फिटकरी
एक
ऐसी
चीज
हैं
जो
घर
में
आसानी
से
उपलब्ध
हो
जाती
हैं।
कई
लोग
शेविंग
करने
के
बाद
अपने
चहरे
पर
फिटकरी
फेरते
हैं
ताकि
कहीं
कोई
कट
लगा
हो
तो
वह
ठीक
हो
जाए
और
रक्त
ना
बहे।
इसी
के
साथ
ही
आयुर्वेद
में
भी
फिटकरी
से
जुड़े
कई
उपाय
बताए
गए
हैं।
लेकिन
आज
इस
कड़ी
में
हम
बात
करने
जा
रहे
हैं
मुंह
से
जुड़ी
परेशानियों
के
बारे
में
जिनका
इलाज
बनता
हैं
फिटकरी
के
पानी
का
कुल्ला।
जी
हां, फिटकरी ओरल हेल्थ को बनाए रखने में बहुत मददगार साबित होती है जिसके एंटीसेप्टिक और एस्ट्रिन्जेंट गुण दांतों, मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। तो आइये जानते हैं फिटकरी के पानी का कुल्ला मुंह से जुड़ी किन परेशानियों को दूर करता हैं..
मसूड़ों को कसने के लिएफिटकरी में नैचुरल एस्ट्रिन्जेंट और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो कि मसूड़ों को कसने में मदद करते हैं और दांतों और मसूड़ों के बीच की गैप को कम करते हैं। मसूड़े अगर गंदे और साफ-सुथरे न हो तो मसूड़े की बीमारी का कारण बन सकते हैं जिससे मसूड़ों से खून बहने की समस्या भी पैदा हो जाती है।
दांत में लगे कीड़े हटाने के लिए
अगर आपके दांत में कीड़े लग गए हैं या लग रहे हैं तो फिटकरी के पानी से नियमित रूप से कुल्ला करें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा। साथ ही आपकी सेहत भी ठीक होती जाएगी। फिटकरी के पानी से कुल्ला करने से दांतों का दर्द कम होता है। साथ ही कीड़े भी मरते हैं।
गिंगिवाइटिस के लिए
मसूड़े की सूजन यानी गिंगिवाइटिस मसूड़े की बीमारी का प्रारंभिक चरण है, जो दांतों के नुकसान का कारण बन सकता है। इसके लक्षणों में लाल, सूजे हुए मसूड़े शामिल हैं और दांत ब्रश करने पर खून बह सकता हैं। 1/2 छोटा चम्मच फिटकरी पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में घोलेंगे और इसके गरारे करेंगे। दिन में दो से तीन बार इससे मुँह धोएंगे। फिटकरी के पानी से गरारे करने से लालिमा और सूजन को कम किया जा सकता है। यह आपके ओरल कैविटी में जमा उन बैक्टीरिया को खत्म करता है जो कि मसूड़े की सूजन के लक्षण पैदा कर रहा है।
सांसों की बदबू के लिए
सांसों की बदबू के प्रमुख कारणों में से एक बैक्टीरिया का जमा होना है, जो बदले में टॉक्सिक और एसिड का पैदा करता है। फिटकरी माउथवॉश से कुल्ला करने से बैक्टीरिया का विकास रुक जाता है और बैक्टीरिया से दूर रखने में मदद रखता है। फिटकरी का माउथवॉश बनाने के लिए एक गिलास पानी को उबाल लें और उसमें एक चुटकी नमक मिलाएं। इसे अच्छे से मिलाएं ताकि नमक पूरी तरह से घुल जाए। अब थोड़ा सा फिटकरी पाउडर डालें और मिलाएं। सॉल्यूशन के ठंडा होने पर छान लें और इस माउथवॉश से दिन में दो बार अपना मुँह कुल्ला करें। याद रखें कि खासकर जब आप रॉ पाउडर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो सॉल्यूशन को निगलें नहीं।
मुँह के छालों के लिए
मुँह के छाले या घाव बहुत परेशान कर सकते हैं, खासकर जब आप कुछ खा रहे हों या बात कर रहे हों। फिटकरी के एस्ट्रिंजेंट गुण टिश्यू को सिकोड़ने और घावों को सुखाने में मदद कर सकते हैं। एक चुटकी फिटकरी के पाउडर को पानी की एक बूंद के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। पेस्ट को घाव पर लगाएं। इसे कम से कम 1 मिनट के लिए आराम करने दें। अपना मुंह अच्छी तरह से धो लें। अल्सर ठीक होने तक रोजाना दोहराएं।
खराब गले के लिए
1/2 गिलास गर्म पानी में ½ टीस्पून फिटकरी मिलाकर गले की खराश के इलाज के लिए एक कारगर सॉल्यूशन है। बस इस सॉल्यूशन से गरारे करें और जल्द ही गले में खराश और संक्रमण से दर्द से राहत मिलेगी जो आपको परेशान कर रहा है। यह गले में खराश और गले के संक्रमण से होने वाले दर्द के लिए एक बहुत अच्छा और प्रभावी घरेलू उपाय है।
मसूड़ों से आए खून को बंद करने के लिए कई लोगों को मसूड़ों से खून आने की बीमारी होती है, जिसकी वजह से लोग बाहर निकलना बंद कर देते हैं। अगर आपको भी यही समस्या है तो आप फिटकरी के पानी का कुल्ला करें। इससे मुंह में मौजूद किटाणु मर जाते हैं। साथ ही मसूड़े मजबूत होते हैं, जिसकी वजह से मुंह से खून आना बंद हो जाता है।