किया गया, जिनकी औसत आयु 62 वर्ष थी। जब रिसर्च शुरू की गई थी उस वक्त स्टडी में शामिल लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों या हार्ट स्ट्रोक की कोई पुरानी समस्या नहीं थी। शोधकर्ताओं ने 6 साल तक स्टडी में शामिल लोगों पर नजर रखी और उनकी जांच की। इस दौरान अधिक सोने वाले लोगों में हार्ट स्ट्रोक के कुल 1 हजार 557 मामले सामने आए। इस आधार पर शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि जो लोग रात में 9 घंटे या उससे अधिक समय तक सोते थे, उनमें रात में 7 घंटे या उससे कम सोने वाले लोगों की तुलना में हार्ट स्ट्रोक की आशंका 23 प्रतिशत अधिक थी।