Health Tips : अगर आप है अस्थमा से परेशान तो इन घरेलू उपायों से होगा फायदा

अस्थमा श्वास से सम्बंधित एक गंभीर बिमारी हैं। जो कि एलर्जी की वजह से उत्पन्न होता हैं और इसमें फेफड़ों में सूजन होने लगती हैं। कहा जाता है कि अस्थमा एक बार होने के बाद उस व्यक्ति के मौत के साथ ही समाप्त होता हैं। सर्दियों में तो अस्थमा अपना असर खूब दिखाता हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि आप जिंदगी भर अस्थमा (दमा) से परेशान रहें। आज हम आपे लिए लेकर आये है कुछ घरेलू उपाय जिनको अपनाकर आप अस्थमा के प्रभाव को कम कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं उन घरेलू उपायों के बारे में।

* दमबेल (दमबूटी) का एक पत्ता ले इसको गोली की तरह बना कर इसमें एक काली मिर्च डालिये और पान की तरह चबा चबा कर सुबह खाली पेट खा लीजिये। ऊपर से थोड़ा गर्म पानी पी लीजिये। कुछ देर में उल्टी हो सकती हैं, जो के एक अच्छा संकेत हैं। उलटी होगी और आपके शरीर में जमा हुआ कफ निकल जाएगा। ये स्वाभाविक प्रक्रिया हैं घबराये नहीं, जब कफ निकल जाएगा तो उलटी अपने आप बंद हो जाएगी। इस प्रकार तीन दिन सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से दमा जैसे भयंकर और कठिन रोग से पीड़ित रोगी को पूर्ण आराम मिल जाता हैं। अगर तीन दिन में इसका पूर्ण लाभ ना मिले तो इस प्रयोग को एक सप्ताह तक किया जा सकता हैं। इसके बाद रोगी को एक महीने तक घी, तेल व् सभी प्रकार की खट्टी व् ठंडी चीजो से परहेज करना चाहिए।

* एक लीटर पानी में दो बड़ा चम्मच मेथी के दाने डालकर आधा घंटे तक उबालें, उसके बाद इसको छान लें। दो बड़े चम्मच अदरक का पेस्ट एक छलनी में डालकर उस रस निकाल कर मेथी के पानी में डालें। उसके बाद एक चम्मच शुद्ध शहद इस मिश्रण में डालकर अच्छी तरह से मिला लें। दमा के रोगी को यह मिश्रण प्रतिदिन सुबह पीना चाहिए।

* ज़रूरत के अनुसार सरसों के तेल में कपूर डालकर अच्छी तरह से गर्म करें। उसको एक कटोरी में डालें। फिर वह मिश्रण थोड़ा-सा ठंडा हो जाने के बाद सीने और पीठ में मालिश करें। दिन में कई बार से इस तेल से मालिश करने पर दमा के लक्षणों से कुछ हद तक आराम मिलता है।

* अस्थमा ट्रीटमेंट में लहसुन का सेवन काफ़ी उपयोगी है। चार से पांच लहसुन की कलियां तीस एम एल दूध में उबाल ले और प्रतिदिन इसका सेवन करे। इसके इलावा लहसुन की दो कलियां पीस कर अदरक की चाय में डाल कर सुबह शाम पीने से भी फायदा मिलता है।

* थोड़ा सा कपूर सरसों के तेल में डाल कर गरम कर ले और ठंडा होने के बाद इससे कमर और छाती की मालिश करे। हर रोज इस तेल से मालिश करने पर दमा के लक्षण कम होने लगते है।

* एक कटोरी में एक छोटा चम्मच अदरक का रस, अनार का रस और शहद डालकर अच्छी तरह से मिला लें। उसके बाद एक बड़ा चम्मच इस मिश्रण का सेवन दिन में चार से पाँच बार करने से दमा के लक्षणों से राहत मिलती है।

* अर्जुन की छाल का चूर्ण एक छोटा चम्मच गाय के दूध में या पानी में इतना उबाले के पानी आधा रह जाए, और इस को हर रोज़ रात को सोते समय पिए। इसमें एक चुटकी भर दाल चीनी भी डाल दे।

* दो छोटे चम्मच आंवला का पावडर एक कटोरी में ले और उसमें एक छोटा चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह से मिला लें। हर रोज सुबह इस मिश्रण का सेवन करें।