सर्दियों में गुड खाने के फायदे

भारत में गुड का एक अपना ही महत्व है, क्योंकि यहाँ रहने वाले हर भारत वासी इसके स्वाद को पहचानता है। क्या बच्चे और क्या बड़े सभी इसे खाने का एक मौका भी नहीं छोड़ते। पहले के जमाने में गुड का सेवन बहुत अधिक किया जाता है क्योंकि ये न केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभकारी है अपितु इसमें मौजूद गुण हमारे शरीर को कई बिमारियों से भी बचाते है।

देसी गुड़ प्राकृतिक रुप से तैयार किया जाता है तथा कोई रसायन इसके प्रसंस्करण के लिए उपयोग नहीं किया जाता है, इसलिए इसे अपने मूल गुण को नहीं खोना पड़ता है। प्राकृतिक मिठाई के तौर पर पहचाना जाने वाला गुड़, स्वाद के साथ ही सेहत का भी खजाना है, अगर आप अब तक अनजान हैं इसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों से, तो अब जान जानिए गुड़ खाने के यह बेहतरीन लाभ...

* हड्डियों के लिए :

गुड़ में कैल्शियम के साथ फॉस्फोरस भी होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में सहायक माना जाता है। वहीँ चीनी हड्डियों के लिए नुकसानदायक होती है क्योंकि चीनी इतने अधिक तापमान पर बनाई जाती है कि जिसके कारण गन्ने के रस में मौजूद फॉस्फोरस खत्म हो जाता है।

* पाचन तंत्र और एनर्जी के लिए :

गुड़ पाचन तंत्र को मज़बूत कर कब्ज को रोकता है। यह हमारे शरीर में पाचन एंजाइम को सक्रिय करता है और इस प्रकार भोजन के उचित पाचन में मदद करता है। यही कारण है कि बहुत से लोग भोजन के बाद गुड़ खाना पसंद करते हैं।

* मानसिक स्वास्थ्य :

विटामिन बी होने के कारण गुड मस्तिष्क से संबंधी बिमारियों को दूर करने की भी क्षमता रखता है। ग्रंथों में कहावत है की, गुड़, दही और मक्खन खाने वालों को बुढ़ापा जल्दी नहीं आता। इसीलिए विशेषकर सर्दियों में गुड का सेवन जरूर करें।

* पेट की समस्या :

जी हां गुड़ पेट की समस्याओं से निपटने के एक बेहद आसान और फायदेमंद उपाय है। यह पेट में गैस बनना और पाचन क्रिया से जुड़ी अन्य समस्याओं को हल करने में बेहद लाभदायक है। खाना खाने के बाद गुड़ का सेवन पाचन में सहयोग करता है।

* सर्दी होने पर :

सर्दी के दिनों में या सर्दी होने पर गुड़ का प्रयोग आपके लिए अमृत के समान होगा। इसकी तासीर गर्म होने के कारण यह सर्दी, जुकाम और खास तौर से कफ से आपको राहत देने में मदद करेगा। इसके लिए दूध या चाय में गुड़ का प्रयोग किया जा सकता है, और आप इसका काढ़ा भी बनाकर ले सकते हैं।

* एनीमिया की समस्या का समाधान :

गुड़ एनीमिया यानि खून की कमी में फायदेमंद होता है। गुड़ और चना आयरन से भरपूर होता है और यही कारण है कि एनीमिया से बचने के लिए यह बेहद मददगार साबित होता है। गुड़ और चना न केवल आपको एनीमिया से बचाने का काम करते हैं बल्कि आपके शरीर में आवश्यक ऊर्जा की पूर्ति भी करते हैं।

* हिचकी में फायदेमंद :

गुड़ हिचकी के लिए एक अच्छा घरेलु उपाय है, लेकिन यह सूखे अदरक पाउडर के साथ प्रयोग किया जाता है। 3 ग्राम गुड़, 500 मिलीग्राम सूखे अदरक पाउडर को लें। अब गुड़ को पीस कर उसमें अदरक पाउडर के साथ मिश्रण करें। अब गर्म पानी के साथ इस मिश्रण को खाएं। हिचकी से छुटकारा मिल जायगा।