अच्छी सेहत के लिए नीम, तुलसी, पुदीना और हल्दी खाने की सलाह दी जाती है लेकिन आज हम आपको 'शतावरी' नाम की एक और ताकतवर जड़ी बूटी के बारे में बताने जा रहे है। शतावरी का नाम बहुत कम लोगों ने सुना होगा, इसलिए बहुत कम लोग इसके फायदों के बारे में जानते है। आयुर्वेद में शतावरी को एक बहुत ही फायदेमंद जड़ी-बूटी के रूप में बताया गया है। आप अनेक बीमारियों की रोकथाम, या इलाज में शतावरी का प्रयोग कर सकते हैं। शतावरी के ढ़ेरो फायदे है। शतावरी महिलाओं के प्रजनन हार्मोन के लिए असरदार जड़ी-बूटी है। यह उनकी यौन समस्याओं को भी ठीक करने के लिए जानी जाती है। इसके अलावा यह कई क्रॉनिक डिसीज को मैनेज करने में भी मददगार है। आज हम आपको शतावरी से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे है उससे पहले आइए मझते हैं कि आखिर शतावरी है क्या।
शतावरी क्या हैशतावरी को एस्पैरागस रेसमोसस भी कहा जाता है। शतावरी की लता फैलने वाली, और झाड़ीदार होती है। एक-एक बेल के नीचे कम से कम 100, इससे अधिक जड़ें होती हैं। ये जड़ें लगभग 30-100 सेमी लम्बी, एवं 1-2 सेमी मोटी होती हैं। जड़ों के दोनों सिरें नुकीली होती हैं। इन जड़ों के ऊपर भूरे रंग का, पतला छिलका रहता है। इस छिलके को निकाल देने से अन्दर दूध के समान सफेद जड़ें निकलती हैं। इन जड़ों के बीच में कड़ा रेशा होता है, जो गीली एवं सूखी अवस्था में ही निकाला जा सकता है। प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से इसका उपयोग जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए एक हेल्दी के रूप में किया जाता रहा है। स्वाद में यह कड़वी और मीठी होती है। डॉक्टर इसे अक्सर दूध के साथ चूर्ण या फिर पाउडर के रूप में लेने की सलाह देते हैं। इस जड़ी-बूटी में पाया जाने वाला तेल इसे खाने असैर पचाने में आसान बनाता है।
ऐसा माना जाता है कि यह जड़ी बूटी महिलाओं की समस्याएं जैसे मेनोपॉज, हार्मोन, प्रजनन क्षमता आदि का तो पक्का इलाज करती ही है साथ ही यह बात जानकर आपको हैरानी होगी कि इसका सेवन पुरुषों को भी फायदा पहुंचा सकता है। यह जड़ी बूटी पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी से लेकर प्रजनन क्षमता बढ़ाने तक कई यौन समस्याओं का इलाज कर सकती है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि शतावरी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी में सुधार करने के साथ-साथ स्पर्म काउंट को भी बढ़ाती है। साथ ही स्वप्न दोष को ठीक करने के लिए ताजी शतावरी की जड़ का चूर्ण फायदेमंद रहता है। इसके लिए आप इसे 250 ग्राम तथा 250 ग्राम मिश्री को मिलाकर कूट-पीस लें। इसे 6-11 ग्राम चूर्ण को, 250 मिली दूध के साथ सुबह-शाम लें। इससे स्वप्न दोष दूर होता है और शरीर स्वस्थ रहता है। शतावरी चूर्ण के फायदे का पूरा लाभ तभी मिलता है जब चूर्ण को सही तरह से बनाया जाय और सही तरह से इसका सेवन किया जाए। इसे पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए में प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए डॉक्टर की पहली पसंदीदा माना जाता है।
शतावरी को महिलाओं में सेक्स की इच्छा को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। सेक्स करने के लिए लिबिडो बहुत जरूरी है। महिलाओं में लो लिबिडो यानी कामेच्छा की कमी का मतलब यौन गतिविधियों में दिलचस्पी न होना हो सकती है। ऐसे मामलों में शतावरी एक पॉपुलर लिबिडो बूस्टर है। यह चिंता और अवसाद से पीडि़त महिलाओं के लिए भी फायदेमंद साबित होती है। शोधों से पता चला है कि महिलाएं प्रजनन क्षमता के लिए इसका सेवन कर सकती हैं।
यह जड़ी बूटी पीएमएस के लक्षणों को कम करती है, मासिक धर्म के दौरान रक्त प्रवाह को नियमित करती है, प्रजनन क्षमता में सुधार करता है और ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ावा देती है। बाजार में मिलने वाले सभी हर्बल लैक्टेशन में मुख्य घटक के रूप में शतावरी होती है।
दिमाग को रखती है शांतशतावरी स्वाद में मीठी और कड़वी होती है। इसके अलावा यह प्रकृति में ठंडी होती है और शरीर और दिमाग में वात और पित्त को संतुलित करती है। इसका शरीर और दिमाग पर कुलिंग इफेक्ट पड़ता है।
मांसपेशियों को देती है ताकतयह जड़ी बूटी मांसपेशियों को बेहतर बनाने में मदद करती है और चूंकि यह प्रकृति में ठंडी होती है इसलिए कसरत करने वालों के लिए इससे सबसे ज्यादा फायदा होता है। इससे उन्हें थकान हटाने और ऊर्जा बढ़ाने में मदद मिलती है।
अच्छी नींद में सहायकयह सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं बल्कि दिमाग के लिए भी फायदेमंद होती है। यह दिमाग तेज करती है, क्रोध और चिड़चिड़ापन को शांत करता है, तनाव को कम करता है और पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए अच्छी नींद में सहायक है।
स्तनपान में फायदेमंदशतावरी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के बीच दूध के उत्पादन को बढ़ाने का काम करती है। इसके लिए महिलाएं एक चौथाई चम्मच शतावरी पाउडर लें और दूध या शहद के साथ दिन में दो बार इसका सेवन करें। इसे तब तक ले सकते हैं, जब तक आपके डॉक्टर ने इसे लेने के लिए कहा है।
ब्रेस्ट साइज बढ़ाए
शतावरी फाइटोएस्ट्रोजेन से भरपूर होती है। यह स्तन वृद्धि के लिए आयुर्वेद के सबसे अच्छे तरीकों मे से एक है। यह स्वस्थ रूप से शरीर के वजन को बढ़ाते हुए शरीर में पानी के वजन को कम करती है। चूंकि स्तन एक फैट टिश्यू से बना होता है, इसलिए यह महिलाओं के शरीर में वसा ऊतक को बढ़ाकर स्तन का आकार बढ़ाने में मदद करता है। यही वजह है कि कई महिलाएं स्तन के आकार को बढ़ाने के लिए शतावरी पर भरेासा करती हैं।
कैसे करें शतावरी का इस्तेमालशतावरी आपको सूजन, अत्यधिक रक्तस्राव को कम करने और पाचन में सुधार करने में भी मदद करती है। तनाव और चिंता को भी दूर करता है। महिलाएं स्वास्थ्य समस्याओं के लिए शतावरी को चूर्ण, टेबलेट, कैप्सूल, जूस या फिर सिरप के रूप में ले सकती हैं। शतावरी का सेवन दूध के साथ करना सबसे अच्छा उपाय है। सोते समय गर्म दूध के साथ सिर्फ आधा चम्मच लेने से आपको फायदा नजर आ एकता है।