गर्मी में ठंडी चीज, आइसक्रीम, कोल्ड्रिंक आदि का सेवन करने से कई लोगों को गले में खराश की शिकायत रहती है। गले में खराश, बुखार, एलर्जी, वायरल या जीवाणु संक्रमण के प्रारंभिक संकेत हो सकते हैं। गले में खराश के साथ ही बहती या भरी हुई नाक, साइनस, आंख और त्वचा में खुजली, छींक आना, थकान, आंख में सूजन, लाल आंख, आंख में से पानी आना आदि लक्षण भी नजर आ सकते हैं। अधिकतर मामलों में गले में खराश का घर पर ही आसानी से इलाज किया जा सकता है। अगर आपको भी गले में जलन या खराश की शिकायत होती है, तो आगे बताए तरीकों से गले की खराश या जलन को दूर कर सकते हैं...
गले की खराश के सामान्य कारण - फूड एलर्जी
- ड्रग एलर्जी
- बैक्टीरिअल या वारस इंफेक्शन
- डिहाइड्रेशन
- मौसम के मुताबिक गलत फूड का सेवन
- ठंडी चीजों का सेवन
- खट्टी चीजों का सेवन
- एसिड वाले फूड्स
- मेडिकेशन साइड इफेक्ट
नमकनमक के पानी की मदद से आप गले में होने वाली खराश से छुटकारा पा सकते है। इसके लिए गुनगुना पानी में आप आधा चम्मच नमक डालें। उसके बाद मुंह में 1 घूंट पानी लेकर 10 सेकेंड तक गार्गल करें। इसके बाद उस पानी को बाहर थूंक दें। दिन में 3-4 बार ऐसा करेंगे, तो 1-2 दिन में काफी आराम मिल जाएगा।
शहदगले में खराश से राहत दिलाने में शहद काफी मदद कर सकती है। इसके लिए आपको सुबह-सुबह उठकर 1 चम्मच शहद खाना है। अगर शहद न खा पाएं तो एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते लेकिन धयान रखें शहद मिलावटी नहीं होना चाहिए।
अदरकअदरक में जिंजरोल होता है, जिसमें शक्तिशाली औषधीय गुण होते हैं। आयुर्वेद में इसका प्रयोग सदियों पहले से होता आ रहा है। घरेलू नुस्खों में यह काफी काम आता है। गले की खराश दूर करने के लिए अदरक का एक टुकड़ा लेकर उसे कद्दूकस कर लें और एक गिलास पानी में डालकर उबाल लें। लगभग 5 मिनट तक उबालने के बाद उस पानी को छान लें और फिर उसका सेवन करें। दिन में 2 बार इसका सेवन करें। अदरक की तासीर काफी गर्म होती है, इसलिए ध्यान से इसका सेवन करें।
हल्दीहल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है, जिस कारण से यह सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचा सकता है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। गले की खराश में राहत के लिए एक पैन में 1 कप दूध डालें और उसमें 1 चम्मच हल्दी पाउडर डालें। ठंडा होने के बाद इसका सेवन करें। अधिक फायदे के लिए कच्ची हल्दी का भी प्रयोग कर सकते हैं।
पुदीना पुदीने का तेल गले की खराश को दूर करता है। पेपरमिंट में मेन्थॉल होता है, जो बलगम को पतला करता है और गले की खराश कम करता है। इसमें में भी इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल प्रोपर्टीज के गुण पाए जाते हैं। इसे हमेशा ऑलिव ऑयल, आलमंड ऑयल या भी नारियल के तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए।
मेथी मेथी सेहत के लिए कई तरीके से फायदेमंद है। इसमें रोग ठीक करने की क्षमता होती है और ये गले में जलन या सूजन पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर सकती है। मेथी एक प्रभावी एंटीफंगल भी है। हालांकि गर्भवती महिलाओं को मेथी के सेवन से बचना चाहिए।
मुलेठीमुलेठी की जड़ गले की खराश को मिटाने का काम करती है। हाल के एक रिसर्च से पता चलता है कि गरारे के पानी में ये मिलाने पर ज्यादा प्रभावी तरीके से काम करता है। हालांकि प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फीड कराने वाली महिलाओं को ये नुस्खा नहीं आजमाना चाहिए।
लौंगलौंग में एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं। गले की खराश या जलन को दूर करने के लिए या तो कच्ची लौंग को चबा सकते हैं या लौंग का पानी पी सकते हैं। लौंग का पानी तैयार करने के लिए एक गिलास पानी लें और उसमें 2-3 लौंग डालकर 5 मिनिट तक उबालें। इसके बाद ठंडा होने पर इसका सेवन करें।
एप्पल साइडर विनेगरएक्सपर्ट द्वारा एप्पल साइडर विनेगर के कई फायदे बताए गए है। यह सिर्फ गले की खराश ही नहीं बल्कि वेट लॉस में भी मदद कर सकता है। गले में राहत के लिए एक गिलास गरम पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं और उसका सेवन करें।