सीताफल के फायदे : वीर्य वृद्धि में सहायक है सीताफल का सेवन

कस्टर्ड एप्पल (Custard Apple) जिसे हम शरीफा या सीताफल के नाम से जानते हैं। अगस्त से नवम्बर के आस-पास अर्थात् आश्विन से माघ मास के बीच आने वाला फल शरीफा एक ऐसा फल है जिसपर किसी रोग का संक्रमण नहीं हो पाता है। इस फल के बारे में यह माना जाता है कि वन में माता सीता अपनी भूख मिटाने के लिए इस फल का सेवन करती थी जिसके बाद इस फल को सीताफल के नाम से जाना जाने लगा।

सीताफल इतने गुणों से भरपूर है कि शायद ही शरीर का कोई हिस्सा ऐसा हो जिसे यह फायदा न पहुंचाता हो। वीर्यवर्धक, रक्तवर्धक, शक्तिवर्द्धक सीताफल हृदय रोग लिए लाभकारी है। पौष्टिकता से भरपूर सीताफल में विटामिन सी, बी1 और बी2 पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। यह पित्त से संबंधित सभी रोगों को दूर करता है तथा शरीर में रक्त और मांस की वृद्धि करता है। आइये जानते हैं ओर किस तरह यह हमारे लिए फायदेमंद हैं।

* शुगर या मधुमेह की समस्या के लिए सीताफल बहुत अच्छा होता है। यह रक्त में शुगर के स्तर और साथ-साथ मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है। यदि आपको पहले से ही शुगर की समस्या है तो इसका एंटीहाइपरग्लिसेमिक प्रभाव शुगर की समस्या को और भी बढ़ने से रोकता है।

* सीताफल में वजन बढ़ाने की क्षमता भरपूर होती है और अगर आप वजन बढ़ाने के सारे जतन करके थक चुके हैं तो तैयार हो जाएं एक नए और मीठे उपाय के लिए। आपको बस सीताफल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना है और आपका मनचाहा फिगर आप पा सकेंगे बहुत ही जल्दी।

* सीताफल में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी को संतुलित करता है और इस तरह से जोड़ों में होने वाले अम्ल को हटा देता है। यह अम्ल गठिया रोग का मुख्य कारण होता है और इस तरह से सीताफल गठिया रोग से सुरक्षा करता है।

* मुँहासे अक्सर पोर्स में बैक्टीरिया बनने के कारण होते हैं। सीताफल के मजबूत एंटी-माइक्रोबियल गुण आपकी त्वचा की सहायता कर सकते हैं। यह आपकी त्वचा से बैक्टीरिया को साफ करते हैं जिससे मुंहासे होने की संभावना कम हो जाती है।

* विटामिन बी कॉम्प्लेक्स से भरा हुआ सीताफल दिमाग को शीतलता देने का भी काम करता है। यह आपको चिड़चिड़ेपन से बचाकर निराशा को दूर रखता है। तो फिर बस, सीताफल अपनाइए और अपनी मानसिक शांति को रखिए अपने साथ हमेशा।