किडनी से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकता हैं बढ़ा हुआ क्रिएटिनिन, इन उपायों से करें इसे कम

शरीर में किसी भी प्रकार के तत्व का असंतुलिकरण सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होता हैं। ऐसा ही कुछ मामला हैं क्रिएटिनिन का जिसका बढ़ा हुआ लेवल ब्लड इंफेक्शन से लेकर किडनी से जुड़ी कई समस्याएं पैदा कर सकता हैं। किसी भी व्यक्ति के ब्लड और यूरिन में पाए जाने वाला वेस्ट मटेरियल को क्रिएटिनिन कहलाता हैं। किडनी रक्त को छानकर यूरिन के माध्यम से बाहर निकालती है। लेकिन यदि क्रिएटिनिन का लेवल हाई होता है। तो यह प्रक्रिया बाधित होती है। ऐसे में जरूरी हैं कि शरीर में बढ़े हुए क्रिएटिनिन की मात्रा को नियंत्रित किया जाए। आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे ही उपाय लेकर आए हैं जो क्रिएटिनिन को कम करने में मददगार साबित होंगे। जानते हैं इनके बारे में...

प्रोटीन का सेवन करें कम

स्वस्थ शरीर के लिए प्रोटीन आवश्यक पोषक तत्व है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन क्रिएटिनिन के लेवल को बढ़ा सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि कुछ प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मछली व डेयरी उत्पाद का सेवन कम करें या न करें।

फाइबर का अधिक सेवन

खाने में फाइबर को शामिल करने से क्रिएटिनिन के लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है। एक स्टडी के अनुसार, डाइट में फाइबर युक्त फूड्स शामिल करने से क्रोनिक किडनी डिजीज वाले लोगों में क्रिएटिनिन के लेवल को कम करने में मदद की है। फाइबर रिच फूड्स, जैसे - फल, सब्जी व साबुत अनाज को खाने में शामिल करना चाहिए।

सैल्विया का इस्तेमाल

सैल्विया एक प्रकार की जड़ी बूटी है जो शरीर में बढ़े हुए क्रिएटिनिन लेवल को कम करने का काम करती है। सैल्विया का सेवन करने से शरीर में ग्लोगेरुलर फिल्ट्रेशन रेट बढ़ता है जिससे क्रिएटिनिन को फिल्टर करने में फायदा मिलता है। सैल्विया में पाया जाने वाला लिथेस्पर्मेट-बी नामक तत्व शरीर से क्रिएटिनिन को बाहर निकालने में बहुत फायदेमंद होता है।

क्रिएटिन युक्त सप्लीमेंट न लें

ज्यादा एनर्जी पाने के लिए क्रिएटिन सप्लीमेंट का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल कुछ एथलीट अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए करते हैं। नेचुरल क्रिएटिन की तरह ही क्रिएटिन सप्लीमेंट का अधिक सेवन क्रिएटिनिन के लेवल को बढ़ा सकता है। इसलिए, इसके लेवल को कम करने के लिए क्रिएटिन सप्लीमेंट का सेवन करने से बचना चाहिए।


सोडियम का कम सेवन

अधिक मात्रा में सोडियम (नमक) का सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, जो किडनी खराब होने के महत्वपूर्ण कारणों में से एक है। इसलिए, नमक का सेवन कम करना चाहिए, जो स्वाभाविक रूप से शरीर से हाई क्रिएटिनिन के लेवल को कम करने के बेस्ट उपायों में से एक है।

नेट्ल लीफ (बिच्छु बुटी) का इस्तेमाल

नेटल लीफ का इस्तेमाल भी शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को संतुलित रखने में बहुत फायदेमंद होता है। इसे चाय या सप्लीमेंट के रूप में ले सकते हैं। इसमें मौजूद हिस्टामिन किडनी में जाकर ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने का काम करता है और शरीर का रेनल एक्सक्रीशन बढ़ाने का काम करता है। इसका सेवन करने से आपके शरीर से अतिरिक्त क्रिएटिनिन बाहर निकल जाता है।


हर्बल टी का इस्तेमाल

हर्बल टी क्रिएटिनिन लेवल को कम करने में बहुत फायदेमंद मानी जाती है। आप नियमित रूप से हर्बल टी का सेवन कर इसे संतुलित कर सकते हैं। हर्बल टी का सेवन करने से आपके ब्लड में मौजूद क्रिएटिनिन को फिल्टर करने में सहायता मिलती है और इसके सेवन से आपको पेशाब भी ज्यादा होता है। इससे किडनी आसानी से क्रिएटिनिन को फिल्टर कर पेशाब तक भेज देती है। आप तुलसी के पत्ते, पुदीना, शहद और अदरक को मिलकर आसानी से हर्बल टी बना सकते हैं। रोजाना चाय की तरह इसका सेवन करने से फायदा मिलता है।


स्मोकिंग व अल्कोहल से दूरी

सिगरेट कई तरह से शरीर को प्रभावित कर सकती है, जिसमें क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा काफी बढ़ जाता है। स्मोकिंग छोड़ने से किडनी की समस्याएं बढ़ने की आशंका कम हो सकती है, जो क्रिएटिनिन के स्तर को बढ़ाती है। वहीं, अत्यधिक मात्रा में अल्कोहल के सेवन से न केवल लिवर खराब होता है, बल्कि इसके कारण किडनी की कई समस्याएं भी होती हैं। एक बार जब किडनी से जुड़ी समस्या हो जाती है, तो यह ब्लड वैसल्स के अंदर क्रिएटिनिन के लेवल को प्रभावित कर देता है, जिससे हाई क्रिएटिनिन लेवल की समस्या हो सकती है।

सिंहपर्णी जड़

सिंहपर्णी जड़ जिसे अंग्रेजी में Dandelion Root कहते हैं का इस्तेमाल क्रिएटिनिन लेवल को कम करने में बहुत फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल पेशाब से जुड़ी कई समस्याओं में भी किया जाता है। सिंहपर्णी जड़ का इस्तेमाल लोग प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में भी करते हैं। क्रिएटिनिन के बढ़े हुए स्तर से छुटकारा पाने के लिए आप सिंहपर्णी जड़ की चाय का रोजाना एक हफ्ते तक तीन से चार बार सेवन करें। ऐसा करने के बाद शरीर में मौजूद क्रिएटिनिन का पता लगाने के लिए क्रिएटिनिन लेवल की जांच कराएं।


अधिक एक्सरसाइज ना करें

एक्सरसाइज करना हेल्थ के लिए अच्छा होता है, लेकिन अधिक समय तक एक्सरसाइज करने से क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ सकता है। मसल मेटाबॉलिज्म क्रिएटिनिन का प्रोडक्शन करती हैं। अत्यधिक गतिविधि के माध्यम से या मांसपेशियों का अधिक उपयोग करने से क्रिएटिनिन स्तर बढ़ जाता है। इसलिए, क्रिएटिनिन के लेवल को कम करने के लिए अधिक एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए।