दस्त में हरे धनिये का सेवन रहता है फायदेमंद, जाने और फ़ायदे

धनिया तो लगभग सभी घरों में पाया जाता है। कुछ लोग हरा धनिया प्रयोग करते हैं तो कुछ हरा और सूखा दोनों। सूखे धनिये का प्रयोग मसाले के रुप में अधिक होता है और हरा धनिया का प्रयोग चटनी या सब्जी में डालकर प्रयोग में लाया जाता है। मसालों और व्यंजनों में स्वाद की मात्रा बढ़ाने और स्वादिष्ट बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। धनिये के इतने गुणों के कारण इसका महत्व इतना बढ़ गया है कि विज्ञान भी इसके अनेक औषधीय गुणों की प्रसंशा करता है। तो चलिए जानते हैं आखिर क्या क्या फायदे हैं और इसे किस रोगों के इलाज के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।

* यदि पेट में गर्मी के कारण आपको बार बार दस्त हो रहा हो तो, आप 50 ग्राम ताज़ा धनिया पीस कर छाछ या ठंडे पानी में मिला कर दिन में 2 बार पियें ऐसा करने से दस्त से काफी आराम मिलता है |

* मुंह के घाव को ठीक करने में भी ये काफी कारगर होता है। इसमें मौजूद एंटी-सेप्टिक गुण मुंह के घाव को जल्दी भरने का काम करता है।

* यदि आप के पेसाब में पिलापन ज्यादा आ रहा हो तो, सुखा धनिया को पिस कर इसे 1 गिलास पानी में 2 चम्मच पिसा धनिया मिला कर इसे 5 से 7 minute तक उबाल ले | और ठंडे होने पर इसे छान कर सुबह और शाम के समय पिने से पेसाब साफ हो जाता है।

* धनिया से बनाया हुआ तेल लगाकर मालिश करने से वात-विकार एवं दर्द शांत होता है। इसको तैयार करने के लिए कोई भी तेल लें (सरसों का तेल हो तो बेहतर है) और उसमें सूखा धनिया डालकर 5 मिनट आग में रखकर गर्म कर लें। उसे आग से उतारकर ठण्डा कर लें और फिर इससे मालिश करें।

* अत्यधिक मासिक धर्म के प्रवाह से पीड़ित महिलाओं को उबले धनिये के बीज के पानी का सेवन करना चाहिए। यह रक्तस्राव को नियंत्रित करता है। धनिया में मौजूद आयरन रक्त की कमी को पूरा करने में मदद करता है। यह शरीर में ऊर्जा के स्तर में भी सुधार करता है।

* आपको यह बतलाना जरुरी है की धनिया में विटामिन A और C की अच्छी मात्रा में पाई जाती है, जो की हमारे शरीर में बिमारिओं से लडने के शक्ति पैदा करता है। यदि आप चाहते है की आपकी रोग प्रतिरोधी क्षमता मजबूत रहे तो आप को धनिये का सेवन नियमत रूप से करना चाहिए।