वायरल बुखार जकड़ ले तो आजमाएं ये घरेलू नुस्खे, तुरंत मिलेगा आराम

मौसम में बदलाव सर्दी-जुकाम के साथ-साथ बुखार की समस्या भी लेकर आता है। तापमान में अचानक बदलाव के कारण हमारी इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है। जिसके कारण बुखार के बैक्टीरिया आसानी से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। लगातार बुखार रहने से शरीर कमजोर हो जाता है। जिसके कारण हमें कई अन्य बीमारियां जैसे थकान, शरीर में दर्द, खांसी, जोड़ो में दर्द, सर्दी लगना, गले में दर्द, सिर दर्द, आंखों में लाली और जलन जैसी बीमारियों को सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप चाहे तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

तुलसी

तुलसी के पत्ते वायरल फीवर से आराम दिलाने में काफी मदद करते हैं। इसके लिए आप तुलसी का काढ़ा बना ले। तुलसी का काढ़ा बनाने के लिए आप 5-7 तुलसी के पत्ते और 1 चम्मच लौंग पाउडर को एक लीटर पानी में अच्छी तरह से उबाल लें। फिर इसको छान कर हर 2 घंटे के अंतराल में आधा कप की मात्रा में इसका सेवन करें।

गिलोय

गिलोय का सेवन वायरल बुखार में राहत देता है। इसके लिए आप 4-6 मीटर लम्बी गिलोय को आधे लीटर पानी में उबाल लें। जब ये एक चौथाई बच जाए तो इसको छानकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में 3-4 बार सेवन करें।

काली मिर्च

एक चम्मच हल्दी के पाउडर में एक चम्मच काली मिर्च, एक चम्मच सौंठ का पाउडर, थोड़ी चीनी को एक कप पानी में उबाल लें। जब यह आधा रह जाए तो ठंडा करके इसका सेवन करें।

अदरक

वायरल फीवर में अदरक खाने से फीवर की वजह से होने वाला दर्द कम होता है। इसके लिए आप अदरक के पेस्ट में थोड़ा सा शहद मिलाकर थोड़ी-थोड़ी देर में इसका सेवन कर सकते हैं।

मेथी का पानी

वायरल फीवर में मेथी का पानी पीने से फायदा होता है। इसके लिए आप थोड़े से मेथी दानों को एक ग्लास पानी में भिगोकर रात भर के लिए रख दें। सुबह इस पानी को छानकर हर दो घंटे में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में इसको पीते रहें।

दालचीनी

दालचीनी भी वायरल बुखार में होने वाले गले के दर्द, जुकाम, खांसी जैसी दिक्कत से आराम देती है। इसमें नैचुरल एंटीबायोटिक है। इसके लिए आप एक कप पानी में एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर और 2 इलायची डाल कर 5 मिनट तक उबाल लें। फिर इसको छानकर दिन में दो-तीन बार सेवन करें।

किशमिश

वायरल फीवर में किशमिश भी काफी राहत देती है। आप एक कप पानी में दो छोटी चम्मच किशकिश डालकर कुछ घंटों के लिए भिगो दें। जब ये फूल जाएं तो इसी पानी के साथ किशमिश को पीस लें। फिर इसमें आधे नींबू का रस मिलाकर इसको दो बार में पी लें।