ज्यादातर लोगों की नापसंदीदा सब्जी की बात की जाए, तो करेले का नाम शीर्ष स्थानों पर आता हैं। क्योंकि इसका स्वाद कड़वा होता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कड़वा करेला आपकी सेहत में मिठास लाने का काम करता हैं। जी हां, करेले में मौजूद आयरन, पोटैशियम, फाइबर, फास्फोरस, कैरोटीन, विटामिन सी, विटामिन ए, मैग्नीशियम, जिंक और मैगनीज जैसे पोषक तत्व शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। करेला कड़वा होता है लेकिन कई गुणों से धनी होता है। अपने आहार में इसे शामिल कर कई शारीरिक समस्याओं से निजात पाई जा सकती हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह करेला सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में...
कोलेस्ट्रॉल लेवल करें कम कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से आपकी धमनियों में फैटी प्लेक जैम सकता है, जिससे आपके दिल को रक्त पंप करने के लिए मेहनत लगती है और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। कई जानवरों के अध्ययन में पाया गया कि करेला कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके समग्र हृदय स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है। इसके रस के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स लेवल में कमी आती है।
आंखों के लिए फायदेमंद करेला आंखों के लिए भी लाभकारी हो सकता है। दरअसल, यह बात कर्नाटक के मुदिगेरे कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर के एक रिसर्च में सामने आई है। शोध में कहा गया कि इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन आंखों की बीमारियों के जोखिम से बचाव कर सकता है। इतना ही नहीं यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।
दिलाता है मुंह के छालों से निजातकरेला मुंह के छालों के लिए अचूक दवा है। करेले की पत्तियों का रस निकालकर उसमें थोड़ मुलतानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बना लें और मुंह के छालों पर लगाएं। मुलतानी मिट्टी ना मिले तो करेले के रस में रूई को डुबोकर छाले वाली जगह पर लगाएं और लाह को बाहर आने दें। इससे मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।
हैजा में फायदेमंदहैजा में भी करेले से फायदा होता है। 20-30 मिली करेला के जड़ का काढ़ा बना लें। इसे तिल के तेल में मिलाकर पीने से हैजा में लाभ होता है। 5 मिली करेला के पत्ते के रस में तेल मिलाकर सेवन करने से भी हैजा में लाभ होता है।
कैंसर से लड़ने वाले गुणशोध बताते हैं कि करेला में कैंसर से लड़ने वाले कुछ यौगिक होते हैं। एक टेस्ट-ट्यूब अध्ययन से पता चला कि करेला का रस कोलन, फेफड़े और नासोफरीनक्स की कैंसर कोशिकाओं को मारने में प्रभावी था। एक अन्य अध्ययन के अनुसार, करेला का रस कैंसर सेल खत्म करने और स्तन कैंसर की कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोकने में सक्षम था।
ठीक होते हैं घावघाव पर करेले के जड़ को पीस कर लगाने से घाव पक जाता है और मवाद भी निकल जाता है। इससे घाव जल्दी ठीक हो जाता है। अगर आपके पास करेले का जड़ नहीं है तो इसकी पत्तियों को पीस कर गर्म करके पट्टी बांध लें। इससे फोड़ा पक जाएगा और पस भी निकल जाएगी।
वजन घटाने में फायदेमंद वजन घटाने के घरेलू उपाय के तौर पर भी करेला एक कारगर भूमिका निभा सकता है। दरअसल, एक वैज्ञानिक शोध में बढ़ते वजन के लिए करेले के फायदे देखे गए हैं। अध्ययन के निष्कर्ष में पाया गया कि उच्च वसा का सेवन करने वाले चूहों में करेले का एंटीओबेसिटी प्रभाव पाया गया, जिससे बढ़ते वजन में रुकावट देखी गई। इसके साथ ही लिपिड मेटाबोलिज्म में बढ़ोतरी पायी गई। फिलहाल, मनुष्यों पर इसके प्रभाव के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है।
मजबूत बनता है इम्यूनिटी सिस्टम करेला वायरस और बैक्टीरिया से लड़कर आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करता है। यह एलर्जी और अपच की परेशानी को मिटाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बीमारी से शरीर को बचाने में मदद करते हैं। वहीं करेला फ्री रेडिकल के डैमेज को भी रोकता है जिससे कई प्रकार के कैंसर की भी रोकथाम होती है।
लिवर की सफाई करेला लिवर के लिए एक अच्छा डिटॉक्सिफाय एजेंट का काम कर सकता है, जो शरीर को प्राकृतिक रूप से साफ करने में मदद कर सकता है। नेशनल ताइवान यूनिवर्सिटी के एक शोध के अनुसार, करेले का अर्क ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करके अल्कोहलिक फैटी लिवर की बीमारी पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। एक अन्य शोध के मुताबिक करेला, फैटी लिवर की बीमारी बढ़ने के दौरान फैट के जमाव को रोकने में मदद कर सकता है।