हींग एक शक्तिशाली महक वाला मसाला है जो खाने को स्वादिष्ट और खुशबूदार बंनाता है। इसका ज्यादार इस्तेमाल भारतीय और फारसी खाने में होता है। लेकिन इसके अलावा भी हींग के बहुत सारे फायदे हैं जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल लगभग हर किचन में किया जाता है। आइये जानते हैं उन गुणों के बारे में।
# हींग विभिन्न प्रकार की पेट की समस्याओं का इलाज करने के लिए एक अति उत्तम उपाय है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-फ्लैटुलेंट गुण होते हैं जो अपच, खराब पेट, गैस, पेट के कीड़े, उदर-स्फीति (पेट फूलना) और इर्रिटेबल आंत्र सिंड्रोम (आई।बी।एस।) जैसे समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। यह भोजन विषाक्तता (फ़ूड पोइज़निंग) के उपचार में भी उपयोगी माना जाता है।
# अपच और पेट की अन्य समस्याओं के लिए हींग का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जा रहा है। इसके एंटी-इनफ्लेमटरी और एंटी ऑक्सीडेंट्स तत्व खराब-पेट, एसिडिटी, पेट के कीड़े, इरीटेबल बोवेल सिंड्रोम (irritable bowel syndrome) आदि समस्याओं में राहत पहुंचाते हैं।
# थोडी सी हींग पीसकर पानी में घोल लें और शीशी में भर लें। इसे सूंघने से सर्दी-जुकाम, सिर का भारीपन व दर्द में आराम मिलता है। पीठ, गले और सीने पर पानी का लेप करने से खांसी, कफ, निमोनिया और श्वास कष्ट में आराम मिलता है। हींग सूंघने से जुकाम से बंद हुई नाक खुल जाती है।
# हींग महिलायों के लिए एक वरदान की तरह है क्योंकि यह मासिक धर्म के दर्द (menstrual pain), अनियमित मासिक धर्म (irregular menstruation) और अत्यधिक खून के स्त्राव की समस्या को दूर करती है। यह progesterone secretion को बढ़ाती है और खून के संचार को ठीक करती है।
# हींग का इस्तेमाल पुरुषों में नपुंसकता, शीघ्रपतन, स्पर्म की कमी का उपचार करने के लिए भी किया जाता है। अपने खाने में थोड़ी सी हींग ज़रूर मिलाएं ताकि बहुत सारी सेक्स से जुड़ी समस्याओं से आप अपना बचाव कर सकें। इसके अलावा एक गिलास गर्म पानी में हींग मिलाकर पीने से खून का दौरा तेज़ हो जाता है जिससे कि लिबिडो (libido) बढ़ता है।
# बच्चों के पेट में कीडे होने पर जरा सी हींग एक चम्मच पानी में घोलकर रूई के फाहे को उसमें डुबोकर बच्चे के पॉटी होल में रख दें इसके बाद जब बच्चा पॉटी करेगा तो सारे कीड़े मर कर पॉटी के साथ निकल जाएंगे। यदी बड़ो के पेट में भी कीड़े हो जाए तो ये उपाय वो भी अपना सकते हैं।