दुनिया का सबसे बेहद औषधीय गुण वाला पदार्थ है अदरक। सालों से हर भारतीय रसोई में अदरक को इस्तेमाल में लाया जाता रहा है। पोषक तत्वों और बायोएक्टिव यौगिकों से भरा हुआ अदरक इंसान के आपके शरीर और दिमाग के लिए लाभकारी होता है अदरक को फ्रेश, सूखा, पाउडर, ऑयल या जूस के रूप में लिया जा सकता है। खाने की चीजों और सौंदर्य प्रसाधन आदि में इस्तेमाल किया जाता है। आज हम अपने इस लेख में आपको अदरक के औषधीय गुण और इसके फायदे विस्तार से बताएंगे...
कैंसर के खिलाफ कारगरअदरक को विभिन्न प्रकार के कैंसर के खिलाफ एक कारगर औषधि के रूप में देखा जा रहा है और इसके कुछ हैरान करने वाले नतीजे सामने आए हैं। दरअसल, अदरक से संबंधित चूहों पर किए गए एनसीबीआई के शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में माना गया कि अदरक में एंटी इन्फ्लामेट्री (सूजन कम करने वाला) और एंटी-कैंसर (कैंसर के प्रभाव को कम करने वाला) गुण मौजूद होता है। इस गुण के कारण अदरक स्तन कैंसर, गर्भाशय के कैंसर और लिवर कैंसर से बचाव में सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। अमेरिका की 'मिशिगन यूनिवर्सिटी कांप्रिहेंसिव कैंसर सेंटर' के एक अध्ययन में पाया गया कि अदरक ने न सिर्फ ओवेरियन कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया, बल्कि उन्हें कीमोथैरेपी से प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने से भी रोका जो कि इस तरह के कैंसर में एक आम समस्या होती है। हर परीक्षण में पाया गया कि अदरक के मिश्रण के संपर्क में आने पर कैंसर की कोशिकाएं नष्ट हो गईं। हर कोशिका ने या तो आत्महत्या कर ली, जिसे एपोप्टोसिस कहा जाता है या उन्होंने एक-दूसरे पर हमला कर दिया, जिसे ऑटोफेगी कहा जाता है। जरुरी बात कैंसर एक घातक और जानलेवा बीमारी है, इसलिए इसका डॉक्टरी परामर्श पर इलाज किया जाना अनिवार्य है।
डायबिटीज में देता है राहतअदरक को डायबिटीज पर प्रभावी पाया गया है। एक शोध में सामने आया है कि अदरक बढ़े हुए ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने के साथ ही इन्सुलिन की सक्रियता को बढ़ाने का भी काम कर सकती है। ऑस्ट्रेलिया में सिडनी यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में अदरक को टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए असरदार पाया गया। अदरक के तत्व इंसुलिन के प्रयोग के बिना ग्लूकोज को मसल सेल्स तक पहुंचाने की प्रक्रिया बढ़ा सकते हैं। इस तरह बढ़े हुए शुगर लेवल को कंट्रोल करने में अदरक मदद कर सकती हैं।
पाचन को मजबूत करेअदरक खाने से पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। एक शोध में सामने आया है कि अदरक कब्ज, पेट दर्द, पेट की ऐंठन, मरोड़ व गैस जैसी कई समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकता है। वहीं, यह अपच की समस्या को ठीक करने में भी मददगार साबित हो सकती है।
हार्ट अटैक से बचावअदरक कई सालों से हृदय रोगों के उपचार में इस्तेमाल होती रही है। चीनी चिकित्सा में कहा जाता है कि अदरक के उपचारात्मक गुण हृदय को मजबूत बनाते हैं। हृदय रोगों से बचाव और उसके उपचार में अक्सर अदरक के तेल का प्रयोग किया जाता था।
