हर व्यक्ति अपनी दैनिक जीवनशैली का अनुसरण करना पसंद करता हैं। कई लोग हैं जिनकी दिनचर्या में रेगुलर एक्सरसाइज करना हैं और वे अपने कई घंटे एक्सरसाइज करने में बिताते हैं ताकि खुद को स्वस्थ और फिट रख सकें। लेकिन आपको यह भी जानने की जरूरत हैं कि कुछ स्थितियां ऐसी हैं जिस समय एक्सरसाइज ना की जाए उसी में समझदारी हैं। जी हां, शरीर की स्थिति के अनुसार ही एक्सरसाइज करना सुखद रहता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन स्थितियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिस समय एक्सरसाइज को अवॉयड करना चाहिए क्योंकि यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
कमर या पैर में दर्द होने परअधिकतर महिलाएं कमर दर्द और पैरों के दर्द से परेशान रहती हैं, ऐसी स्थिति में एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। अगर इस कंडीशन में एक्सरसाइज की जाती है, तो समस्या बढ़ सकती है। वैसे तो रेगुलर एक्सरसाइज करके आप कमर, पैरों के दर्द से अपना बचाव कर सकते हैं, लेकिन जब पहले से ही कमर दर्द हो और एक्सरसाइज कर लिया जाए तो दर्द बढ़ भी सकता है।
नींद पूरी न होने परअगर आपको नींद से संबंधित कोई समस्या है, तो आपको एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। अगर आप किसी रात सोए नहीं है, तो एक्सरसाइज बिल्कुल न करें। अगर इस स्थिति में एक्सरसाइज किया जाता है, तो शरीर को नुकसान हो सकता है। इसलिए अगर आप फिटनेस कॉन्शियस हैं, तो भी नींद पूरी न होने पर एक्सरसाइज न करें। अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं, तो भी एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। अगर इस स्थिति में एक्सरसाइज की जाती है, स्ट्रेस लेवल बढ़ सकता है।
बुखार में न करें एक्सरसाइजबुखार आने पर भी आपको एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। अगर आप बुखार या अन्य किसी तरह की शारीरिक तकलीफ से जूझ रहे हैं, तो एक्सरसाइज करने के बारे में बिल्कुल न सोचें। बुखार आने पर शरीर का तापमान गर्म होता है और एक्सरसाइज करने से भी शरीर का तापमान गर्म हो जाता है, जिससे शरीर का हीलिंग प्रोसेस धीमा हो जाता है।
मांसपेशियों में दर्द होने परअगर एक्सरसाइज करते समय आपको मांसपेशियों में दर्द महसूस हो, तो एक्सरसाइज को कुछ समय के लिए छोड़ दें। मांसपेशियों में दर्द होने पर भी अगर एक्सरसाइज किया जाए, तो इससे समस्या बढ़ सकती है। एक्सरसाइज करने से मांसपेशियों में दर्द, अकडन और ऐंठन हो सकती है।
थकान और कमजोरी महसूस होने परअगर आपको बहुत अधिक थकान या कमजोरी महसूस हो रही हो, तो इस स्थिति में आपको एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। दरअसल, एक्सरसाइज करने के लिए शरीर को बहुत अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है और कमजोरी में शरीर में ऊर्जा पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है। इसलिए आपको जितना संभव हो, थकान या कमजोरी होने पर एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए। लेकिन अगर स्वस्थ स्थिति में एक्सरसाइज की जाती है, तो इससे शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। कमजोरी भी कई तरह की होती हैं।
सर्जरी होने की स्थिति में अगर आपकी हाल ही में कोई सर्जरी हुई है, आपको इस स्थिति में भी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। सर्जरी होने पर व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहद संवेदनशील होता है, अगर इस स्थिति में एक्सरसाइज की जाए तो इससे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। सर्जरी की स्थिति में एक्सरसाइज करने से आपकी सर्जरी भी खराब हो सकती है। इसलिए अगर आपकी किसी भी तरह की सर्जरी हुई हो, तो एक्सरसाइज बिल्कुल न करें।
मासिक धर्म होने परलड़कियों और महिलाओं को मासिक धर्म होने पर एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। वैसे तो इस स्थिति में लाइट एक्सरसाइज की जा सकती है, लेकिन हैवी वर्कआउट और एक्सरसाइज को पूरी तरह से ही अवॉयड करना चाहिए। इन दिनों महिलाओं के शरीर से अधिक ब्लड फ्लो हो रहा होता है, जिससे उन्हें कमजोरी और मूड स्विंग रहता है। इसलिए आप इस स्थिति में एक्सरसाइज करने से बचें। गर्भावस्था के आखिरी समय में भी आपको हैवी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए।
शरीर के अन्यों हिस्सों में दर्द होने परअगर कमर दर्द, पैरों में दर्द के अलावा शरीर के अन्यों हिस्सों में भी दर्द है, तो एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। शरीर के हिस्सों में दर्द होने पर अगर एक्सरसाइज की जाती है, तो इससे समस्या बढ़ जाती है। हाथ, पेट, घुटनों में दर्द होने की स्थिति में भी एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। अगर आपके पैरों में दर्द है, तो हाथों की एक्सरसाइज कर सकते हैं। और अगर हाथों में दर्द है, तो पैरों की एक्सरसाइज कर सकते हैं। लेकिन अगर शरीर के सभी हिस्सों में दर्द रहता है, तो एक्सरसाइज से दूरी बनाकर रखें।