बिना दवा के दूर होगा जोडों का दर्द, ये घरेलू नुस्खें हैं रामबाण उपाय


अर्थराइटिस (गठिया) एक ऐसी बीमारी हैं जिसमें उम्र के साथ जोडों में दर्द होने लगता हैं। जोड़ों का दर्द ऐसा होता है जो आपको 5 मिनट भी चैन की सांस नहीं लेने देता। बैठने-उठने यहां तक की करवट लेने में ये दर्द तकलीफ देता है। हांलाकि आजकल देखा जा रहा हैं कि युवाओं को भी इस समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसे में शुरू से ही सचेत रहा जाए तो अच्छा हैं ताकि इस परेशानी को पनपने के लिए ही समय ना मिल सकें। देखा जाता हैं कि जोड़ों में दर्द की समस्या उठते ही लोग दवाइयों और गोलियों का सेवन करने लगते हैं जो सेहत के लिहाज से उचित नहीं हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खें लेकर आए हैं जिनकी मदद से बिना दवा के जोडों का दर्द दूर करने में मदद मिलेगी। तो आइये जानते हैं इन नुस्खों के बारे में...

एक्सरसाइज और योग

गठिया से परेशान किसी महिला को अपने वजन को नियंत्रित और प्रबंधित करना चाहिए। इसका अत्यधिक महत्व है। लेकिन इसका मतलब जिम में वज़न उठाना या ज़ुम्बा क्लास जॉइन करना नहीं है। गठिया के रोगियों के लिए यह उचित नहीं है। आसान घरेलू एक्सरसाइज और योगासन करने से बहुत तेजी से वजन कम करने और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।

हॉट थेरेपी

हॉट शावर लेना, नहाना या अपने पैरों को गर्म टब के पानी में डुबाना भी गठिया के दर्द को कम कर सकता है। कुछ लोग इलेक्ट्रिकल कंबल का भी इस्तेमाल करते हैं और उन पर सोते हैं, जिससे दर्द कम करने में मदद मिलती है। कुछ लोग आराम महसूस करने और दर्द को कम करने के लिए अपने जोड़ों पर एक नम हीटिंग पैड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

मेडिटेशन

मेडिटेशन गठिया के दर्द से राहत के लिए एक महान उपकरण हो सकता है। रोजाना मेडिटेशन बड़े लेवल पर तनाव को कम कर सकता है। यह अंततः सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करेगा। मेडिटेशन करते समय सांस लेने की तकनीक, जप और सीधी मुद्रा रखने से चिंता और तनाव को कम करने में मदद मिलती है, जो गठिया के दर्द के सामान्य कारण हैं।

नींबू

नींबू में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जैसे कि मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम विटामिन ए, सी, बी1 और बी6। इन सभी पोषक तत्वों से भरपूर नींबू के छिलके को जोड़ों पर लगाने से दर्द में आराम मिलता है। इसके साथ ही पुराने से पुराना दर्द छूमंतर हो जाता है। नींबू के छिलके को जोड़ों पर लगाने का भी एक तरीका है जो हम आपको बताते हैं। इसके लिए आपको 2 नींबू के छिलके और 100 एमएल ऑलिव ऑयल लेना होगा। सबसे पहले नींबू को एक जार में डाल दीजिए। इसमें ऑलिव ऑयल डालिए। इसके बाद जार को अच्छी तरह से बंद करने के बाद करीब 2 हफ्तों के लिए रख दें। अब आपका मिश्रण तैयार है। इस मिश्रण को जोड़ों पर लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि जिस जगह पर इसे लगाए उसे किसी चीज से कवर कर लें ताकि उसमें हवा न लगने पाए।

हल्दी का सेवन

कई जीवनशैली अध्ययनों और रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि गठिया के रोगी के आहार में हल्दी को शामिल करना उपयोगी होता है क्योंकि इसमें करक्यूमिन नामक एक केमिकल होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। यह गठिया के दर्द और सूजन के इलाज में मदद करता है। जैसे- गठिया के कई रोगी अपने दर्द में आराम के लिए हल्दी वाला दूध पीते हैं।

ग्रीन टी

ग्रीन टी वेट लॉस के मिशन में सहायक होती है और इसका उपयोग सूजन और दर्द को कम करने में भी किया जा सकता है। गठिया के दर्द की तीव्रता को कम करने के लिए सुबह के समय बिना चीनी के ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।

लहसुन

लहसुन के सेवन से जोड़ों के दर्द में काफी आराम मिलता है। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि प्याज और लहसुन में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होते हैं। इनके नियमित सेवन से जोड़ों के दर्द की शिकायत होने का खतरा काफी कम हो जाता है ।

गर्म और ठंडा कंप्रेशन

गर्म और ठंडा दोनों कंप्रेशन एक एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में काम करते हैं। गर्मी मांसपेशियों को आराम देती है। बेहतर परिणामों के लिए, आप गर्म पानी की बोतल या गर्म पैड का इस्तेमाल कर सकते हैं। घुटने की सूजन को कम करने के लिए आप बर्फ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप एक आइस क्यूब को एक कपड़े में लपेट कर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं।

एसेंशियल ऑयल्स से मालिश

मुलायम मालिश करने से जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। तनाव और दर्द से राहत पाने के लिए अक्सर मालिश की जाती है। हालांकि, एक गठिया रोगी को तेजी से मालिश करने की बजाय हमेशा नरम और कोमल मालिश करवानी चाहिए। एसेंशियल ऑयल्स से मालिश करने से आपको जोड़ों के दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, अदरक और संतरे के एसेंशियल ऑयल्स घुटने के दर्द से छुटकारा पाने में अच्छा काम करते हैं। ये स्टिफनेस को दूर करता है और प्रभावित हिस्से में दर्द को कम करता है।

अदरक

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ये जड़ी बूटी जिंजरोल नामक कंपाउंड से भरपूर होती है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी होती है। अदरक के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा अदरक की चाय पीने से मदद मिल सकती है। आप अदरक को गर्म पानी में शहद और नींबू के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं। दर्द कम होने तक दिन में 2-3 कप पानी का सेवन कर सकते हैं।