मांसपेशियों के दर्द भगाए अगर आप एक्सरसाइज के कारण मांसपेशियों में दर्द से परेशान हैं तो इसमें अदरक के प्रयोग से राहत मिल सकती है। यदि किसी व्यक्ति को व्यायाम के कारण कोहनी में दर्द होता है, तो प्रतिदिन 2 ग्राम अदरक का सेवन करने से मांसपेशियों का दर्द कम हो सकता है। हालांकि अदरक तुरंत असर नहीं दिखाता है, लेकिन यह मांसपेशियों के दर्द में धीरे-धीरे असर दिखा सकता है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस में आरामऑस्टियोआर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है जो जोड़ों में दर्द और जकड़न का कारण बनती है और यह काफी आम है। हालांकि इस बीमारी का कोई उचित इलाज नहीं है, लेकिन एक शोध के अनुसार कुछ लोगों को घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या थी तो उन्होंने अदरक का अर्क लिया और उन्हें इसके दर्द में आराम मिला। यह भी कहा जाता है कि पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द से छुटकारा पाने के लिए अदरक, मैस्टिक गम , दालचीनी और तिल के तेल का मिश्रण इस्तेमाल किया जा सकता है।
पीरियड्स के दर्द में राहतसभी महिलाएं पीरियड्स के दर्द से जूझती हैं, किसी को कम होता है तो किसी को ज्यादा। बताया जाता है कि अदरक पाउडर से मासिक धर्म के दर्द को कम किया जा सकता है। पीरियड्स के दौरान रोजाना एक ग्राम अदरक के पाउडर के सेवन करना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल लेवल होगा कमबैड कोलेस्ट्रॉल की वजह से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। आए दिन हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन की वजह से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है। इससे परेशान लोगों को रोजाना 3 ग्राम अदरक पाउडर का सेवन करना चाहिए, इससे इसमें राहत मिलती है।
वजन घटाने मेंअदरक का इस्तेमाल बढ़ते हुए वजन को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। एक शोध में सामने आया है कि अदरक पेट, कमर और कूल्हों पर जमी चर्बी को कम करने में सहायक साबित हो सकती है। वहीं, यह मोटापा पैदा करने वाले जोखिमों को दूर रखने में भी मदद कर सकता है। ऐसे में कहा गया है कि अगर संतुलित खान-पान के साथ अदरक का सेवन किया जाए, तो निश्चित तौर पर वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
आर्थराइटिस अदरक में एंटीइन्फ्लामेट्री और एनाल्जेसिक दोनों गुण मौजूद होते हैं। इन दोनों गुणों के कारण अदरक आर्थराइटिस यानी जोड़ों में दर्द से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है। शोध में सामने आया है कि अदरक अन्य शारीरिक समस्याओं के साथ ही आर्थराइटिस की समस्या से भी राहत दिलाने का काम कर सकता है।
ब्लड प्रेशरभोजन और चाय में अदरक का यूज करने से हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एलीसीन नामक तत्व हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। साथ ही इसमें काफी पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन को सही रखते हैं।
माइग्रेन अदरक में दर्दनिवारक गुण मौजूद होते हैं। यही दर्दनिवारक गुण माइग्रेन की समस्या भी सहायक साबित हो सकता है। अदरक का रस माइग्रेन के तीव्र दर्द को नियंत्रित कर आराम पहुंचाने का काम कर सकता है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि माइग्रेन पीड़ित के लिए अदरक का सेवन लाभदायक साबित हो सकता है।
मतली व उल्टी अदरक में मतली और उल्टी के आभास को कम करने वाला प्रभाव पाया गया है। इस प्रभाव के कारण अदरक मुख्य रूप से गर्भावस्था और कीमोथेरेपी के बाद होने वाली मतली की समस्या से राहत दिला सकता है।
अल्जाइमर अल्जाइमर दिमाग से संबंधित एक तंत्रिका विकार है, जिसमें बढ़ती उम्र के साथ लोगों में भूलने की समस्या देखी जाती है। अदरक के इस्तेमाल से इस समस्या के बढ़ते प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है। एक शोध में सामने आया है कि अदरक में जिंजरोल, शोगोल और जिंजरोन जैसे कई फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं, जो दिमाग को संदेश पहुंचाने वाले न्यूरोन की प्राकृतिक क्षति को रोकने में मदद कर सकते हैं। इससे अल्जाइमर की समस्या में काफी हद तक राहत मिल सकती है।