भारत में लौंग का इस्तेमाल मसाले के रूप में काफी प्रचलित है। लौंग भले ही आकार में छोटी होती है लेकिन इसके सेवन से सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। सदियों से लौंग का उपयोग आयुर्वेदिक औषधीयों में किया जाता रहा है। इसमें कई ऐसे जरूरी औषधीय गुण हैं, जो शरीर से जुड़ी कई परेशानियों को कम करने में मदद कर सकते हैं। लौंग में भरपूर मात्रा में यूजेनॉल पाया जाता है, जो पेट की बीमारियों से रहात दिलाने के साथ तनाव को कम करने भी मदद करता है। रात को सोते समय गुनगुने पानी के साथ लौंग का सेवन आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। आज हम अपने इस लेख से लौंग के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं...
ओरल हेल्थलौंग खाने से दांत का दर्द ठीक होता है। लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) नामक तत्व दांतों के दर्द को कम करने का काम कर सकता है। यह प्लाक और कैरिज से भी दांतों को बचा सकता है। ऐसे में अगर आपके दांत में दर्द हो तो लौंग को अपने दांत के बीच में दबाकर रखें। इसके अलावा लौंग की कलियां ओरल माइक्रो ऑर्गेनिज्म (मुंह में उत्पन्न होने वाले सूक्ष्म जीवों) को 70% कम कर सकती हैं। इसी वजह से कई टूथपेस्ट में लौंग का इस्तेमाल किया जाता है। लौंग का तेल भी विभिन्न पीरियडोंटल पैथोजेन (Periodontal Pathogens) से बचाव कर सकता है। यह वो बैक्टीरिया होते हैं, जो मसूड़ों में इंफेक्शन का कारण बनते हैं।
इंफेक्शन को दूर करता हैलौंग में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। जिसका मतलब है कि यह बैक्टीरिया या अन्य सूक्ष्मजीवों से होने वाले संक्रमण से बचाव प्रदान कर सकता है। स्किन पर कहीं इंफेक्शन होने पर उस जगह लौंग का पेस्ट लगाने की सलाह दी जाती है।
सर्दी-खांसीलौंग में एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो सर्दी और खांसी को कम कर सकता है। लौंग एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करता है, जो पूरे बलगम को मुंह से निकालकर ऊपरी श्वसन तंत्र को साफ कर सकता है।
एसिडिटी में राहतसुबह खाली पेट लौंग के सेवन पाचन संबंधी समस्या को दूर करता है। लौंग पाचन एंजाइम के स्राव को बढ़ाते हैं, जो डाइजेशन से संबंधी परेशानियों से छुटकारा दिलाता है। इसका सेवन आंत में होने वाली जलन के स्तर को कम कर सकता है और अपच की समस्या को ठीक कर सकता है। लौंग पाचन संबंधी समस्या जैसे पेट का फूलना, गैस, अपच, मतली, डायरिया और उल्टी के लक्षणों से राहत दिला सकता है।
पिंपल्स को ठीक करने में कारगरआपको अगर ऑयली स्किन की वजह से चेहरे पर पिंपल्स हो गए है तो आप एलोवेरा जेल में लौंग का पेस्ट मिलाकर पिंपल्स पर लगाए। इससे पिंपल्स ठीक हो जाते हैं।
डायबिटीजमधुमेह रोगियों के लिए लौंग का सेवन फायदेमंद साबित होता है। लौंग मधुमेह को कुछ हद तक नियंत्रित कर सकती है। लौंग ब्लड ग्लूकोज को कम करके डायबिटीज को कंट्रोल कर सकता है।
वजन कम करने में करता है मददलौंग वजन कम करने में मदद कर सकता है। नियमित रूप से लौंग का सेवन वजन नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। घरेलू उपाय के साथ ही वजन कम करने के लिए योग व एक्सरसाइज करना भी जरूरी है।
कैंसर से बचावलौंग के एथिल एसीटेट अर्क में एंटी-ट्यूमर गतिविधि पाई गई है, जिस वजह से इसका इस्तेमाल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए किया जा सकता है। रिसर्च में लौंग के एंटी-ट्यूमर प्रभाव की क्षमता को जांचने के लिए अधिक शोध की सलाह दी गई है।
स्ट्रेस को दूर करने में करता मददलौंग में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो तनाव की वजह से होने वाले पैथोलॉजिकल परिवर्तनों की रोकथाम में मदद कर सकता है। लौंग का तेल संचार प्रणाली को उत्तेजित यानी स्ट्यूमिलेट करता है और मानसिक थकावट व थकान को कम कर सकता है। इसे अनिद्रा, स्मृति हानि, चिंता और अवसाद को कम करने में सहायक माना जाता है।
सिरदर्द सिरदर्द से राहत के लिए लौंग का उपयोग किया जाता रहा है। लौंग का तेल सिर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। लौंग का तेल सूंघने से सिरदर्द कम हो सकता है।
लिवर के लिए फायदेमंदलौंग के पानी का सेवन लिवर को फायदा पहुंचता है। लिवर इंजरी को कम करने में लौंग मदद कर सकता है। यह साइटोप्लाज्मिक एंजाइम्स में सुधार करके लिवर इंजरी से बचाव कर सकता है।
टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में मदद लौंग का प्रयोग अगर संयमित मात्रा किया जाए, तो यह टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में मदद कर सकता है। हालाकि, शोध में सामने आया है कि अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाता है तो टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को कमी भी आ सकती है।
अस्थमाअस्थमा से होने वाली परेशानी को कम करने में लौंग सहायता कर सकता है। एक रिसर्च में सामने आया है कि लौंग में मौजूद ब्रोन्कोडायलेटर और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुणों की वजह से यह एंटी-अस्थमेटिक ड्रग जैसी क्षमता दिखा सकता है। लौंग के तेल की सुगंध नाक की नली को साफ करने में मदद करते हैं। साथ ही अस्थमा, खांसी, जुकाम, साइनस, ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं को शांत कर सकते हैं।
पेट का अल्सरपेट के अल्सर के इलाज में लौंग काफी मदद कर सकता है। यह अल्सर आमतौर पर पेट की सेफ्टी लेयर के कम हो जाने के कारण हो जाते हैं, जिसमें लौंग खाने से फायदा होता है।
हड्डियों के लिए लौंगहड्डियों को मजबूत बनाने में लौंग सहायक हो सकता है। लौंग में मैंगनीज होता है, जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। लौंग के हाइड्रोक्लोरिक अर्क में मौजूद यूजेनॉल हाइपोगोनैडल ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी संबंधी रोग) के खिलाफ लड़कर हड्डी-संरक्षण का कार्य कर सकता है।
कान का दर्दकान के दर्द में लौंग के तेल का इस्तेमाल फायदा पहुंचाता है। कान के दर्द के लिए लौंग के तेल को उसमें मौजूद दर्द निवारक और एनेस्थेटिक नेचर की वजह से इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे थोड़े समय के लिए दर्द का एहसास कम व खत्म हो सकता है।