बरसात में दाद होना एक आम समस्या, आराम पाने के लिए तुरंत अपनाएं ये उपाय

बारिश के मौसम में कई तरह की समस्याएं होती हैं। स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम्स इस मौसम में आम हो जाती है। दाद, खाज, खुजली और रैशेज से कई लोग परेशान रहते हैं। शरीर का तापमान के बदलने, हवा में नमी के बढ़ने, ज्यादा पसीना आने, साफ-सफाई न रखने और किसी तरह की एलर्जी और केमिकल के संपर्क में आने से त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। दाद एक ऐसा फंगल इंफेक्शन है जो पैर, हाथ, गर्दन और बॉडी के इंटरनल ऑर्गन्स में कहीं भी हो सकता है। दाद देखने में किसी जख्म की तरह नजर आता है और ये संक्रमण तेजी से फैलता भी है। ये हमारी स्किन में लाल या भूरे रंग में उभरा हुआ नजर आता है। फंगल इंफेक्शन का समय रहते इलाज करना जरूरी है क्योंकि अगर ये फैल गया तो इसमें फुंसी हो सकती है जिसमें पस भी भर जाता है। इसलिए अगर आप दाद या खुजली से पीड़ित हैं तो इसका जल्द से जल्द इलाज करें। इनसे बचने के लिए कुछ उपाय बेहद कारगर हो सकते हैं। आइए जानते हैं...

सेब का सिरका

बरसात में सेब का सिरका दाद की समस्या का हल बन सकता है। असल में, सेब का सिरका एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। ये आपकी स्किन में फंगल इंफेक्शन को कम करता है और खुजली व जलन को शांत करता है। तो, आपको करना ये है कि 1 चम्मच पानी में 1 चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और इसे कॉटन की मदद से लगाएं।

नारियल का तेल

नारियल का तेल त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए अच्छा माना जाता है। यह न सिर्फ खुजली वाली त्वचा से राहत प्रदान करता है बल्कि त्वचा को चिकना और नरम भी बना देता है। इसलिए प्रभावित क्षेत्र पर नारियल का तेल लगाने से आराम मिलता है।

मुल्तानी मिट्टी

दाद वाली जगह पर मुल्तानी मिट्टी लगाने से भी त्वचा को खुजली और रेडनेस से राहत मिलती है। इसके लिए आप एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी में कुछ बूंद गुलाब जल मिलाएं और इसे उस एरिया पर लगा लें। जब यह सूख जाए, तो इसे ठंडे पानी से धो लें।

टमाटर

टमाटर में लाइकोपीन होता है, जो एक एंटीऑक्सिडेंट है। यह स्किन में मौजूद फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, यह उम्र बढ़ने और त्वचा की समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है। टमाटर के रस में थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को दाद वाली जगह पर लगाएं इससे आपको खुजली से राहत मिलेगी।

लौंग का तेल

लौंग का तेल बरसात में दाद की समस्या को आसानी से कम करने में मदद कर सकता है। ये एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों से भरपूर है जो कि दाद को फैलने से रोकता है और खुजली व जलन में कमी लाता है। इससे स्किन की ये समस्या तेजी से कम होती है और सूजन व खुजली से आराम मिलता है।

लहसुन

लहसुन में अजोइना नाम एक प्राकृतिक एंटी फंगल एजेंट होता है जो फंगल संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है। लहसुन की एक फांक छीलकर उसकी पतली स्लाइस काट लें, प्रभावित क्षेत्र पर पतली स्लाइस को रखे और उसके चारों ओर एक पट्टी लपेट लें और रात भर के लिए इसे छोड़ दें। इसकी जगह पर लहसुन के पेस्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

हल्दी

हल्दी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह कार्य करता है। हल्दी और पानी को मिलाकर अच्छी प्रकार पेस्ट बना लें और रूई की सहायता से इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएँ। यह फंगल इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज करता है।

टी ट्री ऑयल

टी ट्री ऑयल कई प्रकार की त्वचा समस्याओं से राहत प्रदान करता है। संक्रमित क्षेत्र पर रूईं की सहायता से दिन में तीन से चार बार टी ट्री ऑयल लगाना बेहतर होता है। यह फंगल इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज करता है।

एलोवेरा

एलोवेरा एंटी-फंगल और जीवाणुरोधी होते है। प्रभावित त्वचा पर सीधे ऐलोवेरा जेल को लगाएं और रात भर के लिए छोड़ दें। यह दाद चकत्ते आदि को ठीक करता है तथा यह त्वचा की स्वस्थ करने के लिए कईं पोषक तत्व और मिनरल प्रदान करता है।

गेंदे के फूल

कम ही लोग जानते हैं कि गेंदे के फूल दाद के इलाज के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं। आपको इसका पेस्ट बनाकर दाद वाली जगह पर लगा लेना है और सूखने देना है। बता दें, गेंदे के फूलों में एंटी एलर्जी और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं का इलाज कर सकती हैं।