सिरदर्द और माइग्रेन से लेकर ब्लड प्रेशर को भी रखें कंट्रोल में, ‘फुट मसाज’ से होंगे और भी कई फायदे

शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंगों में पैर भी होते हैं। लेकिन सबसे कम ध्यान हम इन्ही का रखते हैं। ऐसे में आपको अपने पैरों का ध्यान भी जरूर रखना चाहिए। दिन भर चलने के बाद कई बार थकान की वजह से पैरों और तलवों में जकड़न और दर्द की समस्‍या हमें परेशान कर देती है। इसलिए पैरों की सही और उचित देखभाल करने के लिए इनकी मसाज करनी चाहिए। अगर आप पैरों की मसाज करते हैं तो इसका लाभ न केवल पैरों को बल्कि शरीर के कई अंगों पर होता है। आइए जानते हैं पैरों की मसाज के फायदे। दरअसल, पैरों की मसाज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और खून के थक्के भी नहीं जमते। इससे ना सिर्फ थकान बल्कि कई हैल्थ प्रॉब्लम्स दूर होती है। आइए जानते हैं पैरों की मालिश करने के फायदे...

मालिश करने का तरीका

पैरों की मालिश करने के लिए सबसे पहले एक टब में गुनगुना पानी भरिए और फिर उसमें सरसों या नारियल तेल की 5-6 बूंदे डाल लें। अब इसमें 10 मिनट के लिए पैरों को डुबो कर रखें और फिर बाहर निकाल कर तौलिए से पैरों को पौंछ लें। अब तेल को हल्का गुनगुना करके पैरों के तलवों की अच्छी तरह मसाज करें और फिर रातभर यूं ही छोड़ दें। पैरों की मसाज के लिए पुदीने, लौंग, नीलगिरी, जैतून, अरंडी, सरसों या नारियल तेल बेस्ट ऑप्शन है।

सिरदर्द और माइग्रेन से राहत

अगर आप सिरदर्द और माइग्रेन के भयंकर दर्द से पीड़ित हैं तो नियमित रूप से पैरों की मसाज करने से आपको इन दोनों ही समस्याओं से राहत मिल सकती है। हाल ही में हुए शोध में पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से पैरों की मसाज कराते हैं। उन्हें सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द से राहत मिलती है।

फ्लैट फुट से राहत

आपने कई ऐसे लोग देखे होंगे जिनके तलवे फ्लैट होते है। आमतौर पर यह समस्या अधिक वजन, जीन, गर्भावस्था, चोट या गठिया की वजह से पैदा होती है। वहीं कुछ लोगों को यह आम लग सकता है। लेकिन यह स्थिति शरीर के पूरे संतुलन को प्रभावित कर सकती है और ऐसे में पैरों में दर्द भी रह सकता है। अगर इस स्थिति में आप पैरों की मसाज नियमित रूप से करते हैं तो इस स्थिति के कारण होने वाले दर्द और समस्याओं से राहत पा सकते हैं।

​पैरों में सूजन से दिलाए आराम

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पैरों में सूजन आ जाती है। साथ ही पैरों में एक तरल बढ जाता है जिसकी वजह से एड़ियो और टखनों में दर्द रहता है। ऐसे में पैरों की मसाज कर राहत पाई जा सकती है। दरअसल पैरों की मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और सही प्रेशर प्वाइंट पर मसाज करने से सूजन से भी राहत मिल सकती है।

ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल

ब्लड प्रेशर की समस्या एक आम बीमारी बन गई है। ब्लड प्रेशर की वजह काम, तनाव, या जेनेटिक भी हो सकता है। लेकिन अगर रोजाना पैरो की मसाज की जाए तो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। बल्कि यह हृदय रोग के जोखिम को भी कम करता है। दरअसल, जब आप पैरों की मसाज करते हैं तो इससे आपका हार्ट रेट बढ़ जाता है जिससे रक्त प्रवाह बेहतर हो जाता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल करना आसान हो जाता है। ध्यान रहे कि यह ब्लड प्रेशर की दवाओं का विकल्प नहीं है। बल्कि दवाओं के साथ इस प्रक्रिया का पालन कर ब्लड प्रेशर की समस्या को कुछ हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

​डिप्रेशन और एंग्जायटी से राहत

हम सभी ने पैरों और मस्तिष्क के बीच के कनेक्शन के बारे में कई बार सुना या पढ़ा है। पर बहुत ही कम लोग जानते हैं कि इन दोनों के बीच का कनेक्शन हमारे पूरे जीवन को प्रभावित कर सकता है। ऐसी कई रिसर्च हो चुकी हैं जो बताती हैं कि पैरों की नियमित रूप से मसाज कराने से आपको स्ट्रेस, एंग्जायटी और डिप्रेशन से राहत मिलती है। दरअसल जब भी आप पैरों की मसाज कराते हैं तो इससे शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है। यह हार्मोन हमें खुश रखता है और रिलैक्स महसूस कराता है।

​एंकल और पैरों की चोट से बचाव

आपने बहुत से लोग देखे होंगे जो अक्सर पैदल चलने या दौड़ने के दौरान चोटिल हो जाते हैं या पैर मुड़ने की वजह से उन्हें मोच भी आ जाती है। ऐसे लोगों के लिए पैरों की मसाज और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। पैरों की मसाज करने से न केवल आपको दर्द से राहत मिलेगी। बल्कि आपको चोटिल होने की संभावना भी कम हो जाएगी। इसके अलावा मसाज के साथ आप पैरों की एक्सरसाइज करके भी इनकी मजबूती और लचीलेपन को बढ़ सकते हैं। एवं भविष्य में लगने वाली चोट से बच सकते हैं।

​महिलाओं को पीरियड्स में दिलाए आराम

महिलाएं अपने पीरियड्स के दौरान या पीरियड से पहले कई तरह की शारीरिक परेशानियों के गुजरती हैं। जिसकी वजह से उन्हें मूड स्विंग्स, एंग्जाइटी, इरिटेशन, इंसोमेनिया, थकान, सिरदर्द और उदासी महसूस होती है। लेकिन महज कुछ मिनट की फूट मसाज करने से इन सभी लक्षणों से राहत पाई जा सकती है। इसके अलावा अगर पैरों के सही प्रेशर प्वाइंट पर फूट मसाज की जाए तो पीरियड्स के दर्द को भी कम किया जा सकता है। साथ ही पैरों की मसाज के जरिए मेनोपॉज के लक्षणों और उसकी पीड़ाओं से भी राहत मिल सकती है।

वजन कम करें

फुट मसाज से वजन कम करने में भी काफी मदद मिलती है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है और बॉडी को डिटॉक्स भी करता है, जो वेट लूज में काफी फायदेमंद है।

जोड़ों के दर्द से राहत

पैरों की मसाज से जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों में तनाव भी कम होता है। साथ ही इससे शरीर में होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है।