जब भी कभी दांतों की सुरक्षा की बात की जाती हैं तो मसूड़ों का जिक्र भी किया जाता हैं जो इन्हें मजबूती प्रदान करने का काम करते हैं। देखा जाता हैं कि कई लोग आज के समय में मसूड़ों से खून निकलने की समस्या से परेशान हैं। मसूड़ों से खून आना एक मेडिकल कंडिशन है पर कई बार किसी सख्त चीज को खाने या फिर ब्रश करने के दौरान चोट लग जाने से भी मसूड़ों से खून आने लगता है। हांलाकि यह आम बात हैं, लेकिन कई लोगों के साथ यह रोज होता हैं तो चिंता की बात हैं। ऐसे में समय रहते उचित इलाज करना जरूरी हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जिन्हें आजमाकर मसूड़ों से निकलते खून की समस्या को रोका जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
ठंडी सिकाई
मसूड़ों में सूजन या खून आने पर उस हिस्से की बर्फ से सिकाई करने पर भी आराम मिलता है। किसी चोट या कट लगने के कारण मसूड़ों में सूजन को भी ठंडी सिकाई से ठीक किया जा सकता है। इससे जिंजिवाइटिस के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। 10 मिनट तक मसूड़ों की बर्फ से सिकाई करें और फिर 10 मिनट रूक कर दोबारा ऐसा करें।
शहद
मसूड़ों से खून आने की समस्या में शहद कारगर होता है। ऊंगली पर थोड़ा सा शहद लें। इसे हल्के-हल्के अपने मसूड़ों पर मसाज करें। शहद एंटीबैक्टेरियल होता है। इसमें मसूड़ों से सूजन और खून आने जैसे बैक्टेरियल संक्रमण से लड़ने के गुण पाए जाते हैं। इसमें मसूड़ों की सूजन कम करने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। यही कारण है कि शहद के इस्तेमाल से मसूड़ों में सूजन, खून आने समेत तमाम तरह की तकलीफों से राहत मिलती है। दिन में कम से कम दो बार इसका इस्तेमाल करें।
नारियल तेल
यदि आपके मसूड़ों से अक्सर खून निकलता रहता है, तो आप नारियल तेल का इस्तेमाल करें। नारियल तेल में मौजूद एंटी-इफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज मसूड़ों में होने वाले सूजन और प्लाक की समस्या को कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक बड़ा चम्मच नारियल तेल अपने मुंह में डालकर 2-5 मिनट के लिए घुमाएं। ऐसा करने से आपको फर्क नजर आएगा।
हल्दी
हेल्थ और स्किन के लिए लाभकारी माने जाने वाली हल्दी से मुंह और दांतों की परेशानियों को दूर किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी सेप्टिक गुण समस्या को खत्म करने में कारगर माने जाते हैं। इसकी खासियत है कि इसके इन प्राकृतिक गुणों की मदद से पायरिया को जड़ से खत्म किया जा सकता है। पायरिया को खत्म करने के लिए सुबह-सुबह हल्दी वाले पानी का कुल्ला करें। ऐसा कुछ दिनों तक लगातार करने के बाद आप राहत महसूस करेंगे।
लौंग का तेल
लौंग का तेल तो वर्षों से दांतों और मसूड़ों की समस्या को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। लौंग के तेल में फेनोलिक कम्पाउंड जैसे यूजेनॉल से इसे एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व प्राप्त होते हैं, जो जिंजिवाइटिस और मसूड़ों से खून आने की समस्या को दूर कंट्रोल करते हैं।
नींबू पानी
अगर ब्रश करने के अलावा कुछ खाने पर भी मसूड़ों से खून आने की समस्या हो रही है, तो इस प्रॉब्लम को दूर करने के लिए आप नींबू पानी की मदद ले सकते हैं। इस नुस्खे को अपनाना काफी आसान है। इसके लिए एक बर्तन में गुनगुना पानी लें और इसमें नींबू का रस मिला लें। अब इस पानी से कुल्ला करें। कुछ दिनों में आप फर्क देख पाएंगे।
नमक के पानी का कुल्ला
प्रतिदिन नमक मिले गुनगुने पानी से कम से कम चार बार कुल्ला करें। बैक्टीरिया और इंफ्लेमेशन के कारण मसूड़ों की समस्याएं होती हैं, ऐसे में नमक वाला पानी बैक्टीरिया को कम करके मसूड़ों से खून आने की समस्या को रोक सकता है। यदि एक सप्ताह तक खून आना बंद नहीं होता है, तो दांत के डॉक्टर से जरूर दिखाएं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी का नियमित इस्तेमाल करने से मसूड़ों से खून आने की समस्या से छुटकारा मिलता है। ग्रीन टी में कैटेचिन पाया जाता है। यह एक तरह का नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह मुंह के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। हाल ही में 940 लोगों पर ग्रीन टी को लेकर किए गये शोध से पता चला है कि ग्रीन टी से लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। शोध के दौरान लोगों के ग्रीन टी के इस्तेमाल से पहले और ग्रीन टी के इस्तेमाल के बाद के स्वास्थ्य के आधार पर पाया गया कि ग्रीन टी के इस्तेमाल से न सिर्फ लोगों के स्वास्थ्य में सुधार आया, बल्कि उन्हें मुंह और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं से भी राहत मिली।