कोलेस्ट्रॉल खून में पाया जाने वाला एक मोम जैसा पदार्थ है। स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए शरीर को कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है लेकिन इसकी अधिक मात्रा सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कारण हार्ट अटैक या स्ट्रोक का जोखिम अधिक होता है। आपको बता दे, कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL)। खाराब कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल अत्यधिक होता है, तो यह धीरे-धीरे हृदय तथा मस्तिष्क को रक्त प्रवाह करने वाली धमनियों की भीतरी दीवारों में जमा होता जाता है। यदि एक थक्का (क्लॉट) जमकर संकरी हो चुकी धमनी में रुकावट डाल देता है, तो इसके परिणामस्वरूप हृदयाघात या स्ट्रोक हो सकता है। एच डी एल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा का अधिक होना एक अच्छा संकेत है, क्योंकि इससे हृदय के स्वस्थ होने का पता चलता है।
शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना खराब खाने-पीने की आदतों का परिणाम है। आप अपने खाने में कुछ हेल्दी चीजों को शामिल करके खराब कोलेस्ट्रॉल से छुटकारा पा सकते हैं। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अदरक का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल को जल्दी कम किया जा सकता है। शोध में दावा किया गया है कि अदरक के रस या इसके पाउडर के इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है।
हाइपरलिपिडिमिया (Hyperlipidemia) यानी हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित 60 से अधिक व्यक्तियों पर किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जो लोग रोजाना 5 ग्राम अदरक पाउडर का सेवन करते हैं, उन्हें खराब कोलेस्ट्रॉल को 17% से अधिक कम करने में मदद मिल सकती है।
अदरक के अन्य फायदेकोलेस्ट्रॉल कम करने के अलावा अदरक का सेवन करने के और भी फायदे हैं। अदरक धरती पर मौजूद सबसे ज्यादा स्वास्थ्यप्रद मसालों में से एक है। पोषक तत्वों और बायोएक्टिव यौगिकों से भरा हुआ अदरक इंसान के आपके शरीर और दिमाग के लिए लाभकारी होता है। अदरक को फ्रेश, सूखा, पाउडर, ऑयल या जूस के रूप में लिया जा सकता है। खाने की चीजों और सौंदर्य प्रसाधन आदि में इस्तेमाल किया जाता है।
अदरक के तेल के भी हैं जबरदस्त फायदेसाल 2011 के एक अध्ययन से पता चला है कि अदरक, मैस्टिक, दालचीनी और तिल के तेल को मिक्स करके घुटनों पर लगाने से पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित लोगों में कठोरता और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
जी मिलचाने में राहतअदरक का रोजाना इस्तेमाल आपको जी मिचलाने की शिकायत नहीं होगी। सर्जरी के बाद होने वाली उल्टी या जी मिचलाने में अदरक राहत दे सकता है और कीमोथेरेपी से गुजरने वाले कैंसर रोगियों को भी राहत दे सकता है। गर्भवती महिला जी मिचलाने की स्तिथि में इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है। वहीं, अगर आप गर्भावस्था के दौरान इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो डॉक्टर से इसके बारे में परामर्श ले सकते हैं।
मसल पेन और सोरनेस में राहतएक्सरसाइज की वजह से अगर आपको दर्द हो रहा तो अदरक के इस्तेमाल से इसमें राहत मिल सकती है। प्रतिदिन 2 ग्राम अदरक के सेवन मांसपेशियों के दर्द को कम किया जा सकता है। वैसे तो अदरक तुरंत असर नहीं दिखाता है, लेकिन इससे मांसपेशियों में दर्द में धीरे-धीरे प्रभाव दिख सकता है।
वजन घटानेअदरक वजन घटाने में भूमिका निभा सकता है। एक शोध में पाया गया है कि अदरक बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) और रक्त इंसुलिन के स्तर को कम करने में भी मदद कर सकता है।
ब्लड शुगर को करता है कंट्रोलअदरक में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि प्रति दिन 2 ग्राम अदरक पाउडर लेने से टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर 12% तक कम हो गया था।
आर्थराइटिसआर्थराइटिस की समस्या में अदरक का सेवन फायदेमंद साबित होता है। इससे जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम किया जा सकता है।
माइग्रेनमाइग्रेन के दर्द में अदरक की चाय पीने से प्रोस्टेग्लैंडिन दब जाते हैं और असहनीय दर्द में राहत मिल सकती है।
सर्दी जुकामअदरक को सर्दी-जुकाम के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। अदरक बैक्टीरियल और फंगल संक्रमणों से भी लड़ने में मदद कर सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता।