भारतीय भोजन में मसालों की भरमार होती हैं जो इसे अन्य देशों से अलग बनाता हैं। भारतीय घरों में कई तरह के मसालों का इस्तेमाल होता है। तरह-तरह के मसाले, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। इन्हीं मसालों में से एक है जायफल जिसे अंग्रेजी में Nutmeg कहा जाता है। जायफल औषधीय गुणों से भरपूर होता है जो स्वाद के साथ ही सेहत भी देने का काम करता हैं। यह ज़िंक, फॉस्फोरस, कॉपर, मैंगनीज़, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन ए और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्वों से समृद्ध होता है और इसमें एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट जैसे प्रभाव भी पाए जाते हैं। यही कारण है कि बच्चों को स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने के लिए भी जायफल का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह जायफल आपकी सेहत को फायदा पहुंचाने का काम करता हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में...
पाचन तंत्र सुधारने में जायफल का उपयोग पाचन तंत्र को सुधारने के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि आर्युवेद में जायफल का उपयोग कई समस्याओं से निजात पाने के लिए किया जाता है, जिसमें खराब पाचन तंत्र को ठीक करना भी शामिल है। साथ ही यह मल त्यागने की क्रिया को भी सरल बना सकता है। वहीं, एक अन्य शोध में गैस, डायरिया और अपच की समस्या के लिए इसके उपयोग का पता चलता है।
सूजन से दिलाए राहतजायफल एंटी इंफ्लेमेटरी यौगिकों से समृद्ध है, जिसे मोनोटेरेप्स कहा जाता है। इसमें साबिनिन, टेरपिनोल और पिनीन शामिल है। ये आपके शरीर में पुरानी सूजन वाली स्वास्थ्य स्थिति जैसे दिल के रोग, मधुमेह और गठिया से राहत दिलाने में कारगार है। एक अध्ययन में सूजन वाले चूहों को इंजेक्शन लगाया गया। उनमें से कुछ को जायफल का तेल दिया गया। तेल का सेवन करने वाले चूहों ने सूजन और सूजन संबंधी दर्द का कम अनुभव किया।
कान के दर्द में आरामबच्चों को कान में दर्द होने पर जायफल खिला सकते हैं। जायफल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिससे कान के दर्द और सूजन में आराम मिलता है। इसके एंटी बैक्टीरियल गुण से कान की गंदगी साफ हो जाती है। जायफल को पीस लें और लेप बना कर कान के पीछे लगा दें। इसस कान का दर्द और सूजन कम हो जाएगी। आप चाहें तो सहसों के तेल में जायफल मिलाकर बच्चे का कान में डाल सकते हैं।
दांत दर्द से दिलाए छुटकाराअगर आपके दांतों में दर्द है तो जायफल आपको इस दर्द से राहत दे सकता है। जायफल के पाउडर को दांतों पर लगाएं और कुछ देर बाद कुल्ला कर लें। दातों के दर्द में आराम पाने के लिए आप जायफल के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जायफल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो दातों को सड़ने स बचाते हैं। शायद आपको नहीं पता होगा कि मार्केट में मिलने वाले ज्यादातर टूथपेस्ट में जायफल और दालचीनी होते हैं।
अवसाद और चिंता को करता है दूरजायफल में एनजियोलिटिक गुण पाए जाते हैं, जो अवसाद और चिंता को दूर करने में मददगार साबित होते हैं। इसके अलावा जायफल एंटीडिप्रेसेंट का भी अच्छा सोर्स है। एंटीडिप्रेसेंट का सोर्स होने के कारण जायफल डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मददगार साबित होता है। जिन पुरुषों को छोटी-छोटी बातों से भी टेंशन हो जाती है उन्हें नियमित तौर पर जायफल का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या होगी दूरपुरुषों में होने वाली इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने में जायफल प्रभावी होता है। रिसर्च के मुताबिक, जायफल में शक्तिशाली पॉलिफिनॉल्स गुण मौजूद होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इस गुण की वजह से जायफल के सेवन से पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की परेशानी को कम करने में मदद मिल सकती है।
सेक्स ड्राइव बढ़ाएजायफल आपकी सेक्स लाइफ को मजेदार बनाने में मदद करता है। इसे महिलाओं के लिए वियाग्रा के रूप में जानते हैं। क्लीनिकल इंवेस्टीगेशन्स से पता चला है कि जायफल का नियमित रूप से सेवन यौन गतिविधि को तेज करता है, जिससे निरंतर तरीके से सेक्स की इच्छा में वृद्धि होती है। पशु अनुसंधानों की एक रिसर्च में पता चला है कि नर चूहों को जायफल का अर्क की अच्छी खुराक देने से उनकी यौन गतिविधि में काफी वृद्धि हुई। आपको बता दें कि दक्षिण एशिया में यूनानी चिकित्सा पद्धति में यौन विकारों के इलाज के लिए जायफल का उपयोग महत्वपूर्ण रूप से किया जाता है।
त्वचा संबंधी समस्याओं का इलाजत्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए भी जायफल का इस्तेमाल किया जा सकता है, यह त्वचा को कोमल और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है। जायफल और दालचीनी के पाउडर को मिलाकर स्क्रब भी बना सकते हैं और इससे ब्लैकहेड हटाने में मदद मिल सकती है। शहत में जायफल का पाउडर मिलाकर एक पेस्ट बना लें और इसके इस्तेमाल से आप मुंहासों के निशानों से भी छुटकारा पा सकते हैं।
कैंसर से बचाव में जायफल का उपयोग कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकता है। इस विषय से जुड़े एक अध्ययन में पाया गया है कि जायफल में एंटीट्यूमर गुण पाए जाते हैं, जो कि कैंसर का कारण बनने वाले ट्यूमर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, एक अन्य शोध में पाया गया कि जायफल के तेल का उपयोग भी कैंसर से बचने के लिए किया जा सकता है। जायफल के तेल में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं।
अनिद्रा की समस्या करे दूर यदि आप अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं तो जायफल आपको नींद न आने की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होने के कारण जायफल तनाव को दूर करके दिमाग को शांत करता है और नींद लाने में मददगार साबित हो सकता है। जायफल सेरोटोनिनि को उत्तेजित करके शरीर को आराम पहुंचाता है। यही सेरोटोनिन दिमाग में जागर मेलाटोनिन में बदल जाता है, जो अच्छी नींद लाने के लिए जिम्मेदार होता है।