सनातन धर्म में भगवान के प्रति अपनी आस्था दर्शाते हुए व्रत-उपवास किया जाता हैं जिसमें एक समय या दोनों समय भोजन को त्याग किया जाता हैं। धार्मिक आधार पर देखा जाए तो व्रत को श्रद्धा और भक्ति से जोड़ा जाता है। लेकिन वहीँ इसका वैज्ञानिक महत्व भी होता हैं जो सेहत को फायदे पहुंचाने का काम करता हैं। जी हां, सही तरीके से व्रत रखा जाए तो इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं। एक्सपर्ट्स भी व्यक्ति को हफ्ते में एक दिन का व्रत रखने की सलाह देते हैं। इससे न सिर्फ मोटापा कम होता है, बल्कि दिमाग भी मजबूत बनता है। आज इस कड़ी में हम आपको उन फायदों की जानकारी देने जा रहे हैं जो व्रत करने से मिलती हैं। आइये जानते है इनके बारे में...
पाचन तंत्र को मिलता है आरामबाहर का खाना या बहुत चिकनाई वाला गरिष्ठ भोजन करने से हमारा पाचन तंत्र गड़बड़ाने लगता है। फास्ट करने से पाचनतंत्र को आराम मिलता है और शरीर खुद का उपचार करना शुरू कर देता है। एक दिन के व्रत से पेट संबन्धी तमाम परेशानियों में काफी आराम होता है।
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोलजिन लोगों को डायबीटीज का खतरा है उनके लिए उपवास रखना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि फास्टिंग करने से ब्लड शुगर कंट्रोल बेहतर तरीके से हो पाता है। इतना ही नहीं टाइप 2 डायबीटीज के मरीज अगर थोड़े समय के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग रखें तो उनके ब्लड शुगर लेवल में भी काफी कमी आ जाती है। साथ ही उपवास रखने से इंसुलिन रेजिस्टेंस घटता है और शरीर में इंसुलिन के प्रति सेंसिटिविटी बढ़ती है जिससे खून में मौजूद ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाना आसान हो जाता है।
शरीर के विषैले तत्व निकाले बाहर आजकल की लाइफस्टाइल ने हमारे खानपान को भी प्रभावित किया है। हम में से ज्यादातर लोग अक्सर बाहरी खानपान या चिकनाईयुक्त भोजन दिनभर में खाते हैं, लेकिन उसे पचाने के लिए कोई श्रम नहीं करते। ऐसे में शरीर में फैट और विषैले तत्व जमा हो जाते हैं। इन्हें शरीर से निकालना बहुत जरूरी है। हफ्ते में एक दिन का व्रत आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है। शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलने से स्किन की भी तमाम समस्याओं से राहत मिलती है।
बनी रहेगी दिल की सेहत
दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे से बचने का सबसे बेस्ट तरीका है अपनी डायट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना और बहुत सी रिसर्च में यह बात साबित भी हो चुकी है कि फास्टिंग यानी उपवास रखना हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, उपवास रखने से शरीर में मौजूद बैड कलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है, ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। ऐसे में जब बीपी और कलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहेगा तो जाहिर सी बात है आपके दिल को किसी तरह का कोई खतरा नहीं होगा और आप दिल की बीमारियों से दूर रहेंगे।
वजन रहता है संतुलित सप्ताहभर खाया हुआ गलत खानपान हमारे शरीर में जो फैट जमा करता है, उससे वजन बढ़ने लगता है। वजन को नियंत्रित करने के लिए खानपान पर नियंत्रण के अलावा एक्सरसाइज बहुत जरूरी मानी जाती है। लेकिन अगर आप सप्ताह में एक दिन भी उपवास रखते हैं तो ये आपके शरीर के एक्सट्रा फैट को कुछ दिनों में संतुलित कर देता है। इससे अगर आपका वजन न घटता नहीं तो कम से कम बढ़ता भी नहीं है।
इम्यूनिटी होगी मजबूत उपवास रखने से आपका इम्यून सिस्टम यानी रोगों से लड़ने की क्षमता भी बेहतर होती है क्योंकि यह शरीर में मौजूद फ्री रैडिकल्स से होने वाले नुकसान को कम करता है, शरीर में किसी भी तरह की सूजन और जलन की समस्या को कम करता है। अब आपकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग रहेगी तो जाहिर सी बात है आप बीमार नहीं पड़ेंगे।
कोलेस्ट्रॉल होगा कम व्रत करने से अच्छा कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल बढ़ता है और खराब कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को कम करने में मदद मिलती है। यदि सप्ताह में एक दिन के व्रत के साथ रोजाना एक्सरसाइज की आदत डाल ली जाए तो इस कोलेस्ट्रॉल को बहुत तेजी से कम किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल कम होने से बीपी और हार्ट संबन्धी समस्याओं से राहत मिलती है।
दिमाग रहेगा शांतव्रत करने वाला शख्स मन में किसी के प्रति बुरे विचार नहीं आने देता। वो पूरे दिन को ईश्वर को समर्पित करता है। ऐसे में उसे तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। उसका दिमाग शांत होता है